IAS Officer Suspended: अभिषेक प्रकाश समेत 12 टॉप IAS पर योगी का एक्शन, यूपी में करप्शन पर चलेगा बुलडोजर!



Abhishek Prakash IAS समेत 12 अधिकारियों पर CM Yogi का करप्शन पर एक्शन, यूपी सरकार की Zero Tolerance नीति फिर चर्चा में।

IAS Officer Suspended: यूपी में CM Yogi Adityanath का भ्रष्टाचार पर एक और बड़ा प्रहार!
इस बार करप्शन के जाल में फंसे हैं Abhishek Prakash IAS, जो कि इन्वेस्ट यूपी के CEO और औद्योगिक विकास विभाग के सचिव थे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने corruption in IAS officers in Uttar Pradesh पर सख्त रवैया अपनाते हुए उन्हें सस्पेंड कर दिया है।

Yogi Adityanath corruption policy को आगे बढ़ाते हुए, अब तक यूपी सरकार के 8 वर्षों के कार्यकाल में कुल 12 IAS officer suspended किए जा चुके हैं। इनमें घनश्याम सिंह, देवीशरण उपाध्याय, टीके शीबू, सुनील वर्मा, कुमार प्रशांत, और खुद Abhishek Prakash IAS जैसे बड़े नाम शामिल हैं।

UP Government action on corruption इस समय पूरे देश में चर्चा का विषय है। पहले जहां IAS अफसरों पर हाथ डालने से सरकारें घबराती थीं, वहीं अब CM Yogi action on IAS officers ने सिस्टम की सफाई को प्राथमिकता बना दिया है।

IAS officer suspended list: अब तक कौन-कौन हुए सस्पेंड?

इस लिस्ट में शामिल हैं:

  • Abhishek Prakash IAS – Invest UP घोटाले में
  • देवीशरण उपाध्याय – अलीगढ़ भूखंड घोटाला
  • टीके शीबू – सोनभद्र DM पद का दुरुपयोग
  • सुनील कुमार वर्मा – औरैया DM, पद का दुरुपयोग
  • देवेंद्र कुमार पांडेय – उन्नाव शिक्षा खरीद घोटाला
  • जितेंद्र बहादुर सिंह – अनाज घोटाला
  • कुमार प्रशांत – गेहूं खरीद घोटाला
  • प्रेम प्रकाश सिंह – गोरखपुर नगर आयुक्त
  • अमरनाथ उपाध्याय – गो संरक्षण में गड़बड़ी
  • शारदा सिंह – OBC कोटा घोटाला
  • घनश्याम सिंह, केदार सिंह – विभागीय अनियमितताएं

इन सभी मामलों में Yogi Government action on corruption in UP ने प्रशासनिक हलकों में भारी हलचल मचाई है।

Abhishek Prakash IAS Case: क्या है असली मामला?

Abhishek Prakash IAS पर आरोप है कि उन्होंने इन्वेस्ट यूपी में ठेकेदारों को बिना पारदर्शी प्रक्रिया के करोड़ों के भुगतान किए। उनके खिलाफ फर्जीवाड़ा, टेंडर प्रक्रिया में अनियमितता और बिना काम के पेमेंट के आरोप सामने आए। UP Government action on corruption के तहत जांच के बाद उन्हें सस्पेंड कर दिया गया।

CM Yogi Adityanath की भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति

Yogi Adityanath corruption policy ने राज्य की नौकरशाही में स्पष्ट संदेश भेजा है—अब पद या प्रभाव कोई मायने नहीं रखता, अगर आप भ्रष्टाचार में लिप्त हैं, तो कार्रवाई तय है।

CM Yogi action on IAS officers से प्रेरणा लेते हुए अन्य राज्यों में भी ऐसे एक्शन की मांग उठ रही है।

UP Government action on corruption in 2024-25: और भी होंगे सस्पेंशन?

सूत्रों की मानें तो Yogi Government action on corruption in UP अभी और तेज होगा। भ्रष्टाचार में लिप्त कई अन्य IAS और PCS अधिकारियों की सूची तैयार की जा रही है। IAS officer suspended की लिस्ट में आने वाले दिनों में और नाम जुड़ सकते हैं।


Abhishek Prakash IAS, एक हाई प्रोफाइल अधिकारी, का सस्पेंशन इस बात का प्रतीक है कि योगी सरकार किसी को नहीं बख्शेगी। Corruption in IAS officers in Uttar Pradesh पर यह सबसे बड़ी कार्रवाई है और ये भी साफ हो गया है कि CM Yogi Adityanath की नजर अब हर जिले, हर विभाग और हर कुर्सी पर है।

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