बरेली के फतेहगंज में हाईवे पर टाइल्स से भरा ट्रक ई-रिक्शा पर पलट गया, एक युवक की मौके पर मौत, तीन घायल, ट्रक चालक फरार।
संवाददाता शानू की रिपोर्ट
बरेली में हाईवे बना खून से सना, टाइल्स से भरा ट्रक बना काल
शनिवार की दोपहर बरेली के फतेहगंज पश्चिमी क्षेत्र में कुछ ऐसा हुआ जिसने हर किसी को दहला दिया। दिल्ली-लखनऊ राष्ट्रीय राजमार्ग पर तेज रफ्तार से दौड़ता टाइल्स से लदा एक ट्रक अचानक अनियंत्रित होकर ई-रिक्शा पर पलट गया। यह हादसा इतना खतरनाक था कि ई-रिक्शा में बैठे चार लोगों में से एक की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि बाकी तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।
3:15 बजे दोपहर की वह खौफनाक घड़ी, जब पल भर में उजड़ गया एक परिवार
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, हादसा दोपहर लगभग 3:15 बजे हुआ। ट्रक बरेली की ओर से आ रहा था और उसकी गति काफी तेज थी। जैसे ही वह फतेहगंज पश्चिमी के पट्टी गांव के पास पहुंचा, सामने अचानक एक ई-रिक्शा आ गया। ट्रक चालक ने टक्कर से बचने के लिए ब्रेक लगाने की कोशिश की लेकिन ओवरलोडेड ट्रक का संतुलन बिगड़ गया और वह सीधा ई-रिक्शा पर पलट गया।
मलबे में दबकर मौत, चीखों से गूंजा हाईवे
भारी टाइल्स से भरा ट्रक जब ई-रिक्शा पर गिरा तो उस पर बैठे चार लोग बुरी तरह मलबे के नीचे दब गए। चीख-पुकार मच गई, राहगीरों ने फौरन पुलिस को सूचना दी। कुछ ही देर में पुलिस और स्थानीय लोग घटनास्थल पर पहुंचे और मलबा हटाने का प्रयास शुरू हुआ। एक युवक की घटनास्थल पर ही मौत हो गई जबकि तीन अन्य बुरी तरह घायल मिले जिन्हें तुरंत नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया।
ट्रक चालक हुआ फरार, पुलिस ने ट्रक जब्त कर शुरू की जांच
हादसे के बाद ट्रक चालक मौके से फरार हो गया। पुलिस ने ट्रक को अपने कब्जे में ले लिया है और उस पर लदे टाइल्स को हटवा कर हाईवे को साफ कराया। हादसे के चलते हाईवे पर तकरीबन एक घंटे तक लंबा जाम लग गया था, जिसे बाद में सामान्य किया गया।
मृतक और घायलों की पहचान अभी बाकी, पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया शव
फिलहाल मृतक युवक और घायलों की पहचान नहीं हो सकी है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और परिजनों की तलाश की जा रही है। स्थानीय थाने के अनुसार, घायलों की हालत नाजुक बनी हुई है और अस्पताल में उनका इलाज जारी है।
घटनास्थल की स्थिति और सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो
हादसे की खबर सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है। कुछ राहगीरों ने घटनास्थल के वीडियो बनाए, जिसमें मलबे के नीचे दबे लोग चीखते-चिल्लाते दिख रहे हैं। पुलिस द्वारा रेस्क्यू ऑपरेशन का वीडियो भी सामने आया है जिसमें जेसीबी मशीन से ट्रक को हटाया जा रहा है।
सुरक्षा और ट्रैफिक नियमों पर फिर उठे सवाल
इस भयावह हादसे ने एक बार फिर सवाल खड़े कर दिए हैं — क्या ओवरलोडेड ट्रकों पर सख्ती क्यों नहीं होती? क्या ट्रैफिक नियमों की खुलेआम अनदेखी बरेली जैसे शहरों में आम बात बन चुकी है? प्रशासन को चाहिए कि इस मामले में जल्द जांच पूरी कर दोषी चालक को गिरफ्तार करे और ऐसे ट्रकों पर शिकंजा कसे जो मौत का सामान ढोते हैं।
स्थानीय लोगों में भारी रोष, प्रशासन से मुआवजे की मांग
पट्टी गांव और आसपास के लोग इस हादसे से गुस्से में हैं। उन्होंने मांग की है कि मृतक के परिवार को उचित मुआवजा दिया जाए और घायलों के इलाज का पूरा खर्च सरकार उठाए। वहीं ट्रक चालक की गिरफ्तारी की भी मांग जोर पकड़ रही है।
हादसे से हाईवे पर दहशत का माहौल
हादसे के बाद हाईवे पर गुजरने वाले लोग भी दहशत में हैं। एक राहगीर ने बताया, “अगर ई-रिक्शा की जगह कोई बाइक या पैदल यात्री होता तो भी यही अंजाम होता। प्रशासन को तुरंत ऐसे ट्रकों पर सख्ती बरतनी चाहिए।”
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