मऊ में ऊर्जा मंत्री के भाषण के बीच बत्ती गुल! मोबाइल की रोशनी में खत्म किया कार्यक्रम, SDO-JE सस्पेंड



मऊ में ऊर्जा मंत्री के भाषण के दौरान बिजली गुल, कार्यक्रम मोबाइल की रोशनी में पूरा किया गया, SDO और JE सस्पेंड।


ऊर्जा मंत्री के कार्यक्रम में बत्ती गुल होते ही मचा हड़कंप, मंच से गिरी गाज

उत्तर प्रदेश का बिजली विभाग एक बार फिर चर्चा में है, और इस बार मामला सीधे प्रदेश के ऊर्जा मंत्री अरविंद कुमार शर्मा से जुड़ा है। मऊ जिले में आयोजित एक जनसभा में जब मंत्री भाषण दे रहे थे, तभी अचानक बिजली चली गई। हैरानी की बात यह रही कि यह कार्यक्रम खुद ऊर्जा मंत्री का था, और उसी के दौरान बिजली की सप्लाई ठप हो गई। जैसे ही लाइट गई, पूरे पंडाल में सन्नाटा छा गया, लेकिन मोबाइल की टॉर्च की रोशनी में मंत्री ने न सिर्फ कार्यक्रम जारी रखा, बल्कि लापरवाह अधिकारियों पर कार्रवाई भी तय कर दी।

मऊ में योगी सरकार की उपलब्धियों का बखान, और उसी वक्त बिजली गुल

मऊ जिले के हनुमान घाट मोहल्ले के हरिकेशपुरा टीसीआई मोड़ पर आयोजित जनसभा में ऊर्जा मंत्री अरविंद कुमार शर्मा बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे थे। यह कार्यक्रम योगी सरकार के आठ साल पूरे होने के उपलक्ष्य में आयोजित किया गया था। मंत्री मंच से सरकार की उपलब्धियां गिना ही रहे थे कि अचानक पूरा मंच अंधेरे में डूब गया। जब तक बैकअप की व्यवस्था होती, तब तक मोबाइल की लाइटों के सहारे मंत्री को भाषण देना पड़ा।

बिजली कटते ही मंत्री का फूटा गुस्सा, अधिकारियों पर ताबड़तोड़ एक्शन

बिजली कटने की खबर मिलते ही मंत्री का पारा चढ़ गया। उन्होंने तुरंत विभागीय अधिकारियों से जवाब मांगा और लापरवाही बर्दाश्त न करते हुए सख्त निर्देश जारी कर दिए। आनन-फानन में SDO प्रकाश सिंह और JE ओ.पी. कुशवाहा को सस्पेंड कर दिया गया। इसके अलावा अधीक्षण अभियंता संजीव वैश्य और अधिशासी अभियंता भुवन राज सिंह से भी जवाब-तलब किया गया है। इस कार्रवाई की पुष्टि खुद पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के प्रबंध निदेशक ने की।

ऊर्जा मंत्री का मऊ से खास नाता, इसलिए माफ नहीं हुई गलती

अरविंद कुमार शर्मा मूल रूप से मऊ जिले के काझा गांव के निवासी हैं। गुजरात कैडर के 1988 बैच के IAS अधिकारी रह चुके शर्मा ने 2021 में VRS लेकर भारतीय जनता पार्टी का दामन थामा था। योगी सरकार के दूसरे कार्यकाल में उन्हें ऊर्जा और नगर विकास जैसे अहम मंत्रालय दिए गए। अपने गृह जनपद में इस तरह की लापरवाही उन्हें बिल्कुल रास नहीं आई और उन्होंने तुरंत कठोर निर्णय लिया।

मोबाइल की रोशनी में जनता से संवाद, सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो

इस घटना का वीडियो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें मंत्री मोबाइल की रोशनी में लोगों से संवाद कर रहे हैं। अंधेरे में मंच पर बैठे मंत्री को देखकर कई लोग हैरान रह गए। कुछ लोगों ने सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठाए तो कुछ ने मंत्री की तत्परता की तारीफ की।

बार-बार बिजली संकट से जनता परेशान, कब सुधरेगा सिस्टम?

प्रदेश में बिजली विभाग की कार्यप्रणाली को लेकर पहले भी सवाल उठते रहे हैं। लाखों का फर्जी बिल, बिना सूचना के कटौती, और समय पर सप्लाई न देना जैसे मामलों से जनता पहले ही परेशान है। ऐसे में जब खुद ऊर्जा मंत्री के सामने ही बिजली गुल हो जाए, तो यह विभाग की लापरवाही का सबसे बड़ा उदाहरण बन जाता है।

ऊर्जा मंत्री की चेतावनी—अब कोई कोताही बर्दाश्त नहीं

कार्यक्रम के अंत में मंत्री ने सख्त लहजे में कहा कि प्रदेश में बिजली व्यवस्था को लेकर जो भी लापरवाही करेगा, उस पर तत्काल सख्त कार्रवाई होगी। उन्होंने यह भी कहा कि आने वाले समय में यूपी की बिजली व्यवस्था को पारदर्शी और जवाबदेह बनाया जाएगा। इस घटना ने एक बार फिर विभाग को अपने कामकाज की समीक्षा करने पर मजबूर कर दिया है।

लाइट गई तो क्या, मंत्री की कार्यशैली बनी चर्चा का विषय

जहां एक ओर कार्यक्रम के दौरान बिजली कटना विपक्ष को हमला बोलने का मौका दे रहा है, वहीं दूसरी ओर मंत्री की तत्काल कार्रवाई और मोबाइल की रोशनी में कार्यक्रम पूरा करने की तत्परता ने जनता के बीच एक अच्छा संदेश भी छोड़ा है। अब देखना यह होगा कि इस घटना के बाद विभाग कितना सतर्क होता है।

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