बरेली में पुलिस छापे में 9 सट्टेबाज गिरफ्तार, सरगना तन्नू फरार। मकान से नकदी, पर्चियां, कैल्कुलेटर जब्त। केस दर्ज।
संवाददाता शानू की रिपोर्ट
बरेली में सट्टा नेटवर्क पर बड़ी कार्रवाई, सरगना तन्नू बना पुलिस के लिए चुनौती
सीसीटीवी से मॉनिटरिंग कर रहा था 'सट्टा डॉन' तन्नू, पुलिस की नजरों से बच निकला
बताया जा रहा है कि तन्नू ने इस मकान में कई सीसीटीवी कैमरे लगवाए थे, जिनके जरिए वह दूर बैठकर सट्टेबाजी पर नजर रखता था। पुलिस की दबिश की भनक लगते ही वह मौके से फरार हो गया। एसएसपी के निर्देश पर अब तन्नू के पुराने रिकॉर्ड खंगाले जा रहे हैं और उसे जिले का सट्टा माफिया घोषित करने की तैयारी जोरों पर है।
गैंग के 9 शातिर सट्टेबाज गिरफ्तार, लाखों की सट्टा पर्चियां और नगदी जब्त
छापेमारी के दौरान पुलिस को मौके से ₹91,330 नगद, 113 सट्टा पर्चियां, 21 पेन, 3 कैलकुलेटर और अन्य अहम दस्तावेज बरामद हुए। गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान इस प्रकार हुई है:
- दीपक गुप्ता – कालीबाड़ी, बारादरी
- दीपक वर्मा – कटरा चांद खां, बारादरी
- चांद मियां – जाटवपुर, प्रेमनगर
- हसनैन – गीता भट्टी मठ चौकी, कोतवाली
- वीरेन्द्र पाल – बुखारा, कैंट
- धर्मेन्द्र – मणिनाथ बंशी नगला, सुभाषनगर
- बाबूलाल – वीडीओ कॉलोनी, सुभाषनगर
- गिरिश – आजमनगर, कोतवाली
- नीरज – बीडीओ कॉलोनी, प्रेमनगर
इन सभी आरोपियों के खिलाफ बारादरी पुलिस थाने में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
बारादरी थाने की दबिश टीम ने रचा इतिहास, तन्नू की गिरफ्तारी अब प्राथमिकता
पुलिस के अनुसार इस नेटवर्क को शहरभर में फैले अड्डों से ऑपरेट किया जा रहा था, जहां online betting apps, WhatsApp betting groups, और code word slips के ज़रिए करोड़ों का सट्टा लगाया जा रहा था।
जिले में बढ़ती सट्टेबाज़ी पर एसएसपी का बड़ा एक्शन, कई और पर नजर
एसएसपी के अनुसार यह कार्रवाई सिर्फ शुरुआत है। आने वाले दिनों में कई और छापे हो सकते हैं। शहर में एक्टिव सभी illegal betting rackets की पहचान की जा रही है और इनपर त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित की जा रही है। साथ ही जिले में सट्टेबाजी से जुड़े सभी अपराधियों को चिन्हित किया जा रहा है।
तन्नू पर होगी बड़ी कार्रवाई, जिलास्तरीय माफिया घोषित करने की प्रक्रिया शुरू
पुलिस सूत्रों के मुताबिक तन्नू पहले से ही अजय वाल्मीकि हत्याकांड में वांछित है। अब उसके सट्टेबाजी नेटवर्क के उजागर होने के बाद उसे गैंगस्टर एक्ट के तहत जिलास्तरीय माफिया घोषित किया जा सकता है। इसके लिए संबंधित विभागों से मंज़ूरी ली जा रही है।
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