जौनपुर-अयोध्या सुपरफास्ट में 'बम' की दहशत! 4 घंटे तक जंघई स्टेशन पर थमी ट्रेन, अफरा-तफरी के बाद निकला फर्जी अलर्ट



जौनपुर-अयोध्या सुपरफास्ट ट्रेन में बम की सूचना से मचा हड़कंप, ट्रेन 4 घंटे रुकी, जांच के बाद निकली फर्जी कॉल।


जौनपुर से अयोध्या जा रही सुपरफास्ट ट्रेन में बम की सूचना से सनसनी, रेलवे व सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट

उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले से गुजर रही Lokmanya Tilak Terminal to Ayodhya Cantt Superfast Express में उस समय हड़कंप मच गया जब कंट्रोल रूम को एक बम की धमकी भरी कॉल मिली। मंगलवार दोपहर तकरीबन 10:15 बजे, एक अनजान कॉलर ने दावा किया कि ट्रेन में एक महिला के बैग में बम रखा गया है। यह खबर मिलते ही रेलवे प्रशासन व सुरक्षा एजेंसियों के होश उड़ गए।

ट्रेन को जंघई स्टेशन पर रोका गया, 10वीं बोगी को कराया गया खाली

मौके की नजाकत को देखते हुए ट्रेन को जंघई रेलवे स्टेशन पर ही रोक दिया गया। 22103 Superfast Train के दसवें डिब्बे को खाली करवा कर यात्रियों को सुरक्षित नीचे उतार लिया गया। इसके साथ ही कंट्रोल रूम से Prayagraj Bomb Squad को अलर्ट कर दिया गया।

Prayagraj से रवाना हुई Bomb Squad टीम, 4 घंटे बाद पहुंची जांच करने

हालात को काबू में रखते हुए बम स्क्वायड को तुरंत प्रयागराज से रवाना किया गया, लेकिन टीम को जंघई स्टेशन तक पहुंचने में पूरे 4 घंटे लग गए। इस दौरान ट्रेन एक ही जगह खड़ी रही और यात्रियों के चेहरे पर चिंता की लकीरें साफ नजर आईं।

महिला यात्रियों के बैग की तलाशी, ट्रेन में नहीं मिला कोई संदिग्ध सामान

बम स्क्वायड के पहुंचते ही पूरी ट्रेन की गहन जांच शुरू की गई। विशेषकर उस 10वीं बोगी को खंगाला गया, जिसमें महिला के बैग में बम होने की बात कही गई थी। वहां मौजूद सभी महिला यात्रियों के बैग की जांच की गई, लेकिन किसी भी तरह का संदिग्ध सामान या विस्फोटक नहीं मिला।

शाम 4:40 पर मिली क्लीन चिट, ट्रेन को आगे रवाना किया गया

करीब चार घंटे की तलाश और तनाव के बाद बम स्क्वायड ने पूरी ट्रेन को सुरक्षित घोषित कर दिया और शाम 4:40 बजे ट्रेन को अयोध्या कैंट की ओर रवाना कर दिया गया।

RPF और रेलवे अफसरों ने की पुष्टि, बताया गया फर्जी अलर्ट

RPF थाना प्रभारी आलोक तिवारी ने मीडिया से बातचीत में बताया कि, “हमें अयोध्या सुपरफास्ट ट्रेन में बम की सूचना मिली थी। तुरंत एक्शन लेकर ट्रेन को रोककर बम स्क्वायड बुलाया गया। जांच के बाद कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला है और इसे एक फर्जी कॉल माना जा रहा है।”

रेलवे कंट्रोल रूम अलर्ट, कॉलर की तलाश जारी

रेलवे प्रशासन इस फर्जी कॉल को लेकर अब काफी सतर्क हो चुका है। सूचना देने वाले अज्ञात कॉलर की तलाश शुरू कर दी गई है। इस तरह की कॉल न सिर्फ यात्रा को प्रभावित करती हैं बल्कि यात्रियों में भय और असुरक्षा की भावना भी बढ़ाती हैं।

बम की सूचना से प्रभावित हुआ ट्रेन का शेड्यूल

ट्रेन के 4 घंटे तक रुकने से कई यात्रियों की योजनाएं प्रभावित हुईं। अन्य ट्रेनों के रूट भी बदले गए और रेल यातायात व्यवस्था चरमरा गई।

अफवाह फैलाने वाले को पकड़ने के लिए पुलिस ने बनाई टीम

रेलवे कंट्रोल रूम से मिली जानकारी के अनुसार, फर्जी कॉल करने वाले शख्स को ट्रैक करने के लिए प्रयागराज साइबर सेल की मदद ली जा रही है। कॉलर के मोबाइल लोकेशन और कॉल रिकॉर्ड्स को खंगाला जा रहा है।

इस घटना से रेलवे सुरक्षा के लिए सबक

यह घटना भले ही फर्जी निकली हो लेकिन इसने रेलवे और सुरक्षा एजेंसियों को एक बार फिर सतर्कता बरतने की ज़रूरत का एहसास कराया है। अब बगैर जांच के किसी सूचना को नजरअंदाज करना संभव नहीं।

जौनपुर-अयोध्या सुपरफास्ट ट्रेन में बम की सूचना ने जहां कुछ घंटों के लिए पूरे रेलवे सिस्टम को हिला कर रख दिया, वहीं फर्जी अलर्ट ने सुरक्षा व्यवस्था की पोल भी खोल दी। आगे ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कड़े कदम उठाए जाने की ज़रूरत है।

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