मेरठ के कैपिटल हॉस्पिटल में लिफ्ट गिरने से गर्भवती महिला की दर्दनाक मौत, तीन अन्य घायल। परिजनों ने अस्पताल में किया हंगामा।
मेरठ के अस्पताल में सुरक्षा मानकों की बड़ी चूक, लिफ्ट गिरने से गर्भवती की मौत
मेरठ के हापुड़ चुंगी स्थित कैपिटल हॉस्पिटल में गुरुवार को एक दर्दनाक हादसा हो गया। लिफ्ट गिरने से एक गर्भवती महिला की मौत हो गई और तीन अन्य लोग घायल हो गए। यह हादसा तब हुआ जब महिला को डिलीवरी के बाद ग्राउंड फ्लोर पर लाया जा रहा था। अचानक लिफ्ट का पट्टा टूट गया और वह तेज आवाज के साथ नीचे आ गिरी।
गर्दन फंसने से महिला की मौके पर ही मौत
लिफ्ट गिरने के दौरान गर्भवती महिला की गर्दन उसमें फंस गई, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। साथ में मौजूद तीन अन्य लोग भी गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें तुरंत अस्पताल के दूसरे विभाग में भर्ती कराया गया, लेकिन इस घटना ने अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्थाओं पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
अस्पताल में तोड़फोड़ और हंगामा
हादसे के बाद मृतक महिला के परिजनों ने अस्पताल परिसर में जमकर हंगामा किया। गुस्साए परिजनों ने अस्पताल के शीशे तोड़ दिए और व्यवस्थाओं को लेकर नाराजगी जाहिर की। इस दौरान अस्पताल में अफरा-तफरी का माहौल बन गया। मौके पर पहुंची पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित किया और परिजनों को शांत कराया।
लिफ्ट गिरने का कारण क्या था?
प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि लिफ्ट संभवतः ओवरलोड होने के कारण गिरी। सिविल लाइन के सीओ अभिषेक तिवारी ने बताया कि घटना की जांच के लिए एक टीम गठित की गई है और सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं। इसके अलावा, मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO) डॉ. अशोक कटारिया ने कहा कि लिफ्ट की नियमित जांच नहीं की गई थी, जो इस हादसे का मुख्य कारण हो सकता है।
परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर लगाए लापरवाही के आरोप
मृतक महिला के परिजनों ने अस्पताल प्रशासन पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाया। उनका कहना है कि अस्पताल की लिफ्ट लंबे समय से खराब थी और इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया गया। परिजनों ने मांग की है कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।
अस्पताल प्रबंधन सवालों के घेरे में
कैपिटल हॉस्पिटल, जो मेरठ के प्रमुख निजी अस्पतालों में से एक है, अब इस हादसे के बाद सवालों के घेरे में आ गया है। मरीजों की सुरक्षा को लेकर अस्पताल प्रशासन की गंभीर लापरवाही उजागर हुई है। हादसे के बाद सभी मरीजों को दूसरे अस्पतालों में शिफ्ट कर दिया गया है।
क्या कहते हैं अधिकारी?
मेरठ के एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह ने बताया कि हादसे की गंभीरता को देखते हुए हर पहलू की जांच की जा रही है। दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
यह हादसा अस्पतालों में सुरक्षा मानकों और उपकरणों की समय-समय पर जांच की कमी की ओर इशारा करता है। यह घटना न केवल मृतक महिला के परिजनों के लिए, बल्कि समाज के लिए भी एक चेतावनी है कि जीवन की सुरक्षा को लेकर समझौता नहीं किया जाना चाहिए।
आपकी राय:
क्या अस्पताल प्रबंधन की इस लापरवाही के लिए उन्हें कठोर दंड मिलना चाहिए? अपनी राय नीचे कमेंट सेक्शन में दें।
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