योगी की चुनौती पर अखिलेश का पलटवार: मथुरा की यमुना में डुबकी क्यों नहीं लगाते? अरविंद केजरीवाल का समर्थन किया



अखिलेश यादव ने योगी आदित्यनाथ को मथुरा की यमुना में डुबकी लगाने की चुनौती दी, अरविंद केजरीवाल का समर्थन करते हुए तीखे सवाल किए।



योगी की चुनौती और अखिलेश का पलटवार:
दिल्ली विधानसभा चुनावों के माहौल में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल के बीच बयानबाजी ने सियासी गर्मी बढ़ा दी है। गुरुवार को एक रैली के दौरान योगी आदित्यनाथ ने अरविंद केजरीवाल को यमुना नदी में डुबकी लगाने की चुनौती दी। उन्होंने कहा, "अगर अरविंद केजरीवाल में हिम्मत है तो वे दिल्ली की यमुना नदी में डुबकी लगाएं और जल का आचमन करें।"

योगी की इस चुनौती पर समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने तुरंत पलटवार करते हुए कहा कि योगी आदित्यनाथ खुद मथुरा की यमुना में डुबकी क्यों नहीं लगाते। अखिलेश ने कहा, "जो लोग दूसरों को चुनौती दे रहे हैं, उन्हें पहले अपने घर से शुरुआत करनी चाहिए।"


अखिलेश का तीखा तंज:
समाजवादी पार्टी के आधिकारिक मीडिया हैंडल ने भी योगी आदित्यनाथ पर तीखा हमला बोला। पार्टी ने ट्वीट किया, "योगी आदित्यनाथ को लखनऊ में गोमती नदी, कानपुर में गंगा और मथुरा में यमुना का जल पीकर दिखाना चाहिए। अगर वे यह नहीं कर सकते, तो दूसरों को चुनौती देना बंद करें।"

यह बयान यूपी की नदियों के प्रदूषण पर भी सीधा सवाल उठाता है। पार्टी ने यह भी कहा कि योगी सरकार अपने राज्य की नदियों की सफाई और प्रदूषण रोकने में विफल रही है।


दिल्ली चुनाव में अखिलेश का केजरीवाल को समर्थन:
यह पहली बार नहीं है जब अखिलेश यादव ने आम आदमी पार्टी के पक्ष में बयान दिया हो। दिसंबर 2024 में, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच हुए विवाद में अखिलेश यादव ने खुलकर अरविंद केजरीवाल का समर्थन किया था। उन्होंने कहा था, "दिल्ली में बीजेपी को हराने का सामर्थ्य केवल आम आदमी पार्टी में है। हम उनका समर्थन करते हैं।"

अखिलेश और केजरीवाल का यह नया सियासी समीकरण यूपी और दिल्ली की राजनीति में एक नए गठजोड़ का संकेत देता है। समाजवादी पार्टी और आम आदमी पार्टी के बीच यह करीबी रिश्ता भविष्य में बड़े बदलाव ला सकता है।


योगी ने कुंभ महापर्व का दिया हवाला:
योगी आदित्यनाथ ने दिल्ली में अपने भाषण के दौरान प्रयागराज कुंभ का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा, "उत्तर प्रदेश में कुंभ महापर्व चल रहा है, जहां करोड़ों श्रद्धालु स्नान कर रहे हैं। यूपी कैबिनेट के सभी मंत्री कुंभ में डुबकी लगा चुके हैं। लेकिन क्या अरविंद केजरीवाल अपनी कैबिनेट के साथ दिल्ली की यमुना में स्नान कर सकते हैं?"

इस बयान ने दिल्ली की राजनीति में एक नई बहस छेड़ दी है। हालांकि, आलोचकों का कहना है कि यह बयान केवल ध्यान भटकाने के लिए दिया गया है।


आप और सपा के रिश्ते में मजबूती:
दिल्ली की राजनीति में अखिलेश यादव और अरविंद केजरीवाल की नजदीकी ने बीजेपी और कांग्रेस दोनों को चिंता में डाल दिया है। अखिलेश का कहना है कि उनकी पार्टी समाजवाद और लोकतंत्र के सिद्धांतों पर आधारित है, जो आप की विचारधारा से मेल खाती है।


राजनीतिक विश्लेषण:
इस पूरे प्रकरण ने दिल्ली और उत्तर प्रदेश दोनों राज्यों में सियासी हलचल मचा दी है। योगी आदित्यनाथ की चुनौती और अखिलेश यादव के पलटवार ने चुनावी माहौल को और अधिक दिलचस्प बना दिया है। देखना यह है कि इस सियासी खेल का अंत क्या होगा और कौन जनता के बीच अपनी पकड़ मजबूत कर पाएगा।

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