भदोही में मदरसे की आड़ में बन रही थी मस्जिद! प्रशासन की जांच से पहले ही हाजी कमरुद्दीन ने खुद तोड़ा अवैध निर्माण




भदोही में मदरसे की आड़ में मस्जिद बनाने का खुलासा, जांच से घबराकर आरोपी ने खुद ही अवैध निर्माण ढहा दिया।


भदोही में मदरसे की आड़ में मस्जिद निर्माण का खुलासा, जांच से पहले खुद ढहाया अवैध ढांचा
 

उत्तर प्रदेश के भदोही जिले के सुरियावां थाना क्षेत्र के जोधापुर गांव में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक व्यक्ति ने पहले घर बनाने के नाम पर निर्माण शुरू किया, फिर उस घर को मदरसे का रूप दिया और अंततः उसी भवन को एक illegal mosque construction के तौर पर इस्तेमाल करने लगा। ग्रामीणों की शिकायत के बाद जब प्रशासन ने जांच शुरू की, तो आरोपी Haji Kamruddin ने खुद को घिरता देख अवैध निर्माण को खुद ही गिराना शुरू कर दिया।

गांव में अचानक हुए इस धार्मिक ढांचे के उभार ने इलाके में हलचल मचा दी। गांव के लोग पहले ही आशंका जता चुके थे कि यह केवल एक मकान नहीं, बल्कि planned religious encroachment है, जिसके जरिए गांव की जनसंख्या का समीकरण बदलने की कोशिश हो रही है। UP illegal construction, unauthorized mosque, और religious land misuse जैसे मुद्दे अब इस घटना के केंद्र में हैं।

क्या है पूरा मामला?

भदोही के जोधापुर गांव में रहने वाले हाजी कमरुद्दीन ने सबसे पहले एक सामान्य मकान का नक्शा पास कराया। निर्माण कार्य शुरू हुआ तो किसी को कोई आपत्ति नहीं थी। लेकिन कुछ महीनों बाद ग्रामीणों ने देखा कि उसी भवन को एक madrasa के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है। कुछ समय बाद, वह जगह पूरी तरह से मस्जिद का रूप ले चुकी थी, जहां न सिर्फ स्थानीय लोग, बल्कि कई अंजान लोग भी daily prayers के लिए आने लगे थे।

इस बढ़ती हलचल को देखते हुए ग्राम प्रधान श्रीराम यादव और अन्य ग्रामीणों ने 13 फरवरी 2025 को जिलाधिकारी विशाल सिंह और पुलिस अधीक्षक अभिमन्यु मांगलिक से शिकायत दर्ज कराई। illegal religious construction in Hindu majority village का मुद्दा तेजी से गरमाया और प्रशासन ने मामले की जांच शुरू की।

निर्माण रोकने के बावजूद जारी रहा काम

प्रशासन की टीम ने मौके पर पहुंच कर निर्माण कार्य को तुरंत रोकने के आदेश दिए, लेकिन कमरुद्दीन ने निर्देशों को नजरअंदाज करते हुए कार्य जारी रखा। ग्रामीणों का आरोप है कि कमरुद्दीन ने गांव के लोगों को धमकी भी दी और कहा कि “देख लेंगे सबको।”

इस बीच जब प्रशासन ने land misuse for religious purpose की जांच शुरू की, तब जाकर हाजी कमरुद्दीन को अपनी स्थिति की गंभीरता का एहसास हुआ और उसने खुद ही निर्माण को ढहाना शुरू कर दिया।

अवैध निर्माण में आने लगे थे बाहरी लोग

स्थानीय लोगों की मानें तो जैसे ही मदरसा और मस्जिद का निर्माण हुआ, बाहर से मौलवी, हाफिज, हाजी और कई अनजान लोग गांव में आने लगे। कुछ लोग आसपास की जमीन खरीदने का प्रयास करने लगे, जिससे गांव वालों को land encroachment for religious conversion की साजिश की आशंका हुई।

Hindu majority area mosque construction जैसे संवेदनशील मुद्दों पर ग्रामीणों ने एकजुट होकर पुलिस से गुहार लगाई और प्रशासन से अवैध निर्माण को रोकने की मांग की।

आरोपी का बयान: "सिर्फ मदरसा बना रहा था"

मामले में फंसने के बाद हाजी कमरुद्दीन ने मीडिया से बात करते हुए कहा, “मैं सिर्फ मदरसा बना रहा था। लोग बेवजह अफवाह फैला रहे हैं। प्रशासन के कहने पर मैंने खुद ही निर्माण तोड़ना शुरू कर दिया है।” लेकिन गांव वालों का कहना है कि अगर यह सिर्फ मदरसा होता तो मस्जिद की तरह अज़ान और नमाज का आयोजन क्यों हो रहा था?

प्रशासन की सख्ती के बाद गांव में शांति

डीएम और एसपी के निर्देश पर प्रशासन ने अब पूरे प्रकरण की detailed verification शुरू कर दी है। संबंधित भूमि का land ownership verification, building map approval, और construction purpose की जांच की जा रही है। वहीं, ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि ऐसे मामलों में कड़ी कार्रवाई की जाए ताकि भविष्य में कोई और इस तरह की land conversion through religious expansion की कोशिश न कर सके।

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