एसएसपी अनुराग आर्य का बड़ा कदम! बरेली में लापरवाह तीन दरोगा और तीन सिपाही निलंबित। जानें पूरे मामले की बड़ी वजह।
संवाददाता मुदित प्रताप सिंह की रिपोर्ट
बरेली। एसएसपी अनुराग आर्य ने लापरवाह और कामचोर पुलिस वालों के खिलाफ बड़ा एक्शन लिया है। पीलीभीत कोर्ट से जमानती और गैर जमानती 29 वारंट जारी होने के बावजूद पुलिस ने उसे तामील नहीं कराया। एसएसपी ने अलग अलग मामले में तैनात दो दरोगा और दो सिपाही को सम्मन समय पर तामील न कराने के लिए निलंबित किया है।विशारतगंज में तैनात दरोगा को कुर्क किए गए सामान की चिट बन्दी नहीं करने पर उन्हें निलंबित किया है। हाफिजगंज थाने में तैनात सिपाही पर आरोप है कि सम्मन समय पर तामील नहीं कराया जिस वजह से उसे निलंबित किया गया।
सम्मन सैल में तैनात दरोगा धर्मवीर सिंह को गाजियाबाद, बागपत और नोएडा की अदालतों के आदेशों को चार दिन में तामील कराना था, लेकिन दरोगा 40 दिन बाद तामील कराकर हाजिर हुए। वहीं सम्मन सैल के दरोगा सुनीराम रंगा जिला खटीमा के सम्मन तामील करने थे। इसके लिए उन्हें 3 दिन का समय दिया गया था, लेकिन 30 दिन बाद तामील की कार्रवाई की गई। वहीं सिपाही सुनील कुमार को फिरोजाबाद, बदायूं और शाहजंहापुर के सम्मन तामील कराने थे, जिसके लिए 4 दिन का समय दिया गया, लेकिन 17 दिन बाद तामील कराया गया। वहीं सिपाही विनोद कुमार को बदायूं जिले के सम्मनों को तामील करना था। 2 दिन की वजह उन्होंने भी 29 दिन का समय लगाया। इस कारण चारों लोगों को एसएसपी ने निलंबित कर दिया है। इसके अलावा हाफिजगंज थाने में तैनात सिपाही नवीन कुमार ने आरोपी के वारंट का सम्मन तामील नहीं कराया। इसमें काफी लापरवाही बरती गई, इसलिए सिपाही नवीन को भी निलंबित कर दिया है।
विशारतगंज थाने में तैनात दरोगा जोगेन्द्र सिंह ने कोर्ट के आदेश पर कुर्क किए गए मकान के सामान की चिट बन्दी नहीं की, वही सामान को हाजिर भी नहीं किया। इसके साथ ही वारंट होने के बाद भी आरोपियों को गिरफ्तार करने से बचते रहे, और वारंट की साढ़े तीन लाख रुपये न वसूलने के चक्कर में दरोगा खुद फंस गए। अब एसएसपी ने उन पर निलंबन की कार्रवाई की है।
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