लखनऊ पुलिस बनाम वकील संघर्ष: थाने में बवाल, वकीलों पर लाठीचार्ज, पेशाब करने का सनसनीखेज आरोप!




लखनऊ में पुलिस और वकीलों के बीच हिंसक झड़प, पुलिस पर वकीलों को पीटने और पेशाब करने का आरोप, मामला गर्माया, प्रदर्शन जारी!


लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी में शुक्रवार रात एक ऐसा हाई वोल्टेज ड्रामा देखने को मिला जिसने पूरे प्रदेश में हलचल मचा दी। लखनऊ के विभूतिखंड थाना एक अखाड़े में तब्दील हो गया, जब पुलिसकर्मियों और वकीलों के बीच जबरदस्त झड़प हो गई। आरोप है कि पुलिस ने वकीलों को थाने के अंदर बेरहमी से पीटा, यहां तक कि उन पर पेशाब करने जैसा शर्मनाक कृत्य भी किया गया। इस पूरी घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका है, जिसने इस विवाद को और भी तूल दे दिया है।

इस घटना के बाद लखनऊ के सैकड़ों वकील सड़कों पर उतर आए और थाने के सामने जमकर प्रदर्शन किया। उन्होंने आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। वकीलों की नाराजगी इतनी बढ़ गई कि उन्होंने आईजीपी चौराहे पर जाम लगाकर नारेबाजी शुरू कर दी, जिससे पूरा इलाका तनावपूर्ण हो गया।

कैसे भड़का बवाल?

मिली जानकारी के मुताबिक, मामला तब बिगड़ा जब तीन वकील किसी मामले में पैरवी के लिए विभूतिखंड थाने पहुंचे। आरोप है कि पुलिस ने उन पर हमला कर दिया और उन्हें थाने में ही बंधक बना लिया। जब यह खबर उनके साथी वकीलों को मिली, तो सैकड़ों की संख्या में अधिवक्ता वहां इकट्ठा हो गए।

वकीलों का कहना है कि जब उनके साथी सौरभ कुमार वर्मा थाने पहुंचे, तो पुलिस ने उन्हें भी पीट दिया। यहां तक कि उनके कपड़े फाड़ दिए गए और उन्हें गालियां दी गईं। इसके बाद ही हालात बेकाबू हो गए और वकीलों ने थाने का घेराव कर लिया।

पुलिस पर गंभीर आरोप

  • वकीलों का आरोप है कि पुलिस ने उनके साथ न केवल मारपीट की बल्कि उन्हें गंदे तरीके से प्रताड़ित किया।
  • उन्होंने दावा किया कि पुलिसकर्मियों ने वकीलों पर पेशाब कर दिया, जिससे पूरा अधिवक्ता समाज भड़क उठा।
  • वकीलों का यह भी कहना है कि पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज डिलीट कर सबूत मिटाने की कोशिश की।
  • थाने के अंदर और बाहर पुलिस और वकीलों के बीच धक्का-मुक्की होती रही।

सोशल मीडिया पर बवाल, वायरल हुए वीडियो

इस घटना के कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गए हैं, जिसमें पुलिस की बर्बरता साफ देखी जा सकती है। इन वीडियो में वकील चिल्लाते हुए नजर आ रहे हैं, वहीं पुलिस लाठीचार्ज करती हुई दिख रही है।

इन वीडियो के सामने आने के बाद पूरे प्रदेश में आक्रोश फैल गया है और यह मुद्दा अब सिर्फ लखनऊ तक सीमित नहीं रहा। सोशल मीडिया पर #JusticeForLawyers और #LucknowPoliceBrutality जैसे हैशटैग ट्रेंड कर रहे हैं।

क्या कह रही है पुलिस?

इस पूरे मामले पर लखनऊ पुलिस ने सफाई देते हुए कहा कि वकीलों ने पहले थाने में घुसकर हंगामा किया था, जिससे माहौल बिगड़ गया। पुलिस का दावा है कि उन्होंने केवल आत्मरक्षा में कार्रवाई की।

हालांकि, पुलिस के इस बयान को वकीलों ने सिरे से खारिज कर दिया है और आरोपी पुलिसकर्मियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है।

मामले में हुई एफआईआर, जांच के आदेश

वकीलों के भारी विरोध को देखते हुए पुलिस उच्चाधिकारियों ने तत्काल इस मामले में कार्रवाई करने का आश्वासन दिया। विभूतिखंड थाने के इंस्पेक्टर पंकज कुमार समेत 9 पुलिसकर्मियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है।

अब इस मामले की जांच के आदेश दे दिए गए हैं, लेकिन वकील इस बात पर अड़े हुए हैं कि जब तक आरोपी पुलिसकर्मियों को सस्पेंड नहीं किया जाता, वे आंदोलन जारी रखेंगे।


अब आगे क्या?

लखनऊ का यह मामला जल्द ठंडा पड़ने वाला नहीं है। वकील अपनी मांगों पर अड़े हैं, जबकि पुलिस अपने बचाव में तर्क दे रही है। ऐसे में सरकार और प्रशासन के लिए यह परीक्षा की घड़ी है कि वे इस विवाद को कैसे सुलझाते हैं।

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