बरेली में एक महिला ने पति और बेटी को छोड़ प्रेमिका संग शादी कर ली, लेकिन समाज के विरोध के बाद उठाया खौफनाक कदम, जानें पूरा मामला।
बरेली में समलैंगिक प्रेम की दर्दनाक दास्तान: जब प्यार पर समाज की तलवार चली!
उत्तर प्रदेश के बरेली जिले के शीशगढ़ में एक दर्दनाक प्रेम कहानी का अंत हुआ। समाज और परिवार की जंजीरों में जकड़ी एक महिला ने फांसी लगाकर अपनी जान दे दी, क्योंकि उसने अपनी सहेली के लिए पति और आठ साल की मासूम बेटी को छोड़ने का फैसला किया था। मामला इतना सनसनीखेज है कि जिसने भी सुना, वह सन्न रह गया।
पति-बेटी को छोड़ प्रेमिका संग रचाई शादी, फिर हुआ खौफनाक खेल!
बंजरिया गांव के राजकुमार सिंह की शादी 9 साल पहले स्वाति से हुई थी। दोनों की एक 8 साल की बेटी भी थी, लेकिन जिंदगी ने तब मोड़ लिया जब स्वाति की जिंदगी में एक युवती आई। सिलाई सीखने के बहाने घर आने वाली यह युवती स्वाति की सबसे करीबी दोस्त बन गई, लेकिन यह दोस्ती जल्द ही गहरे प्रेम में बदल गई।
धीरे-धीरे स्वाति अपने घर से कटने लगी, पति और बेटी से दूर रहने लगी। वह घंटों अपनी प्रेमिका के साथ वक्त बिताती, जिससे पति राजकुमार को शक हुआ। जब उन्होंने इसका विरोध किया तो स्वाति ने धमकी दी कि अगर उसे प्रेमिका से दूर किया गया तो वह जान दे देगी।
बेटी ने लगाई गुहार, लेकिन मां ने ठुकराया परिवार!
स्वाति की 8 साल की मासूम बेटी ने कई बार अपनी मां को समझाने की कोशिश की। उसने मां से कहा कि वह पिता और उसे छोड़कर ना जाए, लेकिन स्वाति अपने प्रेम की धुन में इस कदर डूबी थी कि बेटी पर भी हाथ उठाने लगी।
हालात इतने बिगड़ गए कि राजकुमार ने स्वाति को समझाने की बहुत कोशिश की। उन्होंने उसे दूसरी शादी करने का भी सुझाव दिया, लेकिन वह अपनी प्रेमिका के बिना रहने को तैयार नहीं थी।
मंदिर में रचाई शादी, फिर भी न मिली सुकून
समाज और परिवार से लड़कर स्वाति ने अपनी प्रेमिका के साथ मंदिर में शादी कर ली। लेकिन यह शादी समाज और परिवार को नागवार गुजरी। स्वाति के माता-पिता ने उसे समझाने की कोशिश की और घर ले गए, लेकिन वहां भी उसकी प्रेमिका से अलग रहना नामुमकिन हो गया।
इस बीच, उसने भागने की कोशिश की और छत से कूद गई, जिससे उसकी हड्डियां टूट गईं और तीन महीने अस्पताल में भर्ती रहना पड़ा। यहां भी वह बार-बार प्रेमिका से मिलने की जिद करती रही।
समाज के बंधन और परिवार के दबाव के आगे हारी मोहब्बत!
अस्पताल से घर लौटने के बाद जब स्वाति ने फिर से अपनी प्रेमिका के साथ रहने का फैसला किया, तो समाज का दबाव बढ़ता चला गया। परिवार और समाज के तानों से तंग आकर स्वाति ने फांसी लगाकर अपनी जान दे दी।
इस आत्महत्या की खबर से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और पूरे मामले की जांच शुरू कर दी।
पति की तहरीर पर प्रेमिका समेत चार लोगों पर मुकदमा दर्ज!
स्वाति की आत्महत्या के बाद उसके पति राजकुमार सिंह ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने स्वाति की प्रेमिका समेत चार लोगों पर आत्महत्या के लिए उकसाने का मुकदमा दर्ज कराया।
सीओ अरुण कुमार ने कहा कि पुलिस हर पहलू से जांच कर रही है और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
क्या यह प्रेम की हार है या समाज की जंजीरें?
यह मामला LGBTQ+ समुदाय के संघर्षों को उजागर करता है। जहां समलैंगिक प्रेम को अभी भी सामाजिक स्वीकार्यता नहीं मिली, वहीं परिवार और समाज का दबाव कई जिंदगियां तबाह कर रहा है।
क्या स्वाति की मौत महज एक आत्महत्या है, या फिर यह समाज की जकड़नों के आगे प्यार की हार? इस सवाल का जवाब शायद समय के साथ मिलेगा, लेकिन एक और जिंदगी समाज के डर की बलि चढ़ गई!
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