महाकुंभ के लिए जा रहे महामंडलेश्वर अरुण गिरि का एक्सीडेंट, संतों ने बताई साजिश; Y श्रेणी सुरक्षा की उठी मांग



महाकुंभ के लिए प्रयागराज जाते समय अरुण गिरि की गाड़ी का एक्सीडेंट, संतों ने जताई साजिश की आशंका; Y श्रेणी सुरक्षा की मांग। 

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में महाकुंभ में शामिल होने जा रहे श्री पंचदशनाम आवाहन अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर अरुण गिरि का भयानक सड़क हादसा हो गया। यह हादसा प्रयागराज से करीब 25 किलोमीटर दूर नवाबगंज इलाके में हुआ। सामने से आ रही तेज रफ्तार इनोवा कार ने अरुण गिरि महाराज की गाड़ी को जोरदार टक्कर मार दी। इस दुर्घटना में अरुण गिरि के साथ उनकी गाड़ी में मौजूद चालक और एक अन्य सहयोगी भी घायल हो गए।


घटना के बाद अरुण गिरि को गंभीर हालत में स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल ले जाया गया। डॉक्टरों ने बताया कि उनके सिर और छाती पर गहरी चोटें आई हैं। फिलहाल उनकी स्थिति स्थिर बताई जा रही है, लेकिन उन्हें रातभर अस्पताल में निगरानी में रखा गया। डॉक्टर नीरज के मुताबिक, "अरुण गिरि खतरे से बाहर हैं और उन्हें सुबह डिस्चार्ज कर दिया जाएगा।"


हादसा या साजिश?


इस सड़क हादसे के बाद आवाहन अखाड़े के संतों ने इसे सिर्फ एक दुर्घटना मानने से इनकार कर दिया। अखाड़े के प्रमुख संत स्वामी प्रकाश ने आरोप लगाया कि यह पूरी घटना एक साजिश हो सकती है। उन्होंने कहा, "महामंडलेश्वर की गाड़ी को जानबूझकर साइड से टक्कर मारी गई है। यह महज एक दुर्घटना नहीं लगती।"


संतों ने महामंडलेश्वर अरुण गिरि के लिए 'वाई' श्रेणी सुरक्षा की मांग की है। उनका कहना है कि इस तरह की घटनाओं को रोकने और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए तुरंत कड़े कदम उठाए जाने चाहिए।


घटनास्थल पर अफरा-तफरी


घटना के तुरंत बाद स्थानीय लोग और पुलिस मौके पर पहुंची। हादसे में अरुण गिरि की गाड़ी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। गाड़ी में सवार सभी लोगों को स्थानीय लोगों की मदद से अस्पताल पहुंचाया गया। पुलिस ने इनोवा कार के चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी है।


महाकुंभ से जुड़ी आस्था


महाकुंभ में आवाहन अखाड़े का विशेष स्थान होता है। इस अखाड़े के संतों का महाकुंभ में आना करोड़ों श्रद्धालुओं के लिए एक बड़ा आकर्षण है। ऐसे में महामंडलेश्वर अरुण गिरि के साथ हुई यह घटना उनके अनुयायियों और संत समाज के बीच चिंता का विषय बन गई है।


संत समाज की प्रतिक्रिया


घटना की जानकारी मिलते ही आवाहन अखाड़े के प्रमुख संत और अनुयायी बड़ी संख्या में स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल पहुंच गए। उन्होंने प्रशासन से इस मामले की गहन जांच कराने और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने की मांग की।


स्वामी प्रकाश ने कहा, "महामंडलेश्वर अरुण गिरि जैसे प्रतिष्ठित संत के साथ हुई यह घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। प्रशासन को तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए और उनकी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने चाहिए।"


पुलिस की कार्रवाई


प्रयागराज पुलिस ने घटना स्थल पर पहुंचकर जरूरी जांच शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि इनोवा कार के चालक की पहचान कर ली गई है और उससे पूछताछ की जा रही है। साथ ही घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है, ताकि यह स्पष्ट हो सके कि यह हादसा महज एक दुर्घटना थी या इसके पीछे कोई साजिश थी।


संतों की सुरक्षा पर सवाल


महाकुंभ जैसे बड़े आयोजन में संतों और धार्मिक नेताओं की सुरक्षा पर सवाल उठना कोई नई बात नहीं है। इससे पहले भी ऐसे कई हादसे हुए हैं, जिनमें संतों की सुरक्षा व्यवस्था की पोल खुल चुकी है।


आवाहन अखाड़े के संतों का कहना है कि प्रशासन को इस घटना को गंभीरता से लेना चाहिए और संत समाज की सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए।

यह घटना केवल एक हादसा नहीं, बल्कि संत समाज की सुरक्षा को लेकर कई बड़े सवाल खड़े करती है। प्रशासन और सरकार को इस मामले में त्वरित और सटीक कार्रवाई करनी होगी, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।


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