प्रयागराज में एयरफोर्स इंजीनियर हत्याकांड में पुलिस की थ्योरी सवालों में घिरी, पिस्टल, बाइक और चोरी की कहानी में विरोधाभास।
प्रयागराज में एयरफोर्स के चीफ इंजीनियर एसएन मिश्रा की सनसनीखेज हत्या के मामले में पुलिस भले ही खुलासा कर चुकी हो, लेकिन उसके दावों में इतने बड़े-बड़े छेद नजर आ रहे हैं कि पूरा मामला अब और भी रहस्यमय हो गया है। पुलिस ने दावा किया है कि इस हत्या को आरोपी सौरभ पासी ने अंजाम दिया और उसकी वजह आर्थिक तंगी थी। मगर पुलिस की यह थ्योरी अब खुद पुलिस के लिए सिरदर्द बन गई है क्योंकि सवाल ये है कि अगर आरोपी के पास भाई की जमानत के लिए पैसे नहीं थे तो फिर उसने 40 हजार की पिस्टल और लाखों की बाइक कहां से खरीद ली?
प्रयागराज पुलिस की थ्योरी सवालों के घेरे में
पुलिस का दावा है कि आरोपी सौरभ पासी ने अपने भाई की जमानत कराने के लिए इस घटना को अंजाम दिया। पुलिस के अनुसार, सौरभ ने चोरी के इरादे से एयरफोर्स इंजीनियर के घर में घुसकर उनकी हत्या कर दी। इस थ्योरी में पुलिस कहती है कि आरोपी के पास पैसे नहीं थे। लेकिन इसी के अगले पल पुलिस खुद ये भी कहती है कि आरोपी ने हाल ही में 40 हजार रुपये में एक पिस्टल खरीदी थी और उसके पास 1.5 लाख रुपये की R15 बाइक भी है।
अब सवाल यह है कि जिस आरोपी के पास जमानत के पैसे नहीं थे, वो आखिर इतने महंगे शौक कैसे पाल रहा था? पुलिस की थ्योरी में यह सबसे बड़ा विरोधाभास सामने आया है।
महज 10 दिन में कैसे तोड़ी सिक्योरिटी?
पुलिस ने यह भी दावा किया है कि आरोपी ने वारदात से दस दिन पहले भी चीफ इंजीनियर के घर में चोरी का प्रयास किया था लेकिन सिक्योरिटी के चलते वह नाकाम रहा था। तो फिर अचानक से महज 10 दिनों में ऐसा क्या हुआ कि आरोपी न सिर्फ सिक्योरिटी को तोड़कर घर में घुसा बल्कि हत्या भी कर दी?
क्या आरोपी ने इतने कम समय में कोई प्लानिंग कर ली या पुलिस किसी अहम कड़ी को छुपा रही है? सवाल यह भी है कि अगर चोरी ही मकसद था तो फिर चोरी के बजाय हत्या क्यों की गई?
आरोपी के कबूलनामे पर भी उठे सवाल
हालांकि पुलिस का कहना है कि आरोपी सौरभ पासी ने पूछताछ में अपना जुर्म कबूल कर लिया है और उसकी निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त हथियार भी बरामद हो चुका है। लेकिन कबूलनामे के बावजूद पुलिस खुद इस मामले में पूरी तरह से संतुष्ट नहीं है। सूत्रों के मुताबिक पुलिस को आशंका है कि अगर मौजूदा साक्ष्य कोर्ट में पेश किए गए तो आरोपी को आसानी से जमानत मिल सकती है।
पुलिस अब आरोपी के सोशल मीडिया अकाउंट, मोबाइल लोकेशन, बैंक डिटेल्स और दोस्तों से पूछताछ कर रही है ताकि इस केस में कोई ठोस साक्ष्य मिल सके। मगर फिलहाल पुलिस इस सवाल का भी जवाब नहीं दे पा रही है कि अगर आरोपी के पास आर्थिक तंगी थी तो महंगी बाइक और पिस्टल की व्यवस्था कैसे हुई?
परिवार और मोहल्ले में चर्चाएं तेज
घटना के बाद से आरोपी के मोहल्ले में भी चर्चाएं तेज हैं। पड़ोसी भी हैरान हैं कि आर्थिक रूप से कमजोर बताया जा रहा सौरभ पासी कैसे महंगी बाइक और ब्रांडेड सामानों का शौकीन था। कई लोगों ने पुलिस की इस थ्योरी पर सवाल उठाते हुए कहा है कि कहीं न कहीं मामला उतना सीधा नहीं है जितना बताया जा रहा है।
पुलिस के लिए सिरदर्द बनता जा रहा मामला
पुलिस अधिकारी भी ऑफ द रिकॉर्ड मान रहे हैं कि केस में कई ऐसी बातें सामने आई हैं जो अब तक की थ्योरी को कमजोर करती हैं। यही वजह है कि पुलिस अब कोर्ट में चार्जशीट दाखिल करने से पहले हर पहलू को दोबारा खंगाल रही है ताकि बचाव पक्ष इन कमजोरियों का फायदा न उठा सके।
फिलहाल प्रयागराज पुलिस की सबसे बड़ी चुनौती है इस केस में ऐसे मजबूत साक्ष्य जुटाना जिससे अदालत में मामला टिक सके। क्योंकि आरोपी ने जुर्म कबूल किया है मगर हालात और हालिया सामने आई जानकारियां पुलिस की थ्योरी को कमजोर कर रही हैं।
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