कानपुर में पुलिस ने बदमाशों की नंगे पैर परेड कराई, आरोपियों ने माफी मांगते हुए कहा – अब कभी गोली नहीं चलाएंगे, न ही करेंगे कोई बदमाशी। वीडियो वायरल।
कानपुर में पुलिस की सख्ती से बदमाशों की हेकड़ी ढीली, सड़क पर नंगे पैर परेड निकालकर ली माफी
कानपुर में अपराधियों के खिलाफ पुलिस का खौफनाक एक्शन देखने को मिला, जिसने न केवल इलाके के बदमाशों की हेकड़ी निकाल दी बल्कि पूरे शहर में सनसनी फैला दी। शनिवार को एक चाय की दुकान पर दबंगई दिखाने वाले आरोपियों की जब पुलिस ने गिरफ्तारी के बाद नंगे पैर सड़क पर परेड कराई, तो उनके चेहरे पर हवाइयां उड़ती नजर आईं। जैसे ही बदमाशों की परेड शुरू हुई, वे शर्मिंदा होकर माफी मांगने लगे और तौबा करने लगे। आरोपियों ने हाथ जोड़कर कहा, "अब कभी गोली नहीं चलाएंगे, कभी कोई बदमाशी नहीं करेंगे, हमें माफ कर दो!"
यह पूरा वाकया कानपुर के जाजमऊ इलाके का है, जहां कुछ युवकों ने सरेआम एक युवक को पीटने के साथ-साथ उस पर फायरिंग भी की थी। पुलिस ने जब आरोपियों को पकड़ा, तो उन्हें केवल जेल नहीं भेजा बल्कि पूरे इलाके में उनकी "सुधार यात्रा" भी कराई। यह परेड इलाके में चर्चा का विषय बन गई और इसका वीडियो सोशल मीडिया पर जंगल की आग की तरह वायरल हो गया।
कैसे हुई वारदात, क्यों मचा हड़कंप?
घटना जाजमऊ के तिवारीपुर इलाके की है, जहां रहने वाले राहुल कुमार अपने दोस्त मयंक के साथ एक चाय की दुकान पर चाय पी रहे थे। तभी अचानक तीन-चार बदमाश वहां पहुंचे और राहुल से झगड़ा करने लगे। देखते ही देखते बात गाली-गलौज से आगे बढ़ी और हमलावरों ने राहुल और मयंक को लात-घूंसों से बुरी तरह पीटना शुरू कर दिया। इतना ही नहीं, बदमाशों ने कट्टे (देशी पिस्तौल) से वार भी किया और फायरिंग कर दी। इस हमले के बाद इलाके में अफरा-तफरी मच गई और आरोपी वहां से फरार हो गए।
राहुल ने तुरंत थाने पहुंचकर छह लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई। पुलिस ने मामले की गंभीरता को समझते हुए तत्काल जांच शुरू की और सीसीटीवी फुटेज खंगाले। इसके बाद कार्रवाई करते हुए पुलिस ने दो आरोपियों – विशाल और अर्जुन को धर दबोचा, जबकि बाकी चार की तलाश जारी है।
बदमाशों की "सुधार यात्रा" – नंगे पैर सड़क पर निकाली परेड
पकड़े गए आरोपियों की गुंडई खत्म करने के लिए पुलिस ने नया तरीका अपनाया। पुलिस ने दोनों आरोपियों को नंगे पैर पकड़कर सड़क पर घुमाया और पूरे इलाके में परेड कराई। यह नजारा देखने के लिए लोग सड़कों पर उमड़ पड़े। परेड के दौरान दोनों आरोपी हाथ जोड़कर गिड़गिड़ाते नजर आए और कहा कि अब वे कभी अपराध नहीं करेंगे।
पुलिस के इस कदम से इलाके के लोगों में अपराधियों के खिलाफ सुरक्षा की भावना मजबूत हुई, जबकि बदमाशों के बीच डर का माहौल पैदा हो गया। एक स्थानीय निवासी ने कहा, "पहली बार ऐसा देखा कि अपराधी खुद माफी मांगते फिर रहे हैं। पुलिस का यह तरीका बेहद प्रभावी है।"
सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल – लोग बोले, "ऐसी ही होनी चाहिए पुलिस"
इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। लोग इसे पुलिस की सख्ती का सही उदाहरण बता रहे हैं। ट्विटर और फेसबुक पर लोगों ने लिखा कि अगर हर जगह पुलिस इसी तरह अपराधियों को सजा दे, तो अपराधियों की हिम्मत ही नहीं होगी कि वे कोई वारदात करें।
एक यूजर ने कमेंट किया, "यूपी पुलिस को सैल्यूट! ऐसे ही हर गुंडे को सरेआम शर्मिंदा करना चाहिए।" वहीं, दूसरे यूजर ने लिखा, "अब ये गुंडे अपने इलाके में सिर उठाकर चलने लायक नहीं रहे, बढ़िया सबक मिला।"
पुलिस ने क्या कहा?
कानपुर पुलिस ने बताया कि यह परेड अपराधियों में खौफ पैदा करने के लिए की गई थी। पुलिस अधिकारी ने कहा, "हमारा मकसद कानून-व्यवस्था बनाए रखना है। इलाके में किसी को डरने की जरूरत नहीं है, अपराधियों की अब खैर नहीं।"
फिलहाल, विशाल और अर्जुन को जेल भेज दिया गया है, और बाकी चार आरोपियों की तलाश जारी है। पुलिस जल्द ही उन्हें भी गिरफ्तार कर लेगी।
क्या यूपी पुलिस का यह तरीका अपराध रोकने में असरदार होगा?
इस घटना के बाद सवाल उठने लगा है कि क्या इस तरह की "परेड पॉलिसी" अपराधियों को सबक सिखाने में कारगर साबित होगी? कई मामलों में देखा गया है कि जब अपराधियों को समाज के सामने शर्मिंदा किया जाता है, तो वे दोबारा अपराध करने से पहले सौ बार सोचते हैं। कानपुर पुलिस की इस कार्रवाई ने यह साबित कर दिया है कि अपराधियों पर लगाम कसने के लिए कभी-कभी पुलिस को पारंपरिक तरीकों से हटकर कुछ कड़े कदम उठाने पड़ते हैं।
अब देखना होगा कि यूपी पुलिस इस मॉडल को अन्य जिलों में भी अपनाती है या नहीं। लेकिन एक बात तो तय है – कानपुर की इस "नंगे पैर परेड" ने अपराधियों के होश उड़ा दिए हैं, और यह वीडियो आने वाले समय में पुलिस के लिए एक नजीर बन सकता है।
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