90 के दशक की हिट एक्ट्रेस ममता कुलकर्णी Mahakumbh में बनीं महामंडलेश्वर, अंडरवर्ल्ड और विवादों से तपस्या तक का सफर



90 के दशक की बॉलीवुड हिट अभिनेत्री ममता कुलकर्णी अब किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर बनीं। जानें उनकी जिंदगी के विवादास्पद किस्से और महाकुंभ में नई शुरुआत।



ममता कुलकर्णी: बॉलीवुड से महामंडलेश्वर तक का सफर
90 के दशक में बॉलीवुड की सुपरहिट अदाकारा ममता कुलकर्णी का नाम उस समय के बड़े सितारों के साथ लिया जाता था। 'करण अर्जुन', 'नसीब', 'क्रांतिवीर' और 'चाइना गेट' जैसी ब्लॉकबस्टर फिल्मों से ममता ने इंडस्ट्री में अपने अभिनय का लोहा मनवाया। लेकिन बॉलीवुड की इस हॉट और बोल्ड एक्ट्रेस का सफर उतना ही विवादों से भरा रहा, जितना कि उनकी फिल्में।

महाकुंभ 2025 में ममता कुलकर्णी का एक नया अवतार देखने को मिला। लंबे समय तक गुमनामी में रहीं ममता ने इस बार किन्नर अखाड़ा के माध्यम से वापसी की। उन्हें किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर पदवी से सम्मानित किया गया।

टॉपलेस फोटोशूट से बॉलीवुड में बवाल
1993 में ममता कुलकर्णी ने स्टारडस्ट मैगजीन के लिए टॉपलेस फोटोशूट करवाया था, जिसने पूरे बॉलीवुड को हिला कर रख दिया। यह फोटोशूट उस समय इतना विवादित हुआ कि ममता पर 15,000 रुपये का जुर्माना तक लगाया गया। हालांकि, इस घटना के बाद ममता को इंडस्ट्री में और भी ज्यादा प्रसिद्धि मिली।

अंडरवर्ल्ड से जुड़ा नाम
ममता कुलकर्णी का नाम 90 के दशक में अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन से भी जोड़ा गया। चर्चा यह थी कि उन्हें फिल्मों में काम अंडरवर्ल्ड की सिफारिश पर मिलता था। इसके अलावा, यह भी अफवाहें थीं कि उन्होंने दुबई में ड्रग माफिया विक्की गोस्वामी से शादी कर ली है। ममता और विक्की ने 10 साल तक दुबई में रहकर कथित तौर पर गैरकानूनी कारोबार किया। हालांकि, ममता ने इन सभी आरोपों को हमेशा नकारा।

भारत से दूरी और फिर वापसी
2002 में ममता ने बॉलीवुड से संन्यास ले लिया और केन्या में जाकर बस गईं। वह पूरी तरह से बॉलीवुड और भारत की चकाचौंध से दूर हो गईं। 2013 में उन्होंने अपनी किताब 'ऑटोबायोग्राफी ऑफ़ ए योगिनी' लॉन्च की। इस दौरान उन्होंने बताया कि वह 2000 से ही आध्यात्मिक साधना कर रही हैं।



महाकुंभ में महामंडलेश्वर का नया अवतार
2025 के महाकुंभ में ममता कुलकर्णी ने अपना पिंडदान कर खुद को आध्यात्मिक जीवन के लिए समर्पित कर दिया। किन्नर अखाड़ा की आचार्य महामंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने उन्हें महामंडलेश्वर की उपाधि प्रदान की। इसके साथ ही, ममता का नया नाम 'ममता नंद गिरी' रखा गया।



नया जीवन और नया उद्देश्य
ममता कुलकर्णी अब आध्यात्मिकता की राह पर चल रही हैं। उन्होंने कहा, "मैंने दुनिया की मोह-माया से दूर होकर खुद को ईश्वर की सेवा के लिए समर्पित कर दिया है।"


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