वाराणसी-गाजीपुर हाईवे पर तेज रफ्तार कार ने साइकिल सवार को रौंदा, गुस्साई भीड़ का पुलिस पर पथराव, गाड़ियों में तोड़फोड़



वाराणसी-गाजीपुर हाईवे पर तेज रफ्तार कार ने साइकिल सवार को रौंदा, गुस्साई भीड़ ने पुलिस पर किया पथराव, 15 गाड़ियों में तोड़फोड़।

वाराणसी: हाईवे पर हादसे के बाद हिंसा, पुलिस पर पथराव, वाहनों में तोड़फोड़

वाराणसी-गाजीपुर हाईवे पर बुधवार को एक दर्दनाक सड़क हादसे ने बवाल का रूप ले लिया। तेज रफ्तार कार की चपेट में आने से साइकिल सवार की मौत के बाद स्थानीय ग्रामीण उग्र हो गए। उन्होंने शव को हाईवे पर रखकर प्रदर्शन किया, जिससे पांच किलोमीटर लंबा जाम लग गया। जब पुलिस ने हालात संभालने की कोशिश की, तो लोगों ने पथराव शुरू कर दिया। इस घटना में 10 से ज्यादा पुलिसकर्मी घायल हो गए और 15 से अधिक गाड़ियों में तोड़फोड़ की गई।

क्या है मामला?

यह घटना वाराणसी के चौबेपुर थाना क्षेत्र के शाहपुर गांव के पास की है। स्थानीय निवासी नत्थू राजभर साइकिल से कहीं जा रहे थे, तभी तेज रफ्तार कार ने उन्हें टक्कर मार दी। हादसे के बाद कार चालक ने गाड़ी रोकने के बजाय भागने की कोशिश की और नत्थू को रौंद दिया, जिससे मौके पर ही उनकी मौत हो गई।

ग्रामीणों का गुस्सा फूटा

नत्थू की मौत के बाद गुस्साए ग्रामीणों ने हाईवे जाम कर दिया। स्थानीय लोगों ने कार का पीछा कर उसे घेर लिया और कार चालक के साथ मारपीट की। हालांकि, चालक भीड़ का फायदा उठाकर भाग निकला। इसके बाद भीड़ ने कार को पूरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया।

पुलिस पर पथराव

घटनास्थल पर पहुंची पुलिस ने ग्रामीणों को समझाने की कोशिश की, लेकिन हालात बेकाबू हो गए। भीड़ ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया, जिसमें 10 से ज्यादा पुलिसकर्मी घायल हो गए। गुस्साई भीड़ ने हाईवे पर खड़ी अन्य गाड़ियों में भी तोड़फोड़ शुरू कर दी।

अधिकारियों ने संभाला मोर्चा

स्थिति को नियंत्रित करने के लिए डीसीपी वरुणा जोन चंद्रकांत मीना और एडीसीपी सरवणन टी मौके पर पहुंचे। अतिरिक्त पुलिस बल बुलाकर स्थिति को काबू में किया गया। घायल पुलिसकर्मियों और नागरिकों को पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया।

आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई

पुलिस ने नत्थू राजभर के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है और कार चालक के खिलाफ मामला दर्ज किया है। साथ ही, हिंसा, तोड़फोड़ और पथराव में शामिल लोगों की पहचान कर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है।

भीड़ का आक्रोश क्यों बढ़ा?

स्थानीय लोगों का आरोप है कि हादसे के बाद पुलिस की प्रतिक्रिया धीमी थी। घटनास्थल पर समय पर एंबुलेंस न पहुंचने से भी गुस्सा भड़क गया।




प्रशासन की अपील

प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे कानून अपने हाथ में न लें। पुलिस ने आश्वासन दिया है कि आरोपी को जल्द गिरफ्तार कर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

इस घटना ने एक बार फिर सड़क सुरक्षा और प्रशासनिक जवाबदेही पर सवाल खड़े कर दिए हैं। बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं को रोकने और जनता के गुस्से को संभालने के लिए प्रशासन को ठोस कदम उठाने होंगे।

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