औरैया मर्डर मिस्ट्री: गलत इंजेक्शन से हुई मौत का खौफनाक बदला, लोहे की रॉड से बेरहमी से पीटकर उतारा मौत के घाट!




2023 में इंजेक्शन से हुई मौत का बदला लेने को युवक बना हैवान, औरैया में रॉड से पीटकर की हत्या, आरोपी गिरफ्तार।

उत्तर प्रदेश के औरैया जिले में हुई दिल दहला देने वाली हत्या ने इलाके में सनसनी फैला दी है। इंसानी बदले की आग में जलते एक युवक ने दो साल पुरानी मौत का ऐसा हिसाब चुकाया, जिससे पूरा गांव थर्रा उठा।

मामला जितना साधारण दिखता था, उतना ही पेचीदा निकला। शुरू में ये एक एक्सीडेंट की तरह लग रहा था, लेकिन जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ी, परत दर परत खुलासे होते गए। और आखिरकार सामने आया खौफनाक सच: यह एक प्लांड मर्डर था, जो कि 2023 में हुई एक गलती का खूनखराबे से लिया गया बदला था।

हत्या या हादसा? नहर में मिला शव, पुलिस भी हुई चौंकन्नी

14 मार्च 2025 की सुबह औरैया कोतवाली पुलिस को एक फोन कॉल मिलता है – सलैया-तिलकपुर गांव की नहर में एक शव पड़ा हुआ है। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने शव को बाहर निकाला और पहचान शुरू की। मृतक की पहचान मुक्ता प्रसाद, निवासी सलैया गांव, के रूप में हुई।

शुरुआती जांच में ऐसा लगा जैसे यह कोई सड़क हादसा या दुर्घटना हो सकती है। लेकिन शव की हालत देखकर पुलिस का शक गहराने लगा। शरीर पर कई गंभीर चोट के निशान थे, खासकर सिर पर। इसी के आधार पर पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू की।

आरोपी गिरफ्तार: रंजिश की आग में जलते युवक की कहानी

जांच की कमान जब एसपी अभिजीत आर शंकर ने संभाली, तो कई टीमें बनाई गईं। क्राइम ब्रांच और स्वाट टीम को लगाया गया। तभी पुलिस को एक मुखबिर से अहम सुराग मिला, जिसने इस केस की गुत्थी सुलझा दी।

मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने एक युवक राम प्रताप सिंह को गिरफ्तार किया, जो उसी गांव का रहने वाला था। पूछताछ में राम प्रताप ने जो कहानी सुनाई, उसने पुलिस को भी हैरान कर दिया।

2023 की गलती, 2025 की सजा

राम प्रताप ने बताया कि साल 2023 में उसके चाचा के बेटे की मौत हो गई थी। उस वक्त गांव के ही मुक्ता प्रसाद ने उसके चचेरे भाई को गलत इंजेक्शन लगा दिया था। परिवार ने उस घटना को ‘दुर्घटना’ मानकर चुप्पी साध ली थी, लेकिन राम प्रताप के अंदर बदले की आग सुलग रही थी।

वह दिन-रात उस मंजर को याद करता था जब उसका भाई तड़प-तड़प कर मर गया था। राम प्रताप के मुताबिक, मुक्ता प्रसाद की लापरवाही की वजह से उसका भाई इस दुनिया में नहीं रहा। और यही वजह थी कि वह हर कीमत पर उसका अंत चाहता था।

लोहे की रॉड से पीट-पीटकर की गई हत्या

पुलिस को राम प्रताप ने कबूल किया कि उसने ही मुक्ता प्रसाद की बेरहमी से हत्या की है। उसने बताया कि उसने मौके पर जाकर मुक्ता को अकेला पाया और पहले उसे बातचीत के बहाने फंसाया। फिर जैसे ही उसे मौका मिला, उसने लोहे की रॉड से सिर पर कई वार किए, जब तक कि वह दम नहीं तोड़ गया।

हत्या के बाद राम प्रताप ने मुक्ता की बाइक को जानबूझकर तोड़ दिया और शव को नहर में फेंक दिया ताकि यह सब एक हादसा लगे। लेकिन उसकी यह चाल पुलिस की पैनी निगाह से बच नहीं सकी।

हत्या में इस्तेमाल हथियार और खून से सने कपड़े बरामद

राम प्रताप की निशानदेही पर पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल लोहे की रॉड और उसके खून से सने कपड़े भी बरामद कर लिए हैं। forensic जांच से यह बात और भी पक्की हो गई कि यह एक प्लांड मर्डर था।

पुलिस टीम को मिला इनाम

इस सनसनीखेज मर्डर मिस्ट्री को सुलझाने वाली पुलिस टीम की तारीफ करते हुए एसपी अभिजीत आर शंकर ने टीम को ₹10,000 का नकद इनाम देने की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि इस केस को सुलझाने में पुलिस की मुस्तैदी और तकनीकी जांच ने अहम भूमिका निभाई है।

कानून से नहीं बच सका 'बदला'

उत्तर प्रदेश में पहले भी बदले की आग में हुई हत्याएं सामने आती रही हैं, लेकिन इस केस ने यह साबित कर दिया कि इंसानी सोच अगर हिंसक हो जाए, तो वह किसी भी हद तक जा सकती है। राम प्रताप ने दो साल तक बदले की आग को भीतर पाले रखा और मौका मिलते ही उसे अंजाम दे दिया।

लेकिन यह भी उतना ही सच है कि कानून की नजर से कोई बच नहीं सकता। राम प्रताप को अब अपने जुर्म की सजा मिलेगी और एक बार फिर न्याय व्यवस्था ने अपना काम कर दिखाया है।



क्या कहता है कानून?

भारतीय दंड संहिता (IPC) के तहत इस तरह की हत्या धारा 302 के तहत आती है, जिसमें आजीवन कारावास या फांसी तक की सजा हो सकती है। चूंकि यह मर्डर प्री-प्लांड और क्रूरता से किया गया है, इसलिए राम प्रताप के खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही की संभावना है।

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