पाकिस्तान के लिए जासूसी करता था रविंद्र! क्या शिवपुरी से है उसका कनेक्शन? जानें पूरी सच्चाई



उत्तर प्रदेश एटीएस ने पकड़ा पाकिस्तानी जासूस रविंद्र, जिसने खुद को मध्य प्रदेश के शिवपुरी का बताया। जांच में सामने आई चौंकाने वाली सच्चाई। पढ़ें पूरी खबर।


उत्तर प्रदेश के आगरा में एटीएस (एंटी टेररिस्ट स्क्वॉड) ने हाल ही में एक ऐसे व्यक्ति को गिरफ्तार किया है, जो पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई (ISI) के लिए जासूसी कर रहा था। आरोपी युवक का नाम रविंद्र पुत्र देवीदयाल बताया जा रहा है, जो फिरोजाबाद स्थित ऑर्डिनेंस फैक्ट्री में कार्यरत था। हैरान करने वाली बात यह है कि पूछताछ में उसने खुद को मध्य प्रदेश के शिवपुरी का निवासी बताया, लेकिन जब शिवपुरी पुलिस ने इसकी जांच की, तो ऐसा कोई व्यक्ति वहां मौजूद नहीं मिला।

पाकिस्तानी एजेंसी के लिए जासूसी, सोशल मीडिया बना हथियार

सूत्रों के मुताबिक, एटीएस को गुप्त सूचना मिली थी कि ऑर्डिनेंस फैक्ट्री से संवेदनशील जानकारी लीक हो रही है। इसके बाद कड़ी निगरानी के बाद रविंद्र को गिरफ्तार किया गया। शुरुआती जांच में सामने आया कि वह सोशल मीडिया पर नेहा शर्मा नाम की एक महिला के संपर्क में था, जो वास्तव में आईएसआई की एजेंट थी। प्रेमजाल में फंसाकर उसने रविंद्र से महत्वपूर्ण जानकारियां हासिल कीं।

गुप्त दस्तावेजों के साथ पकड़ा गया आरोपी

रविंद्र के पास से कई गोपनीय फाइलें, भारतीय सेना से संबंधित संवेदनशील रिपोर्ट्स, रक्षा उपकरणों की डिटेल्स और ऑर्डिनेंस फैक्ट्री की प्रोडक्शन रिपोर्ट्स मिली हैं। इनमें कुछ ऐसी जानकारियां थीं, जिनका इस्तेमाल दुश्मन देश भारत की सुरक्षा में सेंध लगाने के लिए कर सकता था।

रविंद्र पिछले कई महीनों से इस गुप्त जासूसी मिशन पर था, और लगातार सोशल मीडिया के जरिए सूचनाएं भेज रहा था। पूछताछ में उसने स्वीकार किया कि उसे इसके बदले मोटी रकम दी जा रही थी।

क्या वाकई शिवपुरी का है यह पाकिस्तानी जासूस?

जब एटीएस ने एफआईआर दर्ज की, तो उसमें रविंद्र का निवास स्थान मध्य प्रदेश के शिवपुरी के टीवी टावर के पास दर्ज किया गया। यह खबर मिलते ही शिवपुरी पुलिस तुरंत जांच में जुट गई, लेकिन अभी तक किसी ने इस व्यक्ति को पहचाना नहीं है।

फिजिकल थाना प्रभारी नवीन यादव के अनुसार, पुलिस टीम ने रविंद्र की फोटो और अन्य डिटेल्स के आधार पर जांच की, लेकिन उसका कोई रिकॉर्ड नहीं मिला। पुलिस अधीक्षक अमन सिंह राठौड़ का कहना है कि अब तक शिवपुरी पुलिस को इस संबंध में कोई आधिकारिक सूचना नहीं दी गई है, लेकिन फिर भी पुलिस टीम पड़ताल में लगी हुई है।

क्या है पूरी साजिश? किन बड़े नामों से जुड़े हैं तार?

इस पूरे मामले को लेकर सुरक्षा एजेंसियां अब यह पता लगाने में जुटी हैं कि क्या रविंद्र अकेले इस जासूसी मिशन में शामिल था, या उसके साथ और भी लोग जुड़े थे? क्योंकि रक्षा क्षेत्र से जुड़ी इतनी महत्वपूर्ण जानकारियां लीक होना देश की सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा साबित हो सकता है।

सोशल मीडिया बना सबसे बड़ा खतरा!

इस मामले से एक बार फिर यह साबित होता है कि सोशल मीडिया के जरिए जासूसी गतिविधियों को अंजाम दिया जा रहा है। पाकिस्तान की एजेंसी आईएसआई भारतीय युवाओं को लुभाने के लिए फर्जी सोशल मीडिया अकाउंट्स, हनी ट्रैप और पैसे का लालच देकर उन्हें अपने जाल में फंसा रही है

एटीएस की कार्रवाई जारी, बड़ा खुलासा संभव

फिलहाल एटीएस रविंद्र से गहन पूछताछ कर रही है और उसके मोबाइल से मिले डेटा का विश्लेषण किया जा रहा है। इससे यह पता लगाया जाएगा कि उसके संपर्क में और कौन-कौन लोग थे और उसने अब तक कितनी जानकारी लीक की है

इस मामले में आगे और बड़े खुलासे होने की संभावना है। अगर शिवपुरी कनेक्शन सही साबित होता है, तो मध्य प्रदेश में भी इस मामले की जांच शुरू हो सकती है। फिलहाल पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हैं और किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर पैनी नजर बनाए हुए हैं।

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