ग्रेटर नोएडा के दिल्ली पब्लिक स्कूल में दीवार गिरने से दो मजदूरों की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि एक गंभीर रूप से घायल है। पुलिस ने ठेकेदार को गिरफ्तार किया।
दिल्ली पब्लिक स्कूल में बड़ा हादसा, निर्माण कार्य के दौरान गिरी दीवार
ग्रेटर नोएडा के प्रतिष्ठित Delhi Public School (DPS) में निर्माण कार्य के दौरान एक बड़ा हादसा हो गया। स्विमिंग पूल के ऊपर छाया डालने के लिए बन रही संरचना की दीवार अचानक गिर गई, जिससे तीन मजदूर मलबे में दब गए। इस दर्दनाक घटना में यूपी के हमीरपुर निवासी बाबूलाल (45) और लाल दीवान की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक अन्य मजदूर दुर्गा प्रसाद गंभीर रूप से घायल हो गया।
घटना के बाद स्कूल में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में सभी मजदूरों को अस्पताल पहुंचाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने दो मजदूरों को मृत घोषित कर दिया। इस हादसे के बाद पुलिस ने ठेकेदार को गिरफ्तार कर लिया है और जांच शुरू कर दी है।
कैसे हुआ हादसा? दीवार गिरने के पीछे सामने आई बड़ी लापरवाही
जानकारी के मुताबिक, स्कूल प्रशासन स्विमिंग पूल के ऊपर छाया बनाने के लिए लेंटर डाल रहा था। इस निर्माण कार्य को ठेकेदार के हवाले किया गया था। निर्माण के दौरान 7 फीट ऊंची और 9 इंच मोटी दीवार को सहारा देने के लिए कोई मजबूत कॉलम नहीं था। जब मजदूर गड्ढा खोद रहे थे, तभी दीवार अचानक ढह गई और मजदूर उसके नीचे दब गए।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, निर्माण कार्य के दौरान सुरक्षा मानकों की अनदेखी की गई थी। मजदूरों को बिना किसी सुरक्षा उपकरण के काम पर लगाया गया था, जिससे उनकी जान चली गई। हादसे के बाद स्थानीय प्रशासन और पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी है।
चीख-पुकार के बीच स्कूल में मचा हड़कंप, मजदूरों की जिंदगी नहीं बचा सके डॉक्टर
शुक्रवार दोपहर जब हादसा हुआ, तो स्कूल परिसर में भय और चीख-पुकार का माहौल बन गया। अन्य मजदूरों ने तुरंत मदद के लिए शोर मचाया, जिसके बाद स्कूल स्टाफ और स्थानीय लोगों ने बचाव कार्य शुरू किया। पुलिस को सूचना मिलते ही सूरजपुर थाने की टीम मौके पर पहुंची और मलबे में दबे मजदूरों को बाहर निकालकर अस्पताल भेजा।
ग्रेटर नोएडा के कैलाश अस्पताल में भर्ती किए गए तीनों मजदूरों में से दो की हालत इतनी गंभीर थी कि डॉक्टर उन्हें बचा नहीं सके। घायल मजदूर दुर्गा प्रसाद की हालत भी नाजुक बनी हुई है और उसका इलाज जारी है।
ठेकेदार की लापरवाही ने ली दो मजदूरों की जान, पुलिस ने किया गिरफ्तार
इस घटना में ठेकेदार की बड़ी लापरवाही सामने आई है। पुलिस ने मजदूरों के परिवार की शिकायत के आधार पर ठेकेदार को गिरफ्तार कर लिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, जिस तरह से निर्माण कार्य किया जा रहा था, उसमें सुरक्षा मानकों की अनदेखी की गई थी। बिना मजबूत सहारे के दीवार को छोड़ देना एक गंभीर लापरवाही थी, जिसके कारण यह हादसा हुआ।
परिवारों का दर्द: "गरीबी में पेट पालने निकले थे, मौत मिली"
मजदूरों के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। मृतक बाबूलाल और लाल दीवान यूपी के हमीरपुर जिले के रहने वाले थे और परिवार का पेट पालने के लिए ग्रेटर नोएडा में काम कर रहे थे।
बाबूलाल के भाई ने बताया, "हमारे घर में कमाने वाला कोई और नहीं है। बाबूलाल मेहनत करके अपने बच्चों का पेट पाल रहे थे, लेकिन ठेकेदार की लापरवाही ने उनकी जान ले ली।"
इस हादसे के बाद उठ रहे सवाल, क्या होगी स्कूल प्रशासन पर कार्रवाई?
यह हादसा कई गंभीर सवाल खड़े कर रहा है—
- क्या स्कूल प्रशासन को निर्माण कार्य में सुरक्षा उपायों की जानकारी थी?
- क्या ठेकेदार ने बिना सुरक्षा उपकरणों के मजदूरों को काम पर लगाया था?
- क्या स्कूल और ठेकेदार के खिलाफ गंभीर कार्रवाई होगी?
पुलिस इस पूरे मामले की गहनता से जांच कर रही है और यह देखा जाएगा कि स्कूल प्रशासन की भी कोई जिम्मेदारी बनती है या नहीं।
निर्माण कार्यों में सुरक्षा की अनदेखी कब तक?
यह हादसा फिर से एक सवाल छोड़ जाता है—क्या मजदूरों की ज़िंदगी इतनी सस्ती है कि कोई भी ठेकेदार या प्रशासन सुरक्षा मानकों की धज्जियां उड़ाकर उन्हें मौत के मुंह में धकेल देता है? ग्रेटर नोएडा जैसे हाई-प्रोफाइल क्षेत्र में इस तरह की घटनाएं यह दर्शाती हैं कि सुरक्षा उपायों की कमी मजदूरों की जान लेने का सिलसिला रोक नहीं रही है।
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