बरेली में सफाई निरीक्षक विवेक कुमार के विवादित बयान से पत्रकार समाज और 'सबका हक़' संस्था आक्रोशित, नगर आयुक्त को ज्ञापन सौंपा।
संवाददाता मुदित प्रताप सिंह की रिपोर्ट
बरेली। बरेली के छोटी बिहार क्षेत्र में सफाई अभियान के दौरान नगर निगम के सफाई एवं खाद्य निरीक्षक विवेक कुमार का विवादित बयान अब तूल पकड़ता जा रहा है। सफाई अभियान के तहत 22 दिसंबर 2024 को विवेक कुमार ने ठेले-खोमचे वाले दुकानदारों से प्रतिबंधित पन्नियां बरामद कर कार्रवाई की। इस दौरान घटना की कवरेज कर रहे पत्रकार यूसुफ खान के साथ उनकी कहासुनी हो गई।
हैरान करने वाली बात यह रही कि विवेक कुमार ने पत्रकारों पर अभद्र टिप्पणी करते हुए सरेआम उन्हें "दल्ला" और "फर्जी पत्रकार" कह दिया। इस बयान ने पत्रकार समाज की भावनाओं को आहत किया है।
'सबका हक़ ऑर्गेनाइजेशन' की अध्यक्षा राफिया शबनम ने इस घटना को गंभीर बताते हुए नगर आयुक्त को पत्र सौंपा। पत्र में उन्होंने विवेक कुमार से उनके बयान की पुष्टि करने की मांग की है। राफिया शबनम ने सवाल उठाया कि विवेक कुमार यह स्पष्ट करें कि उनके अनुसार कौन-कौन से पत्रकार "दल्ला" और "फर्जी" हैं।
राफिया शबनम ने चेतावनी दी है कि यदि सात दिन के भीतर विवेक कुमार अपने बयान की पुष्टि नहीं करते हैं, तो उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की मांग की जाएगी।
यह घटना न केवल बरेली बल्कि पूरे देश के पत्रकारों में आक्रोश का कारण बन गई है। पत्रकार यूसुफ खान ने विवेक कुमार के बयान को अस्वीकार्य बताते हुए न्याय की गुहार लगाई है।
राफिया शबनम ने कहा कि पत्रकार समाज देश का चौथा स्तंभ है और उनके साथ इस प्रकार का व्यवहार असहनीय है। नगर निगम से यह अपेक्षा है कि वह इस मामले में निष्पक्ष जांच कर कार्रवाई करेगा, ताकि पत्रकारों को न्याय मिल सके और उनके सम्मान की रक्षा हो।
यह घटना नगर निगम के अधिकारियों के आचरण पर सवाल खड़े करती है और इस पर कार्रवाई न होने से पत्रकार समाज के बीच असुरक्षा की भावना बढ़ सकती है।
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