महाकुंभ 2025: दो दिन में 568 ट्रेनों से 28 लाख यात्रियों का सफर। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने भीड़ प्रबंधन के लिए वॉर रूम से दिए नए निर्देश।
महाकुंभ में श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए भारतीय रेलवे ने यात्री सुविधाओं के लिए ऐतिहासिक प्रबंधन किया है। प्रयागराज के विभिन्न रेलवे स्टेशनों पर भीड़ नियंत्रण के साथ लाखों तीर्थयात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए 568 स्पेशल ट्रेनें चलाई गईं।
महाकुंभ 2025 के तहत तीर्थयात्रियों की सुविधा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए भारतीय रेलवे ने दो दिनों में 28 लाख से अधिक यात्रियों को सेवा प्रदान की। इनमें 12 फरवरी को 225 ट्रेनें और 11 फरवरी को 343 ट्रेनें संचालित की गईं, जिनमें लाखों यात्रियों ने यात्रा की।
प्रयागराज में महाकुंभ के दौरान तीर्थयात्रियों की सुविधा और भीड़ प्रबंधन के लिए केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने नई दिल्ली स्थित रेल भवन के वॉर रूम का दौरा किया। उन्होंने प्रयागराज के आठ प्रमुख रेलवे स्टेशनों पर स्थिति की गहन समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि तीर्थयात्रियों को हर संभव सुविधा दी जाए और आवश्यकता पड़ने पर अतिरिक्त ट्रेनें तुरंत चलाई जाएं।
प्रयागराज में भीड़ प्रबंधन पर रेलवे की नजर
रेल भवन में वॉर रूम से प्रयागराज के सभी आठ प्रमुख रेलवे स्टेशनों की निगरानी की जा रही है। रेल मंत्री ने स्थिति का जायजा लेते हुए सुनिश्चित किया कि तीर्थयात्रियों के लिए ट्रेनों का संचालन बिना किसी रुकावट के किया जाए। प्रयागराज के स्टेशनों पर भीड़ को नियंत्रित करने और यात्रियों को बेहतर अनुभव प्रदान करने के लिए 5,000 यात्रियों की क्षमता वाले चार होल्डिंग एरिया पूरी तरह से चालू किए गए हैं।
रेलवे मंत्रालय ने बताया कि माघी पूर्णिमा के अवसर पर खुसरोबाग में 100,000 यात्रियों की क्षमता वाला एक नया होल्डिंग एरिया चालू किया गया है। यहां यात्रियों के ठहरने, भोजन और अन्य जरूरी सेवाओं की विशेष व्यवस्था की गई है।
तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए विशेष निर्देश
रेल मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि सभी दिशाओं में तीर्थयात्रियों के लिए पर्याप्त ट्रेनों का प्रबंधन किया जाए। इसके अलावा, नियमित ट्रेनों के साथ-साथ स्पेशल गाड़ियों का परिचालन सुनिश्चित किया जाए। प्रयागराज मंडल को निर्देश दिया गया कि यात्रियों की सुविधा के लिए हर संभव कदम उठाए जाएं।
डिजिटल माध्यम से यात्रियों को मिली राहत
रेल मंत्रालय ने यात्रियों को ट्रेनों से संबंधित जानकारी पहुंचाने के लिए डिजिटल माध्यमों का इस्तेमाल किया। स्पेशल बुलेटिन, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म और रेलवे स्टेशन पर लगे डिस्प्ले स्क्रीन के जरिए तीर्थयात्रियों को लगातार अपडेट दी गई।
मंत्रालय की ओर से बताया गया कि यात्रियों को ट्रेनों की जानकारी आसानी से मिले, इसके लिए महाकुंभ क्षेत्र में होल्डिंग जोन बनाए गए हैं। इन जोन में यात्रियों को ठहरने और अन्य सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है।
महाकुंभ के लिए रेलवे का ऐतिहासिक प्रबंधन
महाकुंभ के दौरान भारतीय रेलवे ने लाखों यात्रियों की सुविधाओं के लिए जो कदम उठाए हैं, वह ऐतिहासिक हैं। प्रयागराज से दो दिनों में 27 लाख से अधिक यात्रियों का प्रबंधन एक बड़ी चुनौती थी, जिसे रेलवे ने सफलता से पूरा किया। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के निर्देशों के बाद, तीर्थयात्रियों को बेहतर अनुभव देने के लिए अतिरिक्त ट्रेनें चलाई जा रही हैं।
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