गुरुग्राम बसई चौक में भीषण आग, 100 से ज्यादा झुग्गियां जलीं, तीन घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू, कोई हताहत नहीं।
गुरुग्राम में दिल दहला देने वाला हादसा, बसई चौक में आग का तांडव, 100 से ज्यादा झुग्गियां स्वाहा
शनिवार सुबह गुरुग्राम के बसई चौक इलाके में उस वक्त अफरा-तफरी मच गई जब सूरज निकलने से पहले ही झुग्गियों में आग लग गई। घटना सुबह करीब 6 बजे की है। हवा की रफ्तार इतनी तेज थी कि आग ने पलक झपकते ही 100 से ज्यादा झुग्गियों को अपनी चपेट में ले लिया।
तेज लपटों और काले धुएं से पूरा इलाका सहम गया। झुग्गियों में रहने वाले लोग जब तक कुछ समझ पाते, आग तेजी से फैल चुकी थी। लोग जान बचाकर झुग्गियों से भागते नजर आए। चारों तरफ चीख-पुकार मच गई। हालांकि राहत की बात रही कि किसी की जान नहीं गई, लेकिन सैकड़ों परिवारों का घर-संसार राख हो गया।
दमकल विभाग की 15 से ज्यादा गाड़ियों ने तीन घंटे तक लड़ा मोर्चा
आग लगते ही गुरुग्राम के सेक्टर 37 फायर स्टेशन से तुरंत दमकल की गाड़ियां रवाना की गईं। देखते ही देखते आग ने भयावह रूप ले लिया, जिसके बाद उद्योग विहार और भीमनगर फायर स्टेशन से भी मदद मंगाई गई। कुल मिलाकर तीनों फायर स्टेशनों से 15 से ज्यादा दमकल गाड़ियों ने तीन घंटे की मशक्कत के बाद सुबह करीब 8:45 बजे आग पर काबू पाया।
दमकल अधिकारी ने बताया कि हवा तेज होने के चलते आग बेकाबू हो गई थी। अगर रेस्क्यू में थोड़ी भी देरी होती तो बड़ा हादसा हो सकता था।
जान बचाने के लिए भागे लोग, बच्चों और बुजुर्गों का बुरा हाल
सुबह-सुबह लगी इस आग में लोग बिना कुछ समेटे ही झुग्गियों से बाहर भागे। कई लोग छोटे बच्चों और बुजुर्गों को गोद में उठाकर खुले में भागे। सर्दी और धुएं से लोग बेहाल दिखे। कुछ महिलाएं तो रोते-रोते बेहोश भी हो गईं। आग ने इन लोगों के जीवन की पूरी पूंजी को राख बना दिया।
आग का कारण अब तक अज्ञात, जांच में जुटी पुलिस
आग किन परिस्थितियों में लगी इसका अब तक कोई खुलासा नहीं हो सका है। फायर ब्रिगेड और पुलिस दोनों ने जांच शुरू कर दी है। हालांकि अधिकारियों का कहना है कि प्रारंभिक जांच में शॉर्ट सर्किट या रसोई गैस सिलेंडर से आग लगने की आशंका है।
प्रशासन ने शुरू की राहत व्यवस्था, पीड़ितों को मिल रहा खाना और कंबल
आग पर काबू पाने के बाद प्रशासन ने इलाके में राहत शिविर लगा दिए हैं। वहां रहने वाले सैकड़ों पीड़ितों को खाने-पीने का सामान, कंबल और अस्थायी टेंट्स में शरण दी जा रही है। प्रशासन ने वादा किया है कि सभी प्रभावित परिवारों की पूरी मदद की जाएगी।
राख हो गई झुग्गियों की बस्ती, चारों तरफ बिखरी जिंदगी की टूटी कड़ियां
जहां एक दिन पहले सैकड़ों परिवारों के घर थे, आज वहां सिर्फ राख, जली लकड़ियां और जले हुए बर्तन बिखरे पड़े हैं। हर तरफ बदहवास लोग अपनी टूटी हुई झुग्गियों को निहारते दिखे। छोटे-छोटे बच्चे भी इस हादसे से सहमे हुए हैं।
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