किडनैपिंग या फिल्म प्रमोशन का ड्रामा? सुनील पाल के वायरल ऑडियो से उठे कई सवाल




कॉमेडियन सुनील पाल किडनैपिंग केस में नया मोड़। वायरल ऑडियो से खुलासा कि फिल्म प्रमोशन के लिए रची गई थी झूठी कहानी।

मेरठ पुलिस के हाथ लगा नया सबूत, सुनील पाल पर उठे सवाल

मेरठ पुलिस इन दिनों कॉमेडियन सुनील पाल के किडनैपिंग केस की गुत्थी सुलझाने में जुटी है। यह मामला तब और पेचीदा हो गया जब पुलिस के हाथ एक ऑडियो रिकॉर्डिंग लगी, जिसने पूरे मामले को शक के घेरे में ला दिया। इस ऑडियो में सुनील पाल और कथित किडनैपर्स के बीच हुई बातचीत ने कहानी को बिल्कुल नया मोड़ दे दिया है।

किडनैपर्स की पहचान और फिरौती का मामला

मेरठ पुलिस ने इस केस में दोनों आरोपियों की पहचान कर ली है। बिजनौर के रहने वाले लवी चौधरी और अर्जुन कर्णवाल को सीसीटीवी फुटेज के जरिए ट्रेस किया गया। दोनों आरोपियों ने मेरठ के मशहूर ज्वेलरी स्टोर्स से फिरौती की रकम से गहने खरीदे थे। हालांकि, पुलिस जब उनके घर पहुंची, तो वे फरार मिले।

पुलिस ने दोनों के परिवार वालों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है और उनकी क्राइम हिस्ट्री खंगाली जा रही है। लेकिन मामला यहीं खत्म नहीं हुआ।

वायरल ऑडियो ने बढ़ाई सनसनी

पुलिस को मिले एक ऑडियो क्लिप ने केस की दिशा बदल दी। इसमें लवी चौधरी उर्फ सुशांत और सुनील पाल के बीच की बातचीत रिकॉर्ड है।

ऑडियो में लवी सुनील से कहता है, "आपने अपनी पत्नी को पूरी प्लानिंग पहले क्यों नहीं बताई? अब ये मामला पुलिस केस बन गया है।" इसके जवाब में सुनील पाल उसे समझाते हुए कहते हैं कि उन्होंने पुलिस को कुछ नहीं बताया है और उसे चिंता करने की जरूरत नहीं है।

लवी ने मुलाकात की बात की तो सुनील ने जवाब दिया, "अभी पुलिस और मीडिया की नजर है, शांत रहो।"

फिल्म प्रमोशन का शक क्यों?

यह मामला तब चर्चा में आया जब सुनील पाल की फिल्म "कॉफी विद एलन" 29 नवंबर को रिलीज हुई। इस फिल्म की प्रोड्यूसर उनकी पत्नी हैं, और फाइनेंसर्स बिजनौर और दिल्ली के हैं।

फिल्म रिलीज के बाद जब फाइनेंसर्स ने अपने पैसे वापस मांगे, तो सुनील पाल ने उन्हें आश्वासन दिया कि फिल्म चर्चा में आएगी और प्रॉफिट मिलेगा। इसके बाद सुनील पाल ने कथित तौर पर फिल्म को प्रमोट करने के लिए किडनैपिंग का नाटक रचने का सुझाव दिया।

सूत्रों के अनुसार, इस योजना में बिजनौर के फाइनेंसर्स भी शामिल हो गए। लेकिन मेरठ के ज्वेलरी शोरूम में सीसीटीवी फुटेज ने उनकी योजना पर पानी फेर दिया।

पुलिस की सख्ती, सुनील पाल को बुलाया गया मेरठ

मेरठ के लाल कुर्ती थाने में दर्ज किडनैपिंग केस अब एक बड़ा सवाल बन गया है। वायरल ऑडियो के बाद पुलिस ने सुनील पाल को मुंबई से मेरठ बुलाया है ताकि सच्चाई का पता लगाया जा सके।

पुलिस को शक है कि यह पूरा मामला फिल्म प्रमोशन के लिए रचा गया ड्रामा है। अब पुलिस की अगली कार्रवाई पर सबकी नजर है।

फिल्म प्रमोशन के लिए बनाया ड्रामा?

यह सवाल हर किसी के मन में है कि क्या सुनील पाल ने अपनी फिल्म को हिट कराने के लिए यह पूरा ड्रामा रचा था? अगर हां, तो यह एक गंभीर अपराध है।

क्या कहता है कानून?

अगर यह साबित होता है कि किडनैपिंग की कहानी झूठी है, तो सुनील पाल के खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो सकती है। साथ ही, इस मामले में शामिल सभी लोगों पर कानून के तहत कार्रवाई की जाएगी।


किडनैपिंग केस के इस नए मोड़ ने सभी को चौंका दिया है। अब यह देखना होगा कि पुलिस जांच में क्या नया सामने आता है और सुनील पाल पर लगे आरोप कितने सही साबित होते हैं।

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