धान क्रय केंद्रों पर छोटी जोत के किसानों को प्राथमिकता देने के आदेश, सहायक आयुक्त ने किया कड़ा निरीक्षण




सहायक आयुक्त अमित कुमार पांडेय ने मछलीशहर धान क्रय केंद्रों का निरीक्षण कर छोटे किसानों की प्राथमिकता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।

इंद्रेश तिवारी की रिपोर्ट

जौनपुर (मछलीशहर)। बुधवार को सहायक आयुक्त सहकारिता एवं सहायक निबंधक जौनपुर अमित कुमार पांडेय ने मछलीशहर के विभिन्न धान क्रय केंद्रों का निरीक्षण किया। उनके साथ एडीसीओ विजय कुमार और एडीओ भी मौजूद थे। इस निरीक्षण का उद्देश्य किसानों की समस्याओं को समझना और केंद्रों की कार्यप्रणाली में सुधार लाना था।

रामपुर खुर्द केंद्र पर निरीक्षण

रामपुर खुर्द के बी-पैक्स केंद्र पर निरीक्षण के दौरान पाया गया कि अब तक 22 किसानों से 1507 कुंतल धान खरीदा जा चुका है। मौके पर 216 बोरे धान मौजूद थे। सहायक आयुक्त ने जिलाप्रबंधक पीसीएफ को निर्देशित किया कि आनलाइन माध्यम से तुरंत अतिरिक्त बोरे उपलब्ध कराए जाएं ताकि खरीद प्रक्रिया बाधित न हो।

केंद्रों पर समीक्षा और आदेश

सहायक आयुक्त ने मछलीशहर के हीरामनपुर, रामपुर चौथर, गरियाँव, सोहासा, नीभापुर, बनवीरपुर, मुस्तफाबाद और सलारपुर धान क्रय केंद्रों का भी जायजा लिया। उन्होंने सभी केंद्र प्रभारी और संबंधित एजेंसियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि छोटी जोत के किसानों से धान खरीद को प्राथमिकता दी जाए।

शून्य डिलीवरी पर नाराजगी

रामपुर, बनवीरपुर, घघरिया, भीलमपुर, निभापुर, और गरियाँव केंद्रों पर शून्य डिलीवरी की स्थिति देखकर सहायक आयुक्त ने गहरी नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने संबंधित क्रय एजेंसियों को तुरंत धान की डिलीवरी सुनिश्चित करने के सख्त आदेश दिए। साथ ही कहा कि धान क्रय में किसी प्रकार की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

मिलों को जल्द डिलीवरी का निर्देश

सहायक आयुक्त ने एडीसीओ मछलीशहर और संबंधित एडीओ को सख्त निर्देश दिए कि केंद्रों पर जमा धान का 80% स्टॉक संबंधित मिलों को तुरंत डिलीवर किया जाए। इसके साथ ही सीएमआर डिलीवरी प्रक्रिया को तेज करने के भी निर्देश दिए गए।

किसानों के भुगतान पर फोकस

उन्होंने सभी केंद्र प्रभारियों को यह भी आदेश दिए कि किसानों के धान का भुगतान 48 घंटे के भीतर सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा कि किसानों को समय पर भुगतान न मिलने से उनकी परेशानी बढ़ती है, जो स्वीकार्य नहीं है।

केंद्रों के समय पर खुलने का आदेश

सहायक आयुक्त ने यह भी सुनिश्चित करने के लिए कहा कि सभी क्रय केंद्र प्रतिदिन निर्धारित समय तक खुले रहें। केंद्र प्रभारी अपनी नियमित उपस्थिति दर्ज कराएं ताकि किसानों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो।

धान क्रय में पारदर्शिता का आह्वान

सहायक आयुक्त ने सभी संबंधित अधिकारियों को पारदर्शिता और निष्ठा के साथ काम करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि सरकार की क्रय नीति का उद्देश्य किसानों के हितों की रक्षा करना है और इसमें कोई भी लापरवाही गंभीर कार्रवाई को आमंत्रित करेगी।

यह निरीक्षण अभियान यह सुनिश्चित करने के लिए था कि छोटे किसानों को प्राथमिकता मिल सके और धान क्रय प्रक्रिया में कोई बाधा न आए। सहायक आयुक्त ने कहा कि केंद्रों पर सुविधाओं और पारदर्शिता को बनाए रखना उनकी पहली प्राथमिकता है।

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