दिल्ली में भाजपा की ट्रिपल इंजन सरकार की तैयारी! विधानसभा चुनाव जीतने के बाद एमसीडी पर कब्जे की रणनीति, जानिए बीजेपी का पूरा नंबर गेम।
नई दिल्ली: दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी (BJP) की ‘ट्रिपल इंजन सरकार’ की रणनीति अब अंतिम चरण में है। केंद्र में मोदी सरकार, दिल्ली विधानसभा में प्रचंड जीत के बाद अब भाजपा की नजर दिल्ली नगर निगम (MCD) पर है। एमसीडी में मेयर पद के चुनाव को लेकर बीजेपी ने जबरदस्त रणनीति बनाई है, जिससे वह दिल्ली की सत्ता पर पूरी तरह काबिज हो सके।
बीजेपी की रणनीति: एमसीडी पर कब्जे की तैयारी!
भाजपा ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में जोरदार जीत दर्ज की है, जिससे पार्टी का आत्मविश्वास चरम पर है। अब बीजेपी एमसीडी में भी अपना मेयर बैठाने के लिए पूरा नंबर गेम खेल रही है। एमसीडी में कुल 250 पार्षद होते हैं, जिनके अलावा दिल्ली के सात लोकसभा सांसद, तीन राज्यसभा सांसद और 14 विधायक भी वोटिंग में हिस्सा लेते हैं।
वर्तमान स्थिति पर नजर डालें तो:
- बीजेपी के पास फिलहाल 112 पार्षद हैं, जबकि
- आम आदमी पार्टी (AAP) के पास 119 पार्षद हैं।
- बीजेपी के 14 विधायक और 7 लोकसभा सांसदों को जोड़ लें तो यह संख्या 133 तक पहुंच जाती है।
- वहीं, AAP के 13 विधायक और 3 राज्यसभा सांसद मिलाकर 135 होते हैं।
पिछले साल नवंबर में हुए मेयर चुनाव में आम आदमी पार्टी के महेश खिंची सिर्फ तीन वोटों के अंतर से जीते थे। उस समय भाजपा के उम्मीदवार किशन लाल को 130 और महेश खिंची को 133 वोट मिले थे।
कैसे बीजेपी बना सकती है अपना मेयर?
दिल्ली में विधानसभा चुनाव जीतने के बाद बीजेपी के लिए एमसीडी पर कब्जा करना ज्यादा मुश्किल नहीं होगा। पार्टी की रणनीति इस प्रकार है:
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आप के पार्षदों का इस्तीफा और उपचुनाव – विधानसभा चुनाव में AAP के तीन पार्षद विधायक बन चुके हैं। बीजेपी की योजना है कि इनमें से कुछ और पार्षदों को बीजेपी में शामिल कर लिया जाए या इस्तीफा दिलाया जाए, जिससे उपचुनाव में बीजेपी के उम्मीदवार जीते और एमसीडी में उसका बहुमत हो जाए।
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कांग्रेस और निर्दलीयों का गणित – कांग्रेस ने पिछली बार मेयर चुनाव में भाग नहीं लिया था। अगर इस बार भी कांग्रेस तटस्थ रहती है तो बीजेपी को फायदा होगा।
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अविश्वास प्रस्ताव का प्लान – बीजेपी मेयर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाकर नया चुनाव करा सकती है और इस बार अपने मेयर को जीत दिला सकती है।
दिल्ली में ‘ट्रिपल इंजन सरकार’ का खाका तैयार
भाजपा के इस मास्टर प्लान का सीधा असर दिल्ली की राजनीति पर पड़ेगा। अगर बीजेपी एमसीडी पर भी कब्जा कर लेती है, तो दिल्ली में एक तरह से उसकी ‘ट्रिपल इंजन सरकार’ बन जाएगी। यानी –
- केंद्र में मोदी सरकार
- दिल्ली विधानसभा में मजबूत बीजेपी
- एमसीडी में भाजपा का मेयर
इससे विकास कार्यों में तेजी आएगी और दिल्ली की प्रशासनिक व्यवस्था पर बीजेपी का पूरा नियंत्रण होगा।
आप के लिए संकट, बीजेपी के लिए बड़ा अवसर!
आम आदमी पार्टी के लिए यह सबसे बड़ा राजनीतिक संकट हो सकता है, क्योंकि एमसीडी में मेयर का चुनाव हारने से उसकी पकड़ कमजोर हो जाएगी। दूसरी तरफ, बीजेपी का मनोबल और बढ़ेगा और वह दिल्ली में 2027 के विधानसभा चुनाव तक पूरी तरह से जमीनी पकड़ बना लेगी।
अब सबकी नजरें अप्रैल 2025 में होने वाले एमसीडी मेयर चुनाव पर हैं। अगर बीजेपी अपनी रणनीति में सफल होती है, तो दिल्ली में उसकी ‘ट्रिपल इंजन सरकार’ की नींव मजबूत हो जाएगी।
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