मिशन शक्ति के तहत जौनपुर में एसपी ग्रामीण शैलेंद्र कुमार सिंह ने बालिकाओं को जागरूक किया, ट्रैफिक नियमों और साइबर सुरक्षा पर दी अहम जानकारियां।
इंद्रेश तिवारी की रिपोर्ट
जौनपुर, मछलीशहर। महिलाओं और बालिकाओं की सुरक्षा और सशक्तिकरण को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार के 'मिशन शक्ति' कार्यक्रम के तहत जौनपुर में जागरूकता अभियान चलाया गया। स्थानीय नौरंगी देवी शालिकराम जूनियर हाई स्कूल में आयोजित इस कार्यक्रम में पुलिस अधीक्षक ग्रामीण शैलेंद्र कुमार सिंह ने बालिकाओं को खुलकर अपनी समस्याएं साझा करने की अपील की।
श्री सिंह ने कहा, "बालिकाओं को डरने की जरूरत नहीं है। अगर स्कूल, घर या किसी सार्वजनिक स्थान पर उन्हें कोई परेशान करता है, तो वह बिना किसी झिझक के पुलिस में शिकायत करें। उनकी गोपनीयता का पूरा ध्यान रखा जाएगा।"
साइबर ठगी और ट्रैफिक नियमों पर विशेषज्ञों की सलाह
कार्यक्रम में ट्रैफिक एसपी राम मोहन सिंह ने यातायात सुरक्षा पर जोर देते हुए कहा कि ट्रैफिक नियमों का पालन हर नागरिक का कर्तव्य है। उन्होंने बताया, "सड़क दुर्घटनाओं को कम करने और सुरक्षित यात्रा के लिए ट्रैफिक नियमों का पालन करना अनिवार्य है।"
साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ जितेंद्र कुमार सिंह ने डिजिटल ठगी से बचने के उपाय साझा किए। उन्होंने कहा, "किसी भी अनजान व्यक्ति को अपने फोन का ओटीपी, पासवर्ड या निजी जानकारी साझा न करें। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का उपयोग बेहद सावधानी से करें और अनजान कॉल्स को नजरअंदाज करें।"
छात्रों के लिए गुरुजनों की सीख
इस मौके पर स्थानीय कॉलेज के संस्थापक राम अभिलाष पाल गुरुजी ने छात्रों को शिक्षा और गुरुजनों की बात मानने का संदेश दिया। उन्होंने कहा, "गुरु हमेशा अपने शिष्यों के हित में काम करते हैं। मन लगाकर पढ़ाई करने और अनुशासन में रहने से सफलता सुनिश्चित होती है।"
अतिथियों और विशेषज्ञों की मौजूदगी
कार्यक्रम में जौनपुर के प्रसिद्ध चिकित्सक हरिनाथ यादव, पत्रकार संघ मछलीशहर के अध्यक्ष अनिल कुमार पांडेय और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे। सभी ने बालिकाओं की सुरक्षा और जागरूकता के महत्व पर जोर दिया।
क्षेत्राधिकारी मछलीशहर विवेक कुमार सिंह और कोतवाल त्रिवेणी सिंह ने कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि "बालिकाओं को आत्मनिर्भर और साहसी बनाने के लिए इस तरह के जागरूकता अभियान आवश्यक हैं।"
अंत में आभार व्यक्त
कार्यक्रम का समापन करते हुए आयोजकों ने आए हुए अतिथियों और विशेषज्ञों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि "बालिकाओं की सुरक्षा और सशक्तिकरण से ही समाज की प्रगति संभव है।"
मिशन शक्ति के तहत आयोजित इस कार्यक्रम ने बालिकाओं को न केवल सुरक्षा की भावना दी बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर और आत्मविश्वासी बनने की प्रेरणा भी दी।
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