दिल्ली में 27 साल बाद बीजेपी की सरकार बनी, लेकिन शपथग्रहण 14 फरवरी के बाद होगा. पीएम मोदी की उपस्थिति में भव्य समारोह की तैयारी.
दिल्ली में बीजेपी की सत्ता वापसी, कौन बनेगा मुख्यमंत्री? 14 फरवरी के बाद होगा शपथग्रहण समारोह
दिल्ली में 27 साल बाद भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने सत्ता की कमान अपने हाथों में ले ली है. विधानसभा चुनाव में शानदार जीत के बाद अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि दिल्ली का नया मुख्यमंत्री कौन बनेगा और शपथग्रहण समारोह कब होगा? सूत्रों की मानें तो शपथग्रहण 14 फरवरी के बाद ही आयोजित किया जाएगा, क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 10 से 13 फरवरी तक विदेश दौरे पर रहेंगे.
दिल्ली बीजेपी ने 48 सीटों पर शानदार जीत दर्ज की है, जबकि आम आदमी पार्टी (AAP) को करारी शिकस्त मिली और वह सिर्फ 22 सीटों पर सिमट गई. केजरीवाल का किला ध्वस्त हो चुका है, और अब बीजेपी की अगली रणनीति पर मंथन जारी है.
शपथग्रहण समारोह में दिखेगी बीजेपी की ताकत, एनडीए राज्यों के मुख्यमंत्री होंगे शामिल
सूत्रों की मानें तो दिल्ली में बनने वाली बीजेपी सरकार का शपथग्रहण समारोह बेहद भव्य होगा. इसमें एनडीए के सभी मुख्यमंत्री और वरिष्ठ नेताओं को आमंत्रित किया जाएगा. बीजेपी मुख्यालय में हुई बैठक में पीएम मोदी, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली की नई सरकार की रूपरेखा पर चर्चा की.
बीजेपी इस बार दिल्ली में मजबूत नेतृत्व और तेजतर्रार कैबिनेट देने की तैयारी में है. बीजेपी के लिए यह जीत सिर्फ एक चुनावी जीत नहीं बल्कि 27 साल की सत्ता वापसी का उत्सव भी है.
दिल्ली का नया मुख्यमंत्री कौन? बीजेपी के अंदर सियासी घमासान तेज
अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि दिल्ली का सीएम कौन बनेगा? बीजेपी के कई दिग्गज नेता इस रेस में हैं. सूत्रों की मानें तो तीन नाम सबसे आगे चल रहे हैं—
- मनोज तिवारी: पूर्व दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष और भोजपुरी सुपरस्टार, जिनकी दिल्ली में लोकप्रियता जबरदस्त है.
- विजय गोयल: अनुभवी नेता और दिल्ली की राजनीति के पुराने खिलाड़ी.
- रामवीर सिंह बिधूड़ी: वर्तमान में दिल्ली विधानसभा में विपक्ष के नेता, जमीनी पकड़ मजबूत.
हालांकि, अंतिम फैसला बीजेपी हाईकमान करेगा और यह भी संभव है कि कोई सरप्राइज़ चेहरा मुख्यमंत्री की कुर्सी तक पहुंच जाए.
शपथग्रहण में क्यों देरी? पीएम मोदी की मौजूदगी अहम
बीजेपी ने दिल्ली चुनाव में प्रचंड जीत हासिल की, लेकिन अभी तक शपथग्रहण की तारीख घोषित नहीं की गई है. इसका मुख्य कारण प्रधानमंत्री मोदी का विदेश दौरा है.
पीएम मोदी 10 से 13 फरवरी तक फ्रांस और अमेरिका के दौरे पर रहेंगे. वे पहले फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से मिलेंगे और फिर अमेरिका जाकर राष्ट्रपति जो बाइडेन से मुलाकात करेंगे. मोदी के विदेश से लौटने के बाद ही दिल्ली में शपथग्रहण समारोह आयोजित होगा.
केजरीवाल, सिसोदिया, जैन… AAP के बड़े नेताओं की हार से झटका
दिल्ली चुनाव में आम आदमी पार्टी को करारी हार का सामना करना पड़ा है. सीएम अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया, सत्येंद्र जैन, सौरभ भारद्वाज जैसे दिग्गज नेताओं को हार मिली है.
AAP का दावा था कि वह तीसरी बार सत्ता में वापसी करेगी, लेकिन बीजेपी की सुनामी के आगे उसका सारा गणित फेल हो गया. कई सीटों पर बीजेपी ने भारी अंतर से जीत दर्ज की, जिससे साफ है कि दिल्ली की जनता ने केजरीवाल मॉडल को पूरी तरह से खारिज कर दिया.
क्या बदलेगा दिल्ली का सियासी नक्शा? बीजेपी का रोडमैप तैयार
दिल्ली में सरकार बनाने के बाद बीजेपी का अगला टारगेट होगा दिल्ली को केंद्र शासित प्रदेश से पूर्ण राज्य का दर्जा दिलाना. इसके अलावा बीजेपी दिल्ली में कई बड़े बदलाव करने की योजना बना रही है—
बीजेपी का फोकस अगले 5 सालों में दिल्ली की पूरी तस्वीर बदलने पर है.
दिल्ली बीजेपी की बड़ी बैठक, सीएम और मंत्रियों पर होगा फैसला
दिल्ली में जीत के बाद बीजेपी ने रविवार को सभी विधायकों की बैठक बुलाई है. यह बैठक शाम 5 बजे दिल्ली बीजेपी ऑफिस में होगी. इसमें सीएम के नाम और संभावित मंत्रियों पर चर्चा होगी.
बैठक में दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा, प्रदेश प्रभारी बैजयंत पांडा और राष्ट्रीय संगठन मंत्री बीएल संतोष शामिल होंगे. इस बैठक के बाद बीजेपी की रणनीति स्पष्ट होगी और दिल्ली के नए सीएम का नाम लगभग तय हो जाएगा.
दिल्ली में बीजेपी का अगला मिशन – 2029
बीजेपी ने दिल्ली में 27 साल बाद जीत दर्ज की है, लेकिन यह जीत सिर्फ विधानसभा तक सीमित नहीं रहेगी. अब बीजेपी की नजर 2029 लोकसभा चुनाव पर होगी.
2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी दिल्ली की सभी 7 सीटें जीतने में सफल रही थी, लेकिन अब पार्टी का फोकस स्थानीय राजनीति को मजबूत करने और दिल्ली में AAP को पूरी तरह खत्म करने पर होगा.
दिल्ली में सत्ता में वापसी बीजेपी के लिए गेमचेंजर साबित हो सकती है. अब देखना यह होगा कि बीजेपी दिल्ली के लिए क्या नई योजनाएं लाती है और कैसे आम जनता को अपने पक्ष में बनाए रखती है.
निष्कर्ष: दिल्ली में बीजेपी की सरकार, 14 फरवरी के बाद शपथग्रहण तय
अब सबकी नजरें दिल्ली के नए मुख्यमंत्री पर टिकी हैं. क्या बीजेपी कोई सरप्राइज़ चेहरा सामने लाएगी? या फिर किसी अनुभवी नेता को जिम्मेदारी सौंपेगी? इसका जवाब कुछ ही दिनों में मिल जाएगा!
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