प्रेमानंद महाराज की पदयात्रा रद्द! होली पर भक्तों को बड़ा झटका, जानिए क्यों लिया गया यह फैसला?


होली पर भक्तों को बड़ा झटका! प्रेमानंद महाराज की पदयात्रा 10-14 मार्च तक रद्द, जानें क्यों लिया गया यह फैसला और आगे क्या होगा?

Vrindavan Breaking News | प्रेमानंद महाराज के अनुयायियों के लिए बुरी खबर!

वृंदावन में होली की धूम के बीच प्रेमानंद महाराज के भक्तों के लिए एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है। हर साल भक्तों को आध्यात्मिक आशीर्वाद देने वाली प्रेमानंद महाराज की पदयात्रा 10 से 14 मार्च 2025 तक रद्द कर दी गई है। इस फैसले से भक्तों में निराशा है, लेकिन इसके पीछे एक बड़ा कारण बताया गया है।

प्रेमानंद महाराज ने स्वयं भजन मार्ग इंस्टाग्राम अकाउंट के माध्यम से इस खबर की पुष्टि की। उन्होंने बताया कि होली के पर्व पर बढ़ती भीड़ और स्वास्थ्य कारणों की वजह से यह कठिन निर्णय लिया गया है। लाखों भक्त जो महाराज जी के दर्शन के लिए वृंदावन पहुंचने वाले थे, अब निराश लौट सकते हैं।

भक्तों को दिया गया बड़ा संदेश, इन तारीखों में दर्शन से बचें!

श्री हित राधा केलि कुंज परिकर, श्रीधाम वृंदावन की ओर से आधिकारिक सूचना जारी कर बताया गया कि 10 मार्च से 14 मार्च तक महाराज जी की कोई भी पदयात्रा नहीं निकलेगी। यह सूचना उन भक्तों के लिए महत्वपूर्ण है, जो वृंदावन में उनके दर्शन की योजना बना रहे थे।

सूचना में स्पष्ट लिखा गया है –
"होली के पावन पर्व और पूज्य महाराज जी के स्वास्थ्य को देखते हुए 10 मार्च से 14 मार्च 2025 तक पदयात्रा नहीं होगी। आप सभी भक्तों से निवेदन है कि इन दिनों में दर्शन के लिए न आएं।"

होली के दौरान बढ़ती भीड़ से स्वास्थ्य को खतरा?

वृंदावन की होली पूरी दुनिया में मशहूर है। इस दौरान रंग भरनी एकादशी (10 मार्च) से लेकर ब्रज की लट्ठमार होली (13 मार्च) तक लाखों की संख्या में श्रद्धालु वृंदावन पहुंचते हैं। ठाकुर बांके बिहारी मंदिर, प्रेम मंदिर और निधिवन जैसे स्थलों पर भक्तों की भीड़ उमड़ती है।

भीड़ के इसी बढ़ते दबाव को देखते हुए प्रेमानंद महाराज ने अपने स्वास्थ्य की अनुकूलता को ध्यान में रखते हुए पदयात्रा रोकने का फैसला किया। इससे पहले भी कई संतों और आध्यात्मिक गुरुओं ने होली के दौरान भीड़भाड़ से बचने की अपील की थी।

भक्तों में मायूसी, सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाओं की बाढ़

प्रेमानंद महाराज की पदयात्रा रद्द होने की खबर से उनके अनुयायियों में मायूसी छा गई है। सोशल मीडिया पर भक्तों की प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं।

  • एक यूजर ने लिखा, "गुरुजी का स्वास्थ्य सबसे पहले, हम प्रतीक्षा करेंगे।"
  • दूसरे ने कहा, "आप जल्दी स्वस्थ हों, यही हमारी प्रार्थना है।"
  • किसी ने लिखा, "होली में वृंदावन आना अब अधूरा लगेगा!"

कुछ अनुयायियों ने महाराज जी की तबीयत को लेकर चिंता भी जताई और उनके शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना की।

क्या होली के बाद फिर से शुरू होगी पदयात्रा?

फिलहाल, प्रेमानंद महाराज की ओर से यह स्पष्ट नहीं किया गया है कि होली के बाद उनकी पदयात्रा पुनः शुरू होगी या नहीं। भक्तों को आगे की जानकारी के लिए भजन मार्ग और श्री हित राधा केलि कुंज परिकर के आधिकारिक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर नजर बनाए रखने की सलाह दी गई है।

वृंदावन में ऐसे मनाई जाती है ऐतिहासिक होली

होली के दौरान वृंदावन में एक अलग ही माहौल होता है। श्रद्धालु बांके बिहारी मंदिर में रंगों की बौछार में डूबकर होली के आध्यात्मिक रस का अनुभव करते हैं।

  • 10 मार्च – रंग भरनी एकादशी (बांके बिहारी के विशेष दर्शन)
  • 11-12 मार्च – फूलों की होली (राधा रानी मंदिर, बरसाना)
  • 13 मार्च – लट्ठमार होली (नंदगांव और बरसाना)
  • 14 मार्च – होलिका दहन

ऐसे में प्रेमानंद महाराज की पदयात्रा का रद्द होना निश्चित रूप से उनके भक्तों के लिए एक बड़ा झटका है। लेकिन, उनके स्वास्थ्य को देखते हुए यह निर्णय आवश्यक था

क्या भक्तों के लिए होगा कोई वर्चुअल आयोजन?

भक्तों की बढ़ती मांग को देखते हुए संभावना जताई जा रही है कि प्रेमानंद महाराज डिजिटल माध्यम से अपने अनुयायियों को संदेश दे सकते हैं। भजन मार्ग के आधिकारिक इंस्टाग्राम और यूट्यूब चैनल पर किसी विशेष प्रवचन या भजन कार्यक्रम की घोषणा हो सकती है।

भक्तों को करना होगा इंतजार!

प्रेमानंद महाराज की पदयात्रा 10 से 14 मार्च तक स्थगित होने से उनके अनुयायियों में निराशा जरूर है, लेकिन स्वास्थ्य सर्वोपरि है। वृंदावन में लाखों की भीड़ और भक्तों की उमंग के बीच सुरक्षा और स्वास्थ्य प्राथमिकता बने हुए हैं।

अब सभी की निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि क्या होली के बाद प्रेमानंद महाराज फिर से भक्तों को दर्शन देंगे या नहीं। भक्तों को सलाह दी जाती है कि वे आधिकारिक अपडेट्स पर ध्यान दें और बिना पुष्टि किए वृंदावन न आएं।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ

Notifications Powered By Aplu