लखनऊ के काकोरी में सिपाही ने पत्नी के कहने पर दो दोस्तों की चापड़ से हत्या कर दी। अवैध संबंधों के शक ने ली दो जानें।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एक ऐसा खौफनाक कांड सामने आया है जिसने न सिर्फ कानून-व्यवस्था को सवालों के घेरे में ला दिया है, बल्कि इंसानियत को भी शर्मसार कर दिया है।
काकोरी थाना क्षेत्र में तैनात एक uttar pradesh police constable ने अपने दो जिगरी दोस्तों को बड़ी ही बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया। वजह? सिर्फ शक। पत्नी पर चल रहे illicit affair के शक ने इस सिपाही को दरिंदा बना दिया। उसने इस खूनी खेल की प्लानिंग भी बेहद शातिर अंदाज में की।
हत्या से पहले फोन पर पत्नी से करवाई कॉल
मामले की तह में जाएं तो accused constable Mahendra Kumar, जो कि लखीमपुर पुलिस लाइन में तैनात था और मूलतः काकोरी के तेज किशन खेड़ा गांव का रहने वाला है, को काफी दिनों से अपनी पत्नी पर शक था। उसे लग रहा था कि उसकी पत्नी का उसके दो खास दोस्तों - Manoj और Rohit Lodhi के साथ अवैध संबंध है।
इस शक ने धीरे-धीरे महेंद्र को अंदर ही अंदर जला दिया। उसने एक ऐसा प्लान बनाया जो सुनने में ही रूह कंपा देता है। महेंद्र ने पहले अपनी पत्नी से कहा कि वह मनोज को फोन करके घर बुलाए। मनोज जब आया तो अपने दोस्त रोहित को भी साथ ले आया।
दोनों को महेंद्र और उसके साथियों ने बेहद चालाकी से रास्ते में रोका और उन पर धारदार हथियार से हमला कर दिया। chaapar se vaar, यानी चापड़ जैसे खतरनाक हथियार से सीधे गले पर वार किए गए। मनोज पर 18 से 20 वार किए गए, जबकि रोहित पर एक जानलेवा वार हुआ।
CCTV फुटेज और आरोपी की गिरफ्तारी
घटना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और तुरंत murder investigation शुरू की। इलाके के सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए, और कुछ संदिग्ध गतिविधियों के आधार पर आरोपी की पहचान महेंद्र कुमार के रूप में हुई। पुलिस ने न सिर्फ आरोपी सिपाही को गिरफ्तार किया, बल्कि उसकी पत्नी, उसके साले और अन्य दो-तीन साथियों को भी हिरासत में लिया है।
ग्रामीणों में भय और गुस्सा
इस डबल मर्डर के बाद पूरे काकोरी इलाके में दहशत का माहौल है। ग्रामीणों में गहरा आक्रोश है। मृतकों के परिजनों ने सख्त कार्रवाई की मांग की है। पुलिस का कहना है कि जल्द ही सभी आरोपियों के खिलाफ chargesheet दाखिल की जाएगी।
कौन थे मनोज और रोहित?
मृतक मनोज, पंखेड़ा गांव का रहने वाला था और ITI का छात्र था। वह अपने करियर को लेकर बेहद मेहनती और ईमानदार युवक था। वहीं, रोहित लोधी रेलवे में नौकरी करता था और एक शांत स्वभाव का इंसान था। दोनों की हत्या से न सिर्फ परिवार, बल्कि पूरा गांव सदमे में है।
कैसे बना शक एक खूनी प्लान?
महेंद्र कुमार को यह शक था कि उसकी पत्नी उसके दोस्तों के साथ नजदीकी बढ़ा रही है। शक की कोई ठोस पुष्टि नहीं थी, लेकिन यह शक इतना गहरा गया कि वह प्लानिंग में बदल गया। उसने पत्नी से संपर्क करवाया, और जब दोस्त आए तो मौके पर वारदात को अंजाम दिया गया।
यह दर्शाता है कि किस तरह शक एक मानसिक बीमारी बनकर इंसान को इंसान नहीं, जानवर बना देता है। crime due to wife affair की यह कहानी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है।
क्या कह रही है पुलिस?
लखनऊ पुलिस के मुताबिक यह केस prem sambandh murder का क्लासिक उदाहरण है। पुलिस ने बताया कि हत्या को अंजाम देने में कुल 4 से 5 लोग शामिल हो सकते हैं। अभी मामले की तहकीकात जारी है। पुलिस जल्द ही weapon used in murder, मोबाइल लोकेशन, कॉल रिकॉर्ड और DNA रिपोर्ट्स को आधार बनाकर केस को कोर्ट में पेश करेगी।
कानून व्यवस्था पर सवाल
लखीमपुर पुलिस लाइन में तैनात सिपाही द्वारा की गई इस हत्या से पुलिस विभाग भी सवालों के घेरे में आ गया है। एक पुलिसकर्मी, जो कानून का रखवाला होता है, जब खुद ही कानून तोड़ दे, तो आम जनता में भरोसा कैसे कायम रहेगा?
इस दर्दनाक घटना ने एक बार फिर साबित कर दिया कि इंसानी रिश्तों में शक की दीमक अगर लग जाए, तो वह सबकुछ बर्बाद कर सकती है। सच्चाई सामने आना बाकी है, लेकिन यह तय है कि इस मामले ने पूरे यूपी को झकझोर कर रख दिया है।
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