योगी सरकार की 8 साल की उपलब्धियों पर बीजेपी ने शुरू किया 2027 मिशन, गांव-गांव पहुंचाकर बनाएगी सत्ता की हैट्रिक का आधार।
उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अगुवाई में बीजेपी सरकार ने अपने सफलतम आठ साल पूरे कर लिए हैं। इन आठ वर्षों में law and order, farmers welfare, employment generation, women safety और infrastructure development जैसे अहम मोर्चों पर सरकार ने खुद को मज़बूत साबित किया है। अब बीजेपी इन्हीं उपलब्धियों के बलबूते 2027 के विधानसभा चुनाव में सत्ता की हैट्रिक लगाने की तैयारी में जुट गई है।
राज्य सरकार ने इन आठ वर्षों के कार्यकाल का रिपोर्ट कार्ड सार्वजनिक कर दिया है और अब इसे गांव-गांव, गली-गली पहुंचाकर जनमानस के बीच मजबूत राजनीतिक माहौल बनाने की रणनीति पर काम शुरू हो चुका है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में आयोजित एक भव्य कार्यक्रम में अपनी सरकार की प्रमुख सफलताओं का बखान करते हुए कहा कि "उत्तर प्रदेश अब bimaru state नहीं बल्कि भारत का growth engine बन चुका है।" साथ ही उन्होंने ये भी स्पष्ट किया कि "प्रदेश वही है, सिस्टम वही है, लेकिन सरकार बदलने से अब पहचान बदल चुकी है।"
कानून व्यवस्था में सख्ती और अपराधियों पर शिकंजा
योगी सरकार की सबसे बड़ी उपलब्धि crime control in Uttar Pradesh रही है। मुख्यमंत्री ने दावा किया कि 222 अपराधियों को पुलिस एनकाउंटर में मार गिराया गया, वहीं 20,221 अपराधियों की गिरफ्तारी हुई। Rohingya Muslims की अवैध घुसपैठ पर भी सरकार ने सख्त एक्शन लिया और अब तक 171 रोहिंग्या पकड़े जा चुके हैं, जबकि 130 आतंकियों की गिरफ्तारी की गई।
महाकुंभ जैसे विशाल आयोजन को बिना किसी criminal incident के सफलतापूर्वक आयोजित करना सरकार की law enforcement strength का बड़ा प्रमाण माना जा रहा है।
किसानों के लिए ऐतिहासिक कदम
योगी सरकार ने अपने पहले ही कैबिनेट फैसले में 36,000 करोड़ की farm loan waiver की घोषणा कर किसानों के लिए राहत की शुरुआत की। 23 लाख हेक्टेयर में सिंचाई की नई सुविधा पहुंचाई गई। Sugarcane farmers के लिए सरकार ने अब तक 2.8 लाख करोड़ का भुगतान किया है, जो पिछली सरकारों के 22 वर्षों के कुल भुगतान से 60,000 करोड़ ज्यादा है।
रोजगार और युवाओं को लेकर बड़ा फोकस
सरकार ने दावा किया है कि पिछले आठ वर्षों में 7.5 लाख सरकारी नौकरियों का वितरण पारदर्शिता और बिना भेदभाव के किया गया। youth employment in UP को लेकर बीजेपी अब इसे प्रमुख चुनावी मुद्दा बनाएगी और इसे 2027 mission का अहम हिस्सा बनाया गया है।
महिला सुरक्षा बनी प्राथमिकता
2017 के पहले असुरक्षित मानी जाने वाली बेटियों के लिए योगी सरकार ने women safety schemes in UP को प्राथमिकता दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि "आज बेटियां खुद को सुरक्षित महसूस करती हैं और प्रदेश में छेड़छाड़ की घटनाओं में भारी गिरावट आई है।"
राजनीतिक स्तर पर गांव-गांव अभियान की शुरुआत
बीजेपी ने 24 मार्च से 14 अप्रैल तक "उत्तर प्रदेश का उत्कर्ष - भाजपा सरकार के 08 वर्ष" नाम से राज्यव्यापी अभियान की शुरुआत कर दी है। इस अभियान में राज्य के मंत्री, विधायक, सांसद, संगठन कार्यकर्ता और सहयोगी दल मिलकर जनता को सरकार की उपलब्धियां गिनाएंगे।
Vikas Yatra, bike rallies by BJYM, Prabuddh Sammelans और Mahila Morcha Samvads के जरिए बीजेपी हर वर्ग तक पहुंच बनाएगी। Dr. B.R. Ambedkar Jayanti पर दलित वर्ग तक सीधा जुड़ाव बनाने की रणनीति भी शामिल है।
2027 की हैट्रिक पर नजर
हालांकि बीजेपी को 2024 के Lok Sabha elections in UP में गहरा झटका लगा था। 80 में से केवल 33 सीटों पर ही बीजेपी जीत पाई थी। इसके बाद अब पार्टी ने भविष्य की रणनीति बनानी शुरू कर दी है।
बीजेपी को INDIA Alliance, विशेषकर सपा की PDA politics से कड़ी टक्कर मिल रही है। लेकिन अब पार्टी का पूरा फोकस UP assembly election 2027 पर है, और आठ साल की रिपोर्ट को ही चुनावी हथियार बनाया जाएगा।
मुख्यमंत्री योगी खुद इस रिपोर्ट कार्ड को लेकर जिलों में प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे। 25 मार्च को गोरखपुर और 26 अप्रैल को आगरा में वे जनता को संबोधित करेंगे और अपनी सरकार की उपलब्धियों का प्रचार-प्रसार करेंगे।
इस बार सरकार की योजनाएं नहीं बल्कि उनके ज़मीनी परिणाम जनता को बताए जाएंगे, जिससे anti-incumbency factor को कमजोर किया जा सके और योगी की लोकप्रियता को 2027 तक जिंदा रखा जा सके।
योगी सरकार के आठ वर्षों के कार्यकाल को एक मजबूत राजनीतिक हथियार बनाकर बीजेपी 2027 में सत्ता की हैट्रिक लगाने की तैयारी में पूरी ताकत झोंक चुकी है। रिपोर्ट कार्ड, जनसंपर्क, विकास योजनाएं और सीएम योगी की छवि—इन सभी के सहारे पार्टी प्रदेश की जनता को फिर से साधने की मुहिम में लग चुकी है। अब देखना यह होगा कि यह रणनीति विपक्ष की PDA politics के सामने कितनी कारगर साबित होती है।
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