लखनऊ के हजरतगंज मार्केट का जल्द होगा मेकओवर। इमारतें और साइनेज बोर्ड हेरिटेज लुक में दिखेंगे। व्यापारियों और प्रशासन की बैठक।
लखनऊ का दिल हजरतगंज: नए रंग-रूप में आएगा नजर
लखनऊ का ऐतिहासिक हजरतगंज मार्केट जल्द ही एक नए और आकर्षक लुक में दिखाई देगा। यहां की इमारतें और साइनेज बोर्ड हेरिटेज स्टाइल में सजाई जाएंगी। लखनऊ विकास प्राधिकरण (LDA) ने इस पहल के तहत सभी इमारतों के रंग, साइनेज बोर्ड और फसाड को एकरूप बनाने की योजना बनाई है।
बुधवार को हुई बैठक में LDA की अध्यक्ष और मंडलायुक्त डॉ. रोशन जैकब ने व्यापार मंडल के पदाधिकारियों को फसाड कंट्रोल गाइडलाइन पर सहमति के लिए आमंत्रित किया। इस योजना का उद्देश्य हजरतगंज को एक आकर्षक और पर्यटक-अनुकूल रूप देना है।
व्यापारियों ने दी सहमति
बैठक में व्यापारियों के साथ फसाड कंट्रोल गाइडलाइन पर प्रेजेंटेशन दिया गया। इसमें इमारतों के रंग और साइनेज बोर्ड के आकार को एकसमान बनाने की योजना साझा की गई। मंडलायुक्त ने बताया, "इमारतों के वर्तमान रंग में मामूली बदलाव कर इन्हें हेरिटेज लुक दिया जाएगा। यह न केवल स्थानीय लोगों को बल्कि पर्यटकों को भी आकर्षित करेगा।"
व्यापारियों ने इस गाइडलाइन को लेकर सहमति जताई और बेतरतीब साइनेज बोर्ड्स और होर्डिंग्स को व्यवस्थित करने का वादा किया।
बाजार का सौंदर्यीकरण
LDA उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार ने बताया कि हजरतगंज में सौंदर्यीकरण का काम जल्द शुरू होगा। इसमें नई रेलिंग, बेंच, बोलार्ड्स और आकर्षक डस्टबिन लगाए जाएंगे।
मेट्रो निर्माण के दौरान हुई सीवेज और ड्रेनेज समस्याओं को भी प्राथमिकता से ठीक किया जाएगा। व्यापारियों ने तारों को अंडरग्राउंड करने और साफ-सफाई की समस्या पर भी ध्यान आकर्षित किया।
डॉ. रोशन जैकब ने जलकल और लेसा अधिकारियों को तत्काल निरीक्षण और समाधान के निर्देश दिए। इसी महीने से नई मशीनरी के साथ सफाई व्यवस्था शुरू होगी।
आवासीय योजनाओं को मिलेगी रफ्तार
मंडलायुक्त ने ग्राम कलियाखेड़ा और प्यारेपुर में चल रही आवासीय योजनाओं की समीक्षा भी की। ग्राम कलियाखेड़ा की अधिकांश भूमि पर कब्जा लेकर विकास कार्य शुरू हो चुका है। ग्राम प्यारेपुर के किसानों को मुआवजा वितरण भी तेजी से किया जा रहा है।
डॉ. जैकब ने आईटी सिटी और वेलनेस सिटी के कार्यों को भी गति देने के निर्देश दिए।
क्यों महत्वपूर्ण है हजरतगंज का यह बदलाव?
हजरतगंज न केवल लखनऊ का सबसे प्रमुख बाजार है, बल्कि यह शहर की संस्कृति और इतिहास का प्रतीक भी है। इस बदलाव के बाद यह बाजार और भी आकर्षक और व्यवस्थित लगेगा।
लखनऊ के दिल को नई पहचान
यह बदलाव न केवल व्यापारियों के लिए फायदेमंद होगा बल्कि लखनऊ को पर्यटन के नक्शे पर भी नई पहचान देगा।
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