महाकुंभ 2025: PM मोदी, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और अमित शाह संगम में आस्था की डुबकी लगाने आ रहे हैं, जानें कब आएंगे प्रयागराज



महाकुंभ 2025 में मोदी, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, और अमित शाह संगम स्नान करेंगे। AI कैमरों से श्रध्दालुओं की गिनती हो रही है।

इंद्रेश तिवारी की रिपोर्ट


महाकुंभ 2025: संगम नगरी में आस्था का महासंगम

प्रयागराज में 2025 का महाकुंभ धार्मिक आस्था और सांस्कृतिक धरोहर का भव्य आयोजन है। संगम नगरी हर दिन लाखों श्रद्धालुओं का स्वागत कर रही है। पूरे विश्व की नजर इस महाकुंभ पर है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और गृह मंत्री अमित शाह के महाकुंभ में आने की खबर ने श्रद्धालुओं के उत्साह को और बढ़ा दिया है।


महाकुंभ में दिग्गज नेताओं का आगमन: जानें तारीखें

  1. गृह मंत्री अमित शाह:
    गृह मंत्री अमित शाह 27 जनवरी को संगम नगरी आएंगे। उनके कार्यक्रम में गंगा पूजन, संगम स्नान और प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक शामिल है।

  2. उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़:
    उपराष्ट्रपति 1 फरवरी को संगम में डुबकी लगाएंगे और महाकुंभ की पवित्रता का अनुभव करेंगे।

  3. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी:
    प्रधानमंत्री 5 फरवरी को संगम में आस्था की डुबकी लगाएंगे। यह उनकी महाकुंभ यात्रा को खास बनाएगा।

  4. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू:
    राष्ट्रपति 10 फरवरी को महाकुंभ में भाग लेंगी और संगम स्नान करेंगी।


महाकुंभ 2025 में श्रद्धालुओं की गिनती के लिए AI तकनीक का उपयोग

महाकुंभ में 45 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। इतने बड़े आयोजन में भीड़ प्रबंधन और सटीक गिनती के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने अत्याधुनिक तकनीकों का उपयोग किया है।

AI आधारित कैमरों की मदद से गिनती

महाकुंभ स्थल पर लगभग 1800 AI-बेस्ड कैमरे लगाए गए हैं। ये कैमरे रियल टाइम में भीड़ का विश्लेषण कर रहे हैं और हर क्षेत्र में श्रद्धालुओं की संख्या को सटीकता से माप रहे हैं।

ड्रोन से भीड़ का आकलन

ड्रोन के जरिए भीड़ के घनत्व का आकलन किया जा रहा है। यह पता लगाया जाता है कि एक दिन में कितने श्रद्धालु महाकुंभ स्थल पर पहुंचे और कितनों ने संगम में स्नान किया।

क्राउड असेसमेंट टीम की विशेष जिम्मेदारी

महाकुंभ के लिए विशेष रूप से बनाई गई ‘क्राउड असेसमेंट टीम’ AI उपकरणों का उपयोग कर रही है। टीम रियल टाइम डेटा पर आधारित रिपोर्ट तैयार करती है, जिससे हर दिन श्रद्धालुओं की संख्या का सटीक अनुमान लगाया जाता है।


महाकुंभ 2025 के विशेष आकर्षण

महाकुंभ में इस बार 144 साल बाद एक दुर्लभ संयोग बन रहा है। 12 कुंभ पूरे होने के बाद यह महाकुंभ और भी खास हो गया है। संगम में स्नान करने के लिए भारत ही नहीं, बल्कि विदेशों से भी श्रद्धालु आ रहे हैं।

सुरक्षा और सुविधाएं

महाकुंभ में सुरक्षा को लेकर प्रशासन ने कड़े इंतजाम किए हैं। लाखों श्रद्धालुओं के लिए शौचालय, पेयजल, और भोजन की पर्याप्त व्यवस्था की गई है।

धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम

महाकुंभ में गंगा आरती, धार्मिक प्रवचन और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन हो रहा है। इन आयोजनों में देशभर के प्रसिद्ध कलाकार हिस्सा ले रहे हैं।


महाकुंभ के महत्व पर एक नजर

महाकुंभ भारतीय संस्कृति और आध्यात्मिकता का प्रतीक है। यह हर 12 साल में आयोजित होता है और इसमें डुबकी लगाने से मोक्ष प्राप्ति का विश्वास है। संगम पर गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती का संगम होता है, जो इसे और पवित्र बनाता है।

महाकुंभ 2025 न केवल आस्था का केंद्र है, बल्कि आधुनिक तकनीक और प्रबंधन का भी बेहतरीन उदाहरण है। पीएम मोदी, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, और गृह मंत्री अमित शाह जैसे नेताओं का संगम स्नान इस आयोजन की महत्ता को और बढ़ाएगा।

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