महाकुम्भ 2025: विशाल फाउंडेशन की "माध्यम" पहल से सनातन ज्ञान को मिलेगा नया आयाम


महाकुम्भ के शुभ अवसर पर विशाल फाउंडेशन ने "माध्यम" पहल की शुरुआत की। इसका उद्देश्य सनातन धर्म और विज्ञान के बीच सेतु बनाना है।

प्रयागराज: महाकुम्भ 2025 के शाही स्नान के पावन अवसर पर विशाल फाउंडेशन ने एक अनोखी पहल "माध्यम" का शुभारंभ किया है। इस पहल का उद्देश्य सनातन धर्म की प्राचीन परंपराओं और आधुनिक विज्ञान के बीच सेतु बनाना है, ताकि भारतीय संस्कृति के गूढ़ ज्ञान को जन-जन तक पहुंचाया जा सके।

संस्था के अध्यक्ष विक्की सिंह दसौंधी ने इस पहल का विस्तृत परिचय देते हुए बताया कि "माध्यम" केवल एक मुहिम नहीं है, बल्कि यह एक आंदोलन है, जो भारत को विश्वगुरु के रूप में पुनः स्थापित करने की दिशा में प्रयासरत है। उन्होंने कहा, "हमारे हिंदू धर्म के अत्यधिक ऊर्जावान मंदिर और मठ, जो अब तक लोगों की जानकारी से परे थे, उन्हें पहचानकर नवीनीकरण और प्रचार-प्रसार किया जाएगा। इन पवित्र स्थलों की ऊर्जा का उपयोग मानसिक और शारीरिक समस्याओं के समाधान के लिए किया जाएगा।"

"माध्यम" पहल की विशेषताएं

इस पहल के अंतर्गत "ज्ञान अमृत" को सरल और सुलभ तरीके से जनता तक पहुंचाया जाएगा। संस्था ने "माध्यम" नामक एक डिजिटल पोर्टल की भी घोषणा की है। इस पोर्टल के माध्यम से लोग देश-विदेश से पवित्र स्थलों पर पूजा बुक कर सकेंगे। संस्था के सचिव लालित कुमार ने बताया कि इस पोर्टल के जरिए उन मंदिरों और मठों तक भी पहुंच बनाई जा सकेगी, जो अब तक केवल विशिष्ट वर्गों तक सीमित थे।

सम्मेलन में प्रमुख संतों का सानिध्य

इस मुहिम के शुभारंभ समारोह में अंतरराष्ट्रीय योग गुरु स्वामी संतोषानंद गिरी महाराज (पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के योग गुरु) ने योग और आयुर्वेद के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा, "भारत की प्राचीन परंपराएं मानवता को शांति और स्वास्थ्य प्रदान करने का साधन हैं।"
महामंडलेश्वर डॉ. स्वामी उमाकांतानंद सरस्वती महाराज ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा, "माध्यम भारतीय संस्कृति को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाएगा और युवाओं को धर्म से जोड़ने का माध्यम बनेगा।"

अंतरराष्ट्रीय संत परमपूज्य गुरुदेव स्वामी निरंजन महाराज ने "वसुधैव कुटुंबकम" का संदेश देते हुए कहा, "हिंदू धर्म की जड़ता समाप्त कर इसे प्रगतिशील बनाना समय की मांग है। यह पहल समाज में समरसता और जागरूकता लाने का कार्य करेगी।"

युवाओं की भागीदारी बनी मुख्य आकर्षण

पहल में युवाओं की भागीदारी अत्यधिक सराहनीय रही। युवा नेता विक्रांत रावल ने इस पहल को सराहा और इसे सनातन परंपराओं के प्रति जागरूकता लाने का माध्यम बताया। उन्होंने कहा, "यह पहल युवाओं को धर्म, योग, और आयुर्वेद से जोड़ने में मदद करेगी।"

समारोह के मुख्य आकर्षण

इस पहल के तहत काशी के प्रसिद्ध ज्योतिष आचार्य अरविंद मिश्रा ने बताया कि "माध्यम" से युवाओं में ज्योतिष और अन्य प्राचीन विज्ञानों के प्रति विश्वास बढ़ेगा।
साध्वी देवी विष्णुप्रिया ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि भारत को विश्वगुरु बनाने में "माध्यम" एक मजबूत स्तंभ बनेगा। उन्होंने युवाओं से सनातन धर्म के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाने का आग्रह किया।

विशाल फाउंडेशन की चेयरपर्सन सोनी दसौंधी ने कहा, "हमारी परंपराओं में अद्भुत ऊर्जा और ज्ञान छिपा है। यह पहल हर व्यक्ति को उस ऊर्जा से परिचित कराएगी और जीवन को बेहतर बनाने में मदद करेगी।"

भविष्य की योजनाएं

विशाल फाउंडेशन ने यह भी घोषणा की कि "माध्यम" के तहत उन पवित्र स्थलों की सूची बनाई जाएगी, जो अत्यधिक ऊर्जावान हैं। इन स्थलों का नवीनीकरण और डिजिटल प्रचार किया जाएगा, ताकि लोग इनका लाभ उठा सकें।

समापन विचार

समारोह का समापन करते हुए आर.डी. सिंह (पूर्व सलाहकार, भारत सरकार) ने कहा कि यह पहल सनातन संस्कृति के संरक्षण और प्रसार के लिए मील का पत्थर साबित होगी। उन्होंने "माध्यम" को एक क्रांतिकारी कदम बताते हुए इसकी सफलता का पूर्वानुमान व्यक्त किया।

महाकुम्भ के इस शुभ अवसर पर "माध्यम" पहल ने यह संदेश दिया है कि भारत की प्राचीन परंपराएं और आधुनिक विज्ञान एक साथ मिलकर मानवता के कल्याण के लिए काम कर सकते हैं।

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