CM योगी का बड़ा ऐलान! यूपी में जीएसटी व्यापारियों को मिलेगा सम्मान, टैक्स चोरी रोकने के लिए सख्ती। पढ़ें पूरी खबर!
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में जीएसटी संग्रह में लगातार वृद्धि दर्ज हो रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार रात हुई समीक्षा बैठक में राज्य कर विभाग के अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि व्यापारियों से संवाद बढ़ाया जाए और अधिकतम राजस्व संग्रह सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा कि जिन व्यापारियों का योगदान अधिक है, उन्हें सम्मानित किया जाएगा, जिससे टैक्स चोरी को रोकने में मदद मिलेगी।
UP में सबसे ज्यादा GST पंजीकृत व्यापारी, रिकॉर्ड तोड़ रहा राजस्व संग्रह
सीएम योगी ने बैठक में बताया कि उत्तर प्रदेश में जीएसटी में पंजीकृत व्यापारियों की संख्या देश में सबसे ज्यादा है। साल 2023-24 में यह संख्या 17.2 लाख थी, जो अब बढ़कर 19.9 लाख हो चुकी है। राज्य सरकार 2025-26 तक 1.75 लाख करोड़ रुपये का राजस्व संग्रह लक्ष्य पूरा करने की दिशा में काम कर रही है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि पंजीकरण आधार को और अधिक बढ़ाया जाए, जिससे प्रदेश में टैक्स बेस मजबूत हो।
उन्होंने कहा, "GST अधिकारियों को व्यापारियों के साथ टीम वर्क में काम करना चाहिए, जिससे टैक्स भुगतान में पारदर्शिता आए और राज्य के आर्थिक संसाधन मजबूत हों।"
टॉप टैक्सपेयर्स होंगे सम्मानित, भ्रष्टाचार पर सख्ती!
मुख्यमंत्री ने बैठक में निर्देश दिया कि सर्वाधिक करदाताओं को सार्वजनिक रूप से सम्मानित किया जाए। ये सम्मान समारोह प्रदेश, जोन, मंडल और जिला स्तर पर आयोजित किए जाएंगे। इससे न सिर्फ व्यापारियों में प्रोत्साहन बढ़ेगा, बल्कि जीएसटी चोरी को रोकने में भी मदद मिलेगी।
उन्होंने कहा, "टैक्स चोरी राष्ट्रीय क्षति है। इसे रोकने के लिए विशेष अभियान चलाया जाए और सर्वे/छापेमारी में अनुभवी अधिकारियों को ही शामिल किया जाए।"
GST अधिकारियों की परफॉर्मेंस पर होगी ग्रेडिंग, प्रमोशन इसी आधार पर
सीएम योगी ने वाणिज्य कर अधिकारियों से लेकर ज्वाइंट कमिश्नर तक सभी की परफॉर्मेंस की समीक्षा करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि जो अधिकारी अच्छा काम करेंगे, उन्हें प्रमोशन दिया जाएगा और जो लक्ष्य हासिल नहीं कर पाएंगे, उनके खिलाफ कार्रवाई होगी।
इसके अलावा, राजस्व चोरी को रोकने के लिए अधिकारियों को विशेष प्रशिक्षण देने और एक स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर (SOP) तैयार करने के निर्देश भी दिए गए हैं।
व्यापारियों के लिए बड़ी राहत: 10 लाख तक की आर्थिक मदद
योगी सरकार ने GST पंजीकृत व्यापारियों के लिए एक बड़ी राहत योजना की घोषणा की है। यदि किसी व्यापारी की दुर्घटना में मृत्यु या स्थायी अपंगता हो जाती है, तो उसके परिजनों को सरकार की ओर से 10 लाख रुपये तक की आर्थिक सहायता दी जाएगी। सीएम योगी ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि पात्र व्यापारियों और उनके परिवारों को इस योजना का लाभ संवेदनशीलता के साथ दिलाया जाए।
UP सरकार का बड़ा विजन: 2025-26 तक रिकॉर्ड GST संग्रह का लक्ष्य
योगी सरकार की मजबूत आर्थिक नीतियों के चलते यूपी में राजस्व संग्रह लगातार बढ़ रहा है। GST और VAT संग्रह में लगातार वृद्धि हो रही है और सरकार इसे अगले स्तर तक ले जाने के लिए प्रतिबद्ध है।
सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश में टैक्स नेटवर्क को और मजबूत किया जाएगा, जिससे ईमानदार व्यापारियों को लाभ मिलेगा और टैक्स चोरी करने वालों पर शिकंजा कसा जाएगा।
क्या बदलेगा व्यापारियों और अधिकारियों के संबंध में?
- व्यापारियों से जीएसटी अधिकारियों का सीधा संवाद बढ़ेगा
- राजस्व संग्रह करने वाले अधिकारियों को ग्रेडिंग के आधार पर प्रमोशन मिलेगा
- टॉप टैक्सपेयर्स को प्रदेश, जोन, मंडल और जिला स्तर पर सम्मानित किया जाएगा
- GST चोरी रोकने के लिए नई रणनीतियां और सख्त निगरानी होगी
- GST पंजीकृत व्यापारियों को 10 लाख रुपये तक की दुर्घटना राहत मिलेगी
उत्तर प्रदेश में जीएसटी संग्रह को लेकर योगी सरकार आक्रामक रणनीति अपना रही है। टैक्स चोरी को रोकने के लिए सर्वे और छापेमारी अभियान तेज होंगे, जबकि ईमानदार व्यापारियों को सम्मानित किया जाएगा। व्यापारियों के साथ संवाद स्थापित करने से टैक्स नेटवर्क मजबूत होगा और यूपी की अर्थव्यवस्था को और मजबूती मिलेगी।
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