सस्पेंड एसओ ने हत्या को गैर इरादतन हत्या में बदला। एसएसपी ने मामला फिर से खोला। बरेली का ये केस बना चर्चा का विषय।
संवाददाता मुदित प्रताप सिंह की रिपोर्ट
जनपद बरेली _ फतेहगंज पश्चिमी थाने के सस्पेंड एसओ राजेश बाबू मिश्रा ने अपने निलंबन से पहले एक गंभीर मामले में बड़ी गड़बड़ी कर दी। 23 अक्तूबर 2024 को समुदाय विशेष के आरोपी अलीमुद्दीन ने रंजिश के चलते गांव रसूला चौधरी के निवासी नन्हें लाल को ट्रैक्टर से कुचलकर मार डाला।लेकिन एसओ मिश्रा ने हत्या के इस मामले को गैर इरादतन हत्या में बदल दिया। मामला संज्ञान में आने पर एसएसपी अनुराग आर्य ने तत्काल जांच के आदेश दिए।फतेहगंज पश्चिमी के रसूला चौधरी गांव के 35 वर्षीय नन्हें लाल गांव के होरीलाल की दुकान के सामने बेंच पर बैठे थे। तभी आरोपी अलीमुद्दीन ट्रैक्टर लेकर आया और नन्हें को कुचलकर मार दिया।वारदात के बाद आरोपी फरार हो गया।मृतक के छोटे भाई महेंद्र पाल ने फतेहगंज पश्चिमी थाने में हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई थी।लेकिन तत्कालीन एसओ राजेश बाबू मिश्रा ने इस मामले में हेरफेर करते हुए इसे गैर इरादतन हत्या में तब्दील कर दिया।घटना के बाद गांव में तनाव का माहौल बन गया, क्योंकि नन्हें का घर मिश्रित आबादी वाले क्षेत्र में है। दो समुदायों के बीच विवाद बढ़ने की आशंका को देखते हुए पुलिस और पीएसी की तैनाती की गई थी। एसएसपी अनुराग आर्य ने शुरुआती जांच के बाद हत्या का मुकदमा दर्ज कराया।मृतक के भाई महेंद्र पाल ने बताया कि आरोपी अलीमुद्दीन गांव की गलियों में तेज गति से ट्रैक्टर चलाता था। छह महीने पहले नन्हें लाल ने बच्चों की सुरक्षा के लिए उसे ट्रैक्टर धीरे चलाने की सलाह दी थी। इस पर दोनों के बीच झगड़ा हुआ और अलीमुद्दीन ने नन्हें को ट्रैक्टर से कुचलकर मारने की धमकी दी थी। इसी रंजिश में उसने वारदात को अंजाम दिया।मामले में गड़बड़ी का खुलासा तब हुआ जब एसएसपी अनुराग आर्य ने मौजूदा इंस्पेक्टर प्रदीप चतुर्वेदी से जानकारी ली। सच्चाई सामने आने पर मुकदमे को फिर से हत्या में परिवर्तित किया गया। साथ ही निलंबित एसओ राजेश बाबू मिश्रा के खिलाफ जांच शुरू की गई।निलंबित एसओ राजेश बाबू मिश्रा ने हत्या के मुकदमे को गैर इरादतन हत्या में बदल दिया था। मामले की पुनः जांच के बाद हत्या की धारा बढ़ा दी गई है।सत्यनिष्ठा की जांच की जा रही है।रिपोर्ट के आधार पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
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