लखनऊ में एलडीए का बुलडोजर एक्शन: गोसाईंगंज में 50 बीघा अवैध प्लॉटिंग तबाह, क्या आपका प्लॉट भी यहां है?



लखनऊ में एलडीए का बुलडोजर गोसाईंगंज में 50 बीघा अवैध प्लॉटिंग ध्वस्त, अधिकारियों ने सुधीर सिंह समेत डेवलपर्स पर कार्रवाई की।

लखनऊ: लखनऊ विकास प्राधिकरण (LDA) ने शहर में अवैध प्लॉटिंग और निर्माण के खिलाफ सख्त रुख अपनाते हुए बुधवार को गोसाईंगंज क्षेत्र में 50 बीघा से अधिक क्षेत्रफल में चार अवैध कॉलोनियों को ध्वस्त कर दिया। यह कार्रवाई एलडीए के उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार के निर्देश पर प्रवर्तन टीम द्वारा की गई। अधिकारियों ने बिना प्राधिकरण की अनुमति से बनाई जा रही कॉलोनियों को नष्ट कर, शहर में अवैध प्लॉटिंग पर कड़ा संदेश दिया है।

गोसाईंगंज में कहां-कहां हुई कार्रवाई?

एलडीए की प्रवर्तन जोन-1 टीम ने गोसाईंगंज के ग्राम मलौली और सराय करोरा क्षेत्र में प्रमुख डेवलपर्स द्वारा की जा रही अवैध प्लॉटिंग को निशाना बनाया। प्रवर्तन जोन-1 के जोनल अधिकारी देवांश त्रिवेदी ने बताया कि:

  1. ग्राम मलौली:
    सुधीर सिंह और उनके सहयोगियों ने यहां करीब 12 बीघा क्षेत्र में अवैध कॉलोनी विकसित कर ली थी।
  2. बाराबंकी रोड, सराय करोरा:
    मनीष सिंह और प्रदीप सिंह द्वारा करीब 15 बीघा भूमि पर "तक्ष सिटी" नाम से अवैध कॉलोनी तैयार की जा रही थी।
  3. ग्राम पहाड़नगर टिकरिया:
    रमेश चंद्र और अन्य डेवलपर्स ने रेलवे क्रॉसिंग के पास 10 बीघा भूमि पर अवैध प्लॉटिंग कर दी थी।

कैसे हुई कार्रवाई?

एलडीए की टीम ने पुलिस बल और स्थानीय थाने की मदद से बुलडोजर की सहायता से इन अवैध प्लॉटिंग्स को ध्वस्त किया। डेवलपर्स द्वारा बनाई गई सड़कों, नालियों, बाउंड्री वॉल और साइट ऑफिस को पूरी तरह खत्म कर दिया गया।

डेवलपर्स के खिलाफ सख्त रुख

एलडीए ने अवैध निर्माण करने वाले सुधीर सिंह, मनीष सिंह, राजदेव सिंह, प्रदीप सिंह और "तक्ष पैराडाइज प्राइवेट लिमिटेड" के खिलाफ सख्त कार्रवाई की। अधिकारियों का कहना है कि इन कॉलोनियों को विकसित करने के लिए एलडीए की अनुमति या ले-आउट स्वीकृति नहीं ली गई थी।

अवैध कॉलोनियों की बढ़ती समस्या

शहर में अवैध प्लॉटिंग का चलन तेजी से बढ़ रहा है, खासकर गोसाईंगंज, बाराबंकी रोड और सुल्तानपुर रोड जैसे इलाकों में। स्थानीय लोग अक्सर सस्ते प्लॉट खरीदने के चक्कर में इन अवैध कॉलोनियों का शिकार बनते हैं। ऐसे में एलडीए का यह कदम आम जनता को सचेत करने के लिए महत्वपूर्ण है।

एलडीए का सख्त संदेश

एलडीए के उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार ने कहा कि:
"शहर में अवैध प्लॉटिंग और कॉलोनियों को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। ऐसे डेवलपर्स के खिलाफ कड़ी कार्रवाई जारी रहेगी।"

खरीददारों के लिए चेतावनी

एलडीए ने नागरिकों से अपील की है कि किसी भी प्लॉट को खरीदने से पहले उसकी वैधता की जांच कर लें। प्राधिकरण से अप्रूव कॉलोनियों की सूची एलडीए की वेबसाइट पर उपलब्ध है।

जनता की प्रतिक्रिया

एलडीए की इस कार्रवाई को शहरवासियों का समर्थन मिला है। स्थानीय निवासी राकेश यादव का कहना है:
"यह कार्रवाई अवैध निर्माण को रोकने और शहर को व्यवस्थित बनाने के लिए बेहद जरूरी है।"

लखनऊ विकास प्राधिकरण का यह अभियान साफ संदेश देता है कि नियमों की अनदेखी कर शहर में अवैध निर्माण करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। अगर आप भी लखनऊ में कोई प्लॉट खरीदने की सोच रहे हैं, तो सतर्क रहें और उसकी वैधता जांचें, वरना आपका पैसा और सपना दोनों बर्बाद हो सकते हैं।

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