संभल हिंसा केस में शाही जामा मस्जिद के सदर जफर अली गिरफ्तार, दंगे भड़काने का आरोप, कोर्ट ने न्यायिक हिरासत में भेजा।
उत्तर प्रदेश के Sambhal district में हुई हिंसा को लेकर पुलिस ने बड़ा एक्शन लिया है। Shahi Jama Masjid Survey के दौरान भड़की हिंसा के मामले में अब मस्जिद के सदर Syed Zafar Ali को गिरफ्तार कर लिया गया है। Police SIT की टीम ने रविवार सुबह उनके आवास पर छापा मारा और करीब चार घंटे तक बंद कमरे में पूछताछ की। पूछताछ के बाद उन्हें Judicial Custody में भेज दिया गया है।
24 नवंबर 2024 की वह दोपहर, जब संभल सुलगा था
24 November Riots Sambhal की वह दोपहर जब पुलिस और प्रशासनिक अमला शाही जामा मस्जिद में Survey Operation चला रहा था, तभी अचानक माहौल गर्म हो गया। सैकड़ों की भीड़ जमा हो गई और देखते ही देखते पथराव, आगजनी और तोड़फोड़ की घटनाएं शुरू हो गईं। UP Police ने इस मामले में अब तक कुल 80 लोगों को गिरफ्तार किया है और 115 Bail Applications खारिज हो चुकी हैं।
Zafar Ali पर क्या हैं आरोप?
पुलिस के अनुसार, Zafar Ali incited mob यानी जफर अली ने भीड़ को उकसाया, भड़काऊ बयान दिए और हिंसा को हवा दी। यही नहीं, जांच में यह भी सामने आया कि दंगे से कुछ घंटे पहले जफर अली की कुछ स्थानीय युवाओं के साथ मीटिंग हुई थी। पुलिस के पास इसका CCTV Footage और Call Detail Records (CDR) मौजूद हैं, जिन्हें सबूत के तौर पर कोर्ट में पेश किया गया।
SIT की चार घंटे की पूछताछ में क्या हुआ?
रविवार की सुबह SIT Team जफर अली के घर पहुंची और उन्हें बंद कमरे में पूछताछ के लिए बुलाया गया। पूछताछ करीब चार घंटे चली। सूत्रों के अनुसार, पुलिस की ओर से पूछे गए कई सवालों का संतोषजनक जवाब नहीं मिला। पूछताछ के दौरान जफर अली की तबीयत भी खराब हो गई, लेकिन Medical Team ने उन्हें फिट घोषित किया। इसके बाद उन्हें Sambhal Court में पेश किया गया।
Court का रुख और Zafar Ali की जमानत याचिका
Chandausi Court में जफर अली की पेशी के दौरान उनके वकीलों ने Health Grounds पर जमानत की मांग की, लेकिन कोर्ट ने Non-Bailable Offences का हवाला देते हुए जमानत याचिका खारिज कर दी। कोर्ट ने उन्हें दो दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया और 26 मार्च को दोबारा पेश करने का आदेश दिया है।
Zafar Ali का पक्ष: उन्होंने क्या कहा?
कोर्ट में पेशी के दौरान जफर अली ने खुद को निर्दोष बताया। उनका कहना था कि उन्होंने किसी को उकसाया नहीं बल्कि लोग खुद Zafar Ali Zindabad के नारे लगा रहे थे। उन्होंने कहा कि वे Masjid Committee President के तौर पर सिर्फ शांति बनाए रखने की अपील कर रहे थे।
अब तक कितने गिरफ्तार, कितने फरार?
- कुल आरोपी: 124
- गिरफ्तार: 80
- जमानत मिली: 0
- फरार: 44 (जिनकी तलाश जारी)
- कुल खारिज जमानत अर्जी: 115
सुरक्षा व्यवस्था और प्रशासन का कड़ा रुख
पुलिस और प्रशासन ने Law and Order बनाए रखने के लिए संभल में धारा 144 लागू कर दी है। Internet Services Suspended कर दी गई हैं और किसी भी प्रकार की सामूहिक गतिविधि पर रोक लगा दी गई है। RAF (Rapid Action Force) की तैनाती भी की गई है।
क्या था मस्जिद में Survey का उद्देश्य?
मूल रूप से शाही जामा मस्जिद में चल रहा था Religious Structure Verification Survey, जिसके तहत पुराने निर्माण और उनके ऐतिहासिक दस्तावेजों की जांच की जानी थी। ASI Survey से प्रेरित यह सर्वे प्रशासन के आदेश पर किया गया था, लेकिन कुछ समुदायों ने इसे अपनी आस्था पर हमला बताया और विरोध शुरू कर दिया।
Sambhal का माहौल अभी भी तनावपूर्ण
इस पूरे घटनाक्रम ने Uttar Pradesh Communal Tension को एक बार फिर सुर्खियों में ला दिया है। Zafar Ali की गिरफ्तारी से माहौल और गर्माया है। पुलिस हर कोण से जांच कर रही है और कहा जा रहा है कि आने वाले दिनों में और गिरफ्तारियां हो सकती हैं।
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