कानपुर में बेटी की गुमशुदगी से परेशान दंपति ने पुलिस कमिश्नर ऑफिस के बाहर पेट्रोल डालकर आत्मदाह की कोशिश की। पुलिस ने जांच के आदेश दिए।
कानपुर: शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के कानपुर में पुलिस कमिश्नर ऑफिस के बाहर एक बुजुर्ग दंपति ने अपनी लापता बेटी की तलाश में हंगामा खड़ा कर दिया। उन्होंने अपने ऊपर पेट्रोल डालकर आत्मदाह की कोशिश की, जिससे वहां मौजूद पुलिस कर्मियों में अफरातफरी मच गई। पुलिस ने तत्काल कार्रवाई कर उन्हें उर्सला अस्पताल में भर्ती कराया।
बेटी की गुमशुदगी पर गुस्सा
दंपति, राकेश दुबे और उनकी पत्नी, बिल्हौर के निवासी हैं। उनका कहना है कि उनकी बेटी 31 अगस्त को खेरेश्वर घाट पर दीप दान करने गई थी और तभी से लापता है। सीसीटीवी फुटेज में उनकी बेटी रिक्शा से लौटती दिखी, लेकिन घर नहीं पहुंची।
दंपति का आरोप है कि उन्होंने FIR दर्ज कराने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने अपहरण की जगह गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज की। इसके बाद से कोई प्रगति नहीं हुई है।
पुलिस पर गंभीर आरोप
दंपति ने आरोप लगाया कि पुलिस उनकी बेटी की लोकेशन जानने के बावजूद उसे बरामद नहीं कर रही। उनका दावा है कि पुलिस की निष्क्रियता की वजह से उन्हें यह कदम उठाना पड़ा।
पुलिस कमिश्नर का बयान
घटना के बाद, पुलिस कमिश्नर अखिल कुमार ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच के आदेश दिए हैं। थाने से गुमशुदगी की पूरी रिपोर्ट मांगी गई है और एसीपी को जांच का जिम्मा सौंपा गया है।
स्थानीय प्रतिक्रिया
इस घटना ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर पुलिस समय पर कार्रवाई करती, तो दंपति को इतना बड़ा कदम नहीं उठाना पड़ता।
स्थिति अभी स्थिर
दंपति को उर्सला अस्पताल में भर्ती कराया गया है और उनकी हालत फिलहाल स्थिर बताई जा रही है। पुलिस ने आश्वासन दिया है कि मामले की पूरी जांच की जाएगी और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।
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