उन्नाव में होली के दौरान मुस्लिम बुजुर्ग की संदिग्ध मौत का पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बड़ा खुलासा, हार्ट अटैक से हुई थी मौत, मारपीट के दावे हुए खारिज। पढ़ें पूरी रिपोर्ट।
उन्नाव: उत्तर प्रदेश के उन्नाव में होली के रंग से बचने के प्रयास में एक मुस्लिम बुजुर्ग की मौत का मामला सामने आया था। परिजनों का दावा था कि उन्हें बेरहमी से पीटा गया, जिसके कारण उनकी जान चली गई। लेकिन अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने चौंकाने वाला खुलासा कर दिया है। रिपोर्ट के मुताबिक, 56 वर्षीय मोहम्मद शरीफ की मौत हार्ट अटैक (Cardiac Arrest) से हुई थी, ना कि किसी मारपीट के कारण। इस रिपोर्ट ने उन सभी आरोपों को खारिज कर दिया है, जिसमें होली खेलने वालों पर बुजुर्ग को पीटने का दावा किया गया था।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा: हार्ट अटैक बना मौत की वजह
पुलिस द्वारा कराई गई पोस्टमार्टम रिपोर्ट में स्पष्ट हुआ कि मृतक के शरीर पर किसी भी प्रकार की चोट या बाहरी हमला के निशान नहीं पाए गए। एएसपी अखिलेश सिंह ने बयान जारी करते हुए कहा कि बुजुर्ग की मौत स्वाभाविक थी और उन्हें कार्डियक अरेस्ट आया था।
उन्होंने बताया कि बुजुर्ग के शव का वीडियोग्राफी सहित एक मेडिकल पैनल से पोस्टमार्टम कराया गया था, ताकि किसी भी प्रकार की संदेहास्पद स्थिति से बचा जा सके।
इसके साथ ही, अब पुलिस मामले की गहराई से जांच कर रही है, जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि कहीं अफवाहों के जरिए माहौल को बिगाड़ने की कोई कोशिश तो नहीं हो रही।
क्या हुआ था घटना के दिन?
घटना के दिन, मोहम्मद शरीफ सुबह घर से ऑटो से कहीं जाने के लिए निकले थे। जैसे ही वह कासिफ अली सराय मोहल्ले के पास पहुंचे, वहां कुछ लोग होली खेल रहे थे।
स्थानीय लोगों के अनुसार, कुछ युवकों ने उनके ऊपर रंग डालने की कोशिश की, जिससे वह भागने लगे और अचानक गिर गए। उसी दौरान उनकी मौत हो गई।
हालांकि, मृतक की बेटी मुस्कान और भतीजा शमीम ने आरोप लगाया था कि युवकों ने उन्हें जबरन रंग खेलने के लिए मजबूर किया और फिर उनके साथ मारपीट की, जिससे उनकी जान चली गई।
इस आरोप के बाद मामला तूल पकड़ने लगा और इलाके में तनाव की स्थिति बन गई। सैकड़ों लोग जमा हो गए, जिसके बाद पुलिस और प्रशासन को दखल देना पड़ा।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद फैले अफवाहों पर पुलिस ने दी चेतावनी
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण साफ होने के बावजूद कई सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर इसे सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश की जा रही थी।
एएसपी अखिलेश सिंह ने कहा कि किसी भी भ्रामक या भड़काऊ खबर को फैलाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी अपील की कि लोग अफवाहों पर ध्यान न दें और शांति बनाए रखें।
क्या परिवार पुलिस जांच से संतुष्ट है?
बुजुर्ग के परिजनों द्वारा लगाए गए आरोपों की पुलिस गहराई से जांच कर रही है। हालांकि, पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद मामला थोड़ा ठंडा पड़ गया है।
पुलिस इस मामले में अन्य कोणों से भी जांच कर रही है, ताकि यह स्पष्ट किया जा सके कि बुजुर्ग की मौत किसी भी प्रकार की प्रताड़ना या दुर्व्यवहार से नहीं हुई।
मामले में अब क्या होगा?
- पुलिस रिपोर्ट आने के बाद कोई नया साक्ष्य मिलता है तो आगे की कार्रवाई होगी।
- अगर किसी व्यक्ति के खिलाफ झूठे आरोप लगाने के सबूत मिले तो उन पर भी कार्रवाई की जाएगी।
- सोशल मीडिया पर फेक न्यूज फैलाने वालों पर निगरानी रखी जा रही है।
यह घटना होली के दौरान हुए एक हादसे की तरह लग रही थी, लेकिन परिजनों के आरोपों के बाद मामला संदेहास्पद हो गया। हालांकि, पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद यह साफ हो गया कि मौत हार्ट अटैक से हुई थी और किसी भी प्रकार की मारपीट के कोई निशान नहीं थे।
अब पुलिस आगे की जांच कर रही है और अफवाहों को रोकने के लिए सख्त कदम उठा रही है। ऐसे में यह बेहद जरूरी है कि लोग भ्रामक खबरों पर ध्यान न दें और शांति बनाए रखें।
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