रामनवमी पर चमत्कार! बरेली के खेत में प्रकट हुए हनुमान जी, जयकारों से गूंजा गांव – मंदिर बनाने की उठी मांग





रामनवमी पर बरेली में खेत से प्रकट हुई हनुमान जी की मूर्ति, गांव में मचा उल्लास, मंदिर निर्माण की उठी मांग, श्रद्धालुओं की भीड़।


हनुमान जी की प्राचीन मूर्ति मिलने से गांव में मचा धार्मिक उत्साह, रामनवमी पर दिव्य संकेत मान रहे ग्रामीण

उत्तर प्रदेश के बरेली जनपद से रामनवमी 2025 के अवसर पर एक ऐसा चमत्कार सामने आया है जिसने पूरे गांव को श्रद्धा और भक्ति के रंग में रंग दिया है। इज्जतनगर थाना क्षेत्र के रूपापुर गांव में उस समय हड़कंप मच गया जब एक किसान को खेत की खुदाई के दौरान हनुमान जी की प्राचीन मूर्ति प्राप्त हुई। इस अलौकिक घटना को लोग बजरंगबली का चमत्कारी प्रकट होना मान रहे हैं।

घटना के तुरंत बाद गांव में ‘जय श्रीराम’ और ‘जय हनुमान’ के नारों से माहौल गूंज उठा। भक्तों की भारी भीड़ जुटने लगी और खेत को ही अस्थायी धार्मिक स्थल में तब्दील कर दिया गया।


खेत में चला फावड़ा, मिट्टी के नीचे से निकली चमत्कारी मूर्ति

यह चमत्कारिक घटना रूपापुर गांव के किसान होतम सिंह के खेत में हुई, जहां वह रोज की तरह सुबह काम पर पहुंचे थे। फावड़ा चलाते समय जब किसी कठोर वस्तु से उनका औज़ार टकराया, तो पहले उन्हें लगा कि कोई बड़ा पत्थर है। मगर जब उन्होंने मिट्टी को थोड़ा और हटाया, तो एक भव्य और प्राचीन हनुमान जी की मूर्ति बाहर आई।

मूर्ति के प्रकट होते ही किसान ने तुरंत गांव में सूचना दी। देखते ही देखते आसपास के गांवों से भी श्रद्धालु पहुंचने लगे और खेत एक धार्मिक आयोजन स्थल में तब्दील हो गया।


रामनवमी पर प्रकट हुए हनुमान जी, ग्रामीणों ने माना शुभ संकेत

जिस दिन यह मूर्ति मिली, वही रामनवमी का पावन पर्व था। इस शुभ दिन पर हनुमान जी का प्रकट होना ग्रामीणों के लिए किसी दिव्य संकेत से कम नहीं है। लोगों का मानना है कि यह भगवान का सीधा आशीर्वाद है जो गांव की समृद्धि और खुशहाली का प्रतीक बनेगा।

इस चमत्कारी घटना ने गांव को भक्ति की भावना से सराबोर कर दिया है। महिलाएं, बुजुर्ग और बच्चे श्रद्धा से पूजा-पाठ कर रहे हैं। हनुमान चालीसा, भजन-कीर्तन और राम नाम संकीर्तन की गूंज पूरे गांव में फैल गई है।


मूर्ति की अस्थायी स्थापना, शुरू हुआ पूजा-पाठ और चढ़ावा

स्थानीय लोगों ने खेत के एक कोने में मूर्ति की अस्थायी स्थापना की है। मूर्ति को सावधानीपूर्वक मिट्टी से साफ कर उस पर गुलाल और चंदन लगाया गया। श्रद्धालु फूल, प्रसाद और चढ़ावा लेकर पहुंच रहे हैं और पूजा कर रहे हैं।

लोगों की आस्था इतनी मजबूत हो चुकी है कि गांव में अब स्थायी मंदिर निर्माण की योजना बनने लगी है। कई ग्रामीणों ने इस कार्य के लिए दान देने की पेशकश कर दी है। उनका विश्वास है कि हनुमान जी ने स्वयं इस भूमि को चुना है, इसलिए यहां एक भव्य मंदिर बनना ही चाहिए।


धार्मिक स्थल घोषित करने की उठी मांग, प्रशासन से संपर्क की तैयारी

ग्रामीणों की तरफ से अब प्रशासन से यह जगह धार्मिक स्थल घोषित करने की मांग की जा रही है। इसके साथ ही मूर्ति के संरक्षण और प्रमाणिकता की जांच की आवश्यकता भी महसूस की जा रही है।

फिलहाल प्रशासन की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन ग्रामीणों में उत्साह इतना जबरदस्त है कि वे जल्द ही SDM और DM कार्यालय में ज्ञापन देने की तैयारी कर रहे हैं।


तीर्थ स्थल में तब्दील हो सकता है रूपापुर गांव

जिस तरह से यह घटना लोगों के विश्वास और भक्ति को मजबूत कर रही है, विशेषज्ञों का मानना है कि रूपापुर गांव आने वाले समय में एक नया तीर्थ स्थल बन सकता है।

यदि प्रशासन और पुरातत्व विभाग इस स्थान को संरक्षण प्रदान करें, तो यह जगह धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण बन सकती है। ग्रामीणों को उम्मीद है कि सरकार इस स्थल पर मंदिर निर्माण में सहयोग करेगी और इसे धार्मिक पर्यटन से भी जोड़ा जाएगा।

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