भारतीय किसान यूनियन लोक शक्ति का 7वां स्थापना दिवस समारोह: नशा मुक्त भारत के लिए उठाए गए ठोस कदम



भारतीय किसान यूनियन लोक शक्ति ने 7वां स्थापना दिवस मनाया। नशा मुक्त भारत का संदेश दिया और किसानों के शोषण के खिलाफ आवाज उठाने का वादा।

नरेश सागर वरिष्ठ पत्रकार एवं जिला संवाददाता अमरोहा

भारतीय किसान यूनियन लोक शक्ति ने मनाया 7वां स्थापना दिवस समारोह, किसानों और मजदूरों के हक की लड़ाई जारी रखने का लिया संकल्प।

भारतीय किसान यूनियन लोक शक्ति के राष्ट्रीय सचिव डॉ. सुमित कुमार नागर ने जानकारी दी कि संगठन का सातवां स्थापना दिवस आज धनौरा ब्लॉक प्रांगण में बड़े धूमधाम से मनाया गया। इस विशेष अवसर पर संगठन के सभी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने मिलकर जश्न मनाया और लड्डू खिलाकर एक-दूसरे को शुभकामनाएं दीं।

किसानों और मजदूरों के लिए मजबूत आवाज उठाने का संकल्प

स्थापना दिवस पर यह निर्णय लिया गया कि भारतीय किसान यूनियन लोक शक्ति किसानों, गरीब मजदूरों और बेसहारा लोगों के लिए हमेशा खड़ा रहेगा। संगठन ने ऐलान किया कि वह किसानों के शोषण और उनकी समस्याओं के खिलाफ हर संभव कदम उठाएगा।

कार्यक्रम में किसानों को जागरूक करने के लिए नशा छोड़ने और इसके खतरों पर विशेष जोर दिया गया। संगठन ने नशा मुक्त भारत के निर्माण के लिए ठोस प्रयास करने की घोषणा की।

संगठन का विस्तार और नए सदस्यों का स्वागत

इस अवसर पर डॉ. सुमित कुमार नागर ने समारोह का नेतृत्व किया और संगठन का विस्तार करते हुए कई नए लोगों को सदस्यता ग्रहण कराई। उन्होंने कहा, "हमारा उद्देश्य सिर्फ किसानों की समस्याओं का समाधान करना नहीं है, बल्कि भारत को एक सशक्त और नशा मुक्त देश बनाना भी है।"

स्थापना दिवस पर पदाधिकारियों की विशेष उपस्थिति

कार्यक्रम में कई प्रमुख पदाधिकारियों ने हिस्सा लिया। इनमें जय सिंह, नाजिम राजेश नागर, नीरज कुमार, जुल्फिकार, सुभाष यादव, रामपाल सिंह, जसवंत, मुकेश कुमार, गुलाब सिंह, दीपू चौहान, शमशाद, ओमकार, डॉ. रतन सिंह, नीरज यादव, पुष्पेंद्र सिंह, चरण सिंह, नन्हे सिंह, फरमान अली, बलवंत सिंह, डॉक्टर नरदेव सिंह कश्यप, शारदा देवी, पिंटू, फूलवती देवी, कोशिंदर सिंह, और ब्रह्मपाल जैसे नाम शामिल थे।

नशा मुक्त भारत का संदेश

समारोह में उपस्थित पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने मिलकर नशा मुक्त भारत बनाने की दिशा में काम करने का संकल्प लिया। नशे के दुष्प्रभावों और इसके कारण होने वाले सामाजिक नुकसान पर विस्तार से चर्चा की गई। संगठन ने कहा कि जागरूकता ही सबसे बड़ा हथियार है, जिससे हम भारत को एक स्वस्थ और खुशहाल देश बना सकते हैं।

भविष्य की योजनाएं और संगठन की भूमिका

स्थापना दिवस के मौके पर भारतीय किसान यूनियन लोक शक्ति ने अपनी भविष्य की योजनाओं पर भी प्रकाश डाला। संगठन ने साफ किया कि वह किसानों और मजदूरों के साथ-साथ समाज के हर तबके के लिए काम करेगा। कार्यक्रम के अंत में सभी ने संगठन की सफलता और मजबूती के लिए प्रार्थना की।

इस समारोह ने यह साबित किया कि भारतीय किसान यूनियन लोक शक्ति सिर्फ एक संगठन नहीं, बल्कि समाज सुधार का एक आंदोलन है। संगठन का हर कदम न केवल किसानों के हित में होगा, बल्कि पूरे देश को एक बेहतर भविष्य की ओर ले जाने का प्रयास करेगा।

भारतीय किसान यूनियन लोक शक्ति का 7वां स्थापना दिवस समारोह न केवल एक जश्न था, बल्कि समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल भी। संगठन की प्रतिबद्धता और जोश ने इस बात को स्पष्ट कर दिया है कि वे किसानों, मजदूरों और समाज के हर वर्ग के लिए मजबूती से खड़े रहेंगे।


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