लखनऊ में HMPV वायरस का पहला केस: 60 वर्षीय महिला संक्रमित, जानें इस खतरनाक वायरस के लक्षण और बचाव के तरीके





लखनऊ में HMPV वायरस का पहला केस: 60 वर्षीय महिला संक्रमित, वायरस के लक्षण, बचाव और सरकार की सतर्कता पर जानें पूरी जानकारी।

लखनऊ में HMPV वायरस का पहला मामला

लखनऊ में HMPV (ह्यूमन मेटाप्नीमोवायरस) ने दस्तक दे दी है। गुरुवार को 60 वर्षीय महिला की इस वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई। महिला लखनऊ के नेहरू नगर की निवासी है और खांसी व बुखार की समस्या से जूझ रही थी। रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद महिला को अस्पताल में भर्ती कराया गया। फिलहाल महिला का स्वास्थ्य स्थिर बताया जा रहा है।

बच्चों से बुजुर्गों तक पहुंचा वायरस

HMPV वायरस आमतौर पर छोटे बच्चों को अधिक प्रभावित करता है, लेकिन यह पहला मामला है जिसमें बुजुर्ग महिला संक्रमित पाई गई हैं। भारत में अब तक इस वायरस के 12 मामले सामने आए हैं, जिनमें से अधिकतर दो साल से कम उम्र के बच्चों में हैं।

HMPV वायरस के लक्षण

इस वायरस के संक्रमण से मरीजों में निम्नलिखित लक्षण देखे जाते हैं:

खांसी और सर्दी

तेज बुखार

हाथ-पैरों में दर्द

सांस लेने में कठिनाई


सरकार ने दी सतर्कता बढ़ाने की सलाह

केंद्र सरकार ने सभी राज्यों को निर्देश दिया है कि वे 'इन्फ्लूएंजा लाइक इलनेस' (ILI) और 'सीवियर एक्यूट रेस्पिरेट्री इश्यूज' (SARI) जैसे मामलों पर नजर रखें। साथ ही, वायरस से बचाव के लिए जागरूकता फैलाने पर जोर दिया गया है।

बचाव के उपाय

HMPV वायरस से बचने के लिए निम्नलिखित सावधानियां बरतें:

1. नियमित रूप से हाथ धोएं।


2. संक्रमित व्यक्ति से दूरी बनाए रखें।


3. खांसी, जुकाम, या बुखार होने पर डॉक्टर से संपर्क करें।


4. छोटे बच्चों का विशेष ध्यान रखें।



कोई नया वायरस नहीं: विशेषज्ञों का बयान

दिल्ली एम्स और स्वास्थ्य मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि HMPV कोई नया वायरस नहीं है। यह भारत में पहले भी मौजूद था। एक रिसर्च के अनुसार, सांस संबंधी संक्रमण के कुल मामलों में 5% HMPV से जुड़े होते हैं।

जागरूक रहें, सुरक्षित रहें

इस वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए सतर्क रहना और समय पर चिकित्सकीय सहायता लेना बेहद जरूरी है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि यह वायरस घबराहट का कारण नहीं है, लेकिन इससे बचाव के उपायों का पालन करना अनिवार्य है।


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