संभल की शाही जामा मस्जिद में ASI की देखरेख में रंगाई-पुताई का काम शुरू, कोर्ट के आदेश के बाद तेज़ हुई कार्रवाई!


संभल की शाही जामा मस्जिद में ASI की देखरेख में रंगाई-पुताई शुरू, हाई कोर्ट के आदेश के बाद कार्रवाई तेज़। अगली सुनवाई 8 अप्रैल को।

संभल: उत्तर प्रदेश के संभल में स्थित ऐतिहासिक शाही जामा मस्जिद एक बार फिर चर्चा में है। इलाहाबाद हाई कोर्ट के सख्त निर्देश के बाद भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) की देखरेख में मस्जिद की बाहरी दीवार की रंगाई-पुताई का काम शुरू हो गया है। इससे पहले 13 मार्च को ASI की टीम ने मस्जिद का जायजा लिया था और आवश्यक संसाधनों का आकलन किया था।

हाई कोर्ट ने आदेश दिया था कि 7 दिनों के भीतर मस्जिद के बाहरी हिस्से की सफेदी पूरी होनी चाहिए। इस आदेश के तहत 16 मार्च को पेंटिंग का काम शुरू हुआ। वहीं, मस्जिद कमेटी के मुताबिक, रमजान के दौरान मस्जिद को खूबसूरत लाइटिंग से सजाने की भी योजना है।

कोर्ट के आदेश के बाद ASI की टीम ने संभाला मोर्चा

इलाहाबाद हाई कोर्ट ने 12 मार्च को ASI को निर्देश दिया था कि वह बिना किसी देरी के मस्जिद की बाहरी दीवारों की सफेदी पूरी करे और इस प्रक्रिया में कोई छेड़छाड़ न हो। इसके बाद 13 मार्च को ASI की एक टीम ने मौके पर पहुंचकर पूरी स्थिति का आकलन किया।

मस्जिद कमेटी के अध्यक्ष जफर अली ने बताया कि मस्जिद की बाहरी दीवारों पर पहले की तरह ही सफेद, हरा और सुनहरा रंग किया जाएगा। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि भगवा रंग किए जाने की बात सिर्फ अफवाह है और इससे माहौल को बिगाड़ने की कोशिश की जा रही है।

हिंदू पक्ष ने भी जताई सहमति, कोर्ट ने दी रोशनी लगाने की इजाज़त

हिंदू पक्ष की ओर से पेश हुए वकील हरि शंकर जैन ने कहा कि मस्जिद की पुताई को लेकर कोई विवाद नहीं है, बशर्ते कि यह बाहरी दीवार तक सीमित रहे। हाई कोर्ट ने ASI को निर्देश दिया कि मस्जिद के बाहरी हिस्से पर आकर्षक लाइटिंग भी लगाई जाए।

पिछले साल हुए दंगों के बाद ASI की सख़्ती

संभल की शाही जामा मस्जिद 24 नवंबर को तब चर्चा में आई जब यहां सर्वे के बाद हिंसक झड़पें हुई थीं। इस दौरान चार लोगों की मौत हो गई थी और पुलिसकर्मियों समेत कई लोग घायल हुए थे। इस घटना के बाद से प्रशासन किसी भी संभावित विवाद से बचने के लिए सतर्क हो गया है।

मस्जिद कमेटी ने कहा – हम उठाएंगे पेंटिंग का खर्चा

मस्जिद कमेटी के सदर जफर अली ने बताया कि मस्जिद की रंगाई-पुताई का खर्च कमेटी खुद उठाएगी, लेकिन हो सकता है कि ASI भी इसमें कुछ योगदान दे। उन्होंने कहा कि रमजान के दौरान लाइटिंग भी की जाएगी, जिससे मस्जिद की खूबसूरती और बढ़ेगी।

अगली सुनवाई 8 अप्रैल को, प्रशासन की सख़्ती जारी

इस पूरे मामले में इलाहाबाद हाई कोर्ट की अगली सुनवाई 8 अप्रैल को होगी। प्रशासन की ओर से स्पष्ट किया गया है कि आदेश का पूरी तरह पालन किया जाएगा और किसी भी पक्ष को कानून अपने हाथ में लेने की इजाज़त नहीं दी जाएगी

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