दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में आम आदमी पार्टी की हार के बाद मुख्यमंत्री आतिशी ने इस्तीफा दिया। बीजेपी की प्रचंड जीत के बाद दिल्ली की राजनीति में बड़ा बदलाव।
आतिशी ने केवल 4.5 महीने के कार्यकाल के बाद ही दिल्ली की सत्ता से विदाई ले ली, जिससे आम आदमी पार्टी की सियासी स्थिति और भी कमजोर होती दिख रही है। दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी (BJP) की ऐतिहासिक जीत के बाद यह राजनीतिक भूचाल आया है, जिसमें अरविंद केजरीवाल समेत कई बड़े नेता चुनाव हार गए।
AAP के लिए बड़ा झटका, BJP की प्रचंड जीत!
21 सितंबर 2024 को जब अरविंद केजरीवाल ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिया था, तब पार्टी ने आतिशी को कमान सौंपी थी। लेकिन AAP के 10 साल के शासन के बाद जनता ने सत्ता परिवर्तन का फैसला सुनाया और भाजपा ने पहली बार दिल्ली विधानसभा में पूर्ण बहुमत हासिल कर लिया।
इस चुनाव में AAP के कई दिग्गज नेता हार गए, जिनमें
- अरविंद केजरीवाल (न्यू दिल्ली सीट से)
- मनीष सिसोदिया (पटपड़गंज सीट से)
- सौरभ भारद्वाज (ग्रेटर कैलाश सीट से)जैसे बड़े नाम शामिल हैं।
हालांकि, तीन मंत्रियों ने जीत दर्ज कर पार्टी की साख बचाई:
- गोपाल राय (बाबरपुर)
- मुकेश अहलावत (सुल्तानपुर माजरा)
- इमरान हुसैन (बल्लीमारान)
आतिशी ने कालकाजी सीट पर रोमांचक जीत दर्ज की
AAP की प्रमुख रणनीतिकार आतिशी ने कालकाजी विधानसभा सीट से लगातार दूसरी बार जीत दर्ज की, जहां उन्होंने भाजपा के कद्दावर नेता रमेश बिधूड़ी को 3,521 वोटों के मामूली अंतर से हराया। लेकिन पार्टी की समग्र हार ने उनकी मुख्यमंत्री पद पर पकड़ कमजोर कर दी।
क्या AAP का सफाया हो गया?
AAP का प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा और इस चुनाव में उसे महज 8 सीटें मिलीं, जबकि 2020 में उसने 62 सीटें जीती थीं। भाजपा ने दिल्ली की राजनीति में ऐतिहासिक बदलाव लाते हुए 62 सीटों पर जीत दर्ज की, जबकि कांग्रेस को सिर्फ 2 सीटें ही मिल सकीं।
BJP की जीत के पीछे कौन से फैक्टर रहे?
- मोदी लहर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता और विकास योजनाओं का असर दिल्ली के मतदाताओं पर साफ दिखा।
- केजरीवाल सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप: शराब नीति घोटाला और मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी जैसे मुद्दों ने AAP की छवि को नुकसान पहुंचाया।
- केंद्र और MCD में BJP की पकड़: दिल्ली में MCD चुनाव में पहले ही AAP को झटका लग चुका था, जिसका असर विधानसभा चुनाव में भी देखने को मिला।
- लोकल मुद्दों पर फोकस: बीजेपी ने दिल्ली में अवैध कॉलोनियों को नियमित करने, यमुना सफाई और परिवहन सुधारों पर जोर दिया, जिससे मतदाताओं का रुझान बदला।
आगे क्या? कौन बनेगा नया मुख्यमंत्री?
आतिशी के इस्तीफे के बाद दिल्ली में नए मुख्यमंत्री को लेकर अटकलें तेज हो गई हैं। भाजपा जल्द ही अपना नया मुख्यमंत्री चुन सकती है, जिसमें गौतम गंभीर, विजय गोयल, रामवीर बिधूड़ी और मनोज तिवारी जैसे नाम आगे आ सकते हैं।
AAP का भविष्य अधर में?
आम आदमी पार्टी के लिए यह चुनावी हार भविष्य के लिए बड़ा खतरा बन गई है। 2024 के लोकसभा चुनाव में पहले ही पार्टी का प्रदर्शन खराब रहा था और अब विधानसभा चुनाव में यह करारी शिकस्त एक बड़ा झटका है।
अब सवाल यह है कि क्या AAP इस हार से उबर पाएगी या दिल्ली की राजनीति में उसका वजूद खत्म हो जाएगा?
दिल्ली में AAP के 10 साल के शासन का अंत हो गया और भाजपा ने इतिहास रच दिया। आतिशी ने हार के बाद इस्तीफा देकर नए राजनीतिक समीकरणों को जन्म दे दिया है। अब देखना होगा कि भाजपा किसे मुख्यमंत्री बनाकर दिल्ली की सत्ता संभालती है और AAP इस हार के बाद अपनी रणनीति में क्या बदलाव करती है।
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