उत्तर प्रदेश में भीषण हीटवेव का अलर्ट, योगी सरकार ने प्रदेशभर में लागू किया स्पेशल एक्शन प्लान, कंट्रोल रूम और हेल्पलाइन एक्टिव।
यूपी में भीषण लू का संकट! योगी सरकार ने किया बड़ा ऐलान, अलर्ट के साथ जारी हुआ सुपर एक्शन प्लान
उत्तर प्रदेश इस समय मौसम की सबसे बड़ी चुनौती से जूझने वाला है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने पहले ही प्रदेश में 2025 के लिए भीषण हीटवेव का अलर्ट जारी कर दिया है। तापमान रिकॉर्ड तोड़ने वाला है और लू का असर लंबे समय तक रहने की आशंका जताई गई है। ऐसे में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश की जनता को गर्मी से बचाने के लिए फुलप्रूफ एक्शन प्लान पर काम शुरू कर दिया है।
हीटवेव को सरकार ने घोषित किया राज्य स्तरीय आपदा, अब पूरे यूपी में चलेगा एक्शन प्लान
हीटवेव की गंभीरता को देखते हुए यूपी सरकार ने इसे राज्य स्तरीय आपदा घोषित कर दिया है। इस घोषणा के साथ ही प्रदेश स्तरीय हीटवेव एक्शन प्लान लागू किया गया है। खास बात यह है कि आगरा, लखनऊ और झांसी जैसे बड़े शहरों के लिए अलग से 'सिटी हीटवेव एक्शन प्लान' भी बनाया गया है, ताकि शहरी आबादी को खास तौर पर राहत पहुंचाई जा सके।
आम जनता को सतर्क करने के लिए बड़े पैमाने पर चलेगा प्रचार अभियान
हीटवेव से लड़ाई केवल व्यवस्थाओं से नहीं, बल्कि जागरूकता से भी लड़ी जाएगी। सीएम योगी ने सभी विभागों को निर्देश दिए हैं कि हर स्तर पर लोगों को जागरूक किया जाए। इसके लिए व्यापक प्रचार-प्रसार अभियान शुरू किया गया है। राजस्व विभाग (आपदा प्रबंधन) ने सभी जनपदों को दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं। 'सचेत' ऐप और राहत आयुक्त कार्यालय द्वारा तैयार किए गए इंटीग्रेटेड अर्ली वार्निंग पोर्टल से हर नागरिक तक हीटवेव से जुड़ी अलर्ट और जरूरी सूचना पहुंचाई जाएगी।
कंट्रोल रूम से लेकर हेल्पलाइन तक तैयार, संकट में मिलेगी तुरंत मदद
गर्मी के कहर से बचने के लिए प्रदेश सरकार ने कंट्रोल रूम से लेकर हेल्पलाइन तक पूरी व्यवस्था कर दी है। राहत आयुक्त कार्यालय में कंट्रोल रूम सक्रिय कर दिया गया है। हेल्पलाइन नंबर 1070 पर 24x7 सहायता उपलब्ध रहेगी। कोई भी नागरिक किसी भी समय इस हेल्पलाइन के जरिए मदद मांग सकेगा। जिला स्तर पर एडीएम (एफ/आर) को हीटवेव से संबंधित राहत कार्यों का प्रभारी नियुक्त किया गया है।
ट्रेनिंग और क्षमता विकास पर जोर, हर विभाग से मांगी गई तैयारियों की रिपोर्ट
हीटवेव से निपटने के लिए योगी सरकार सिर्फ योजनाएं नहीं बना रही, बल्कि जमीनी स्तर पर ट्रेनिंग और क्षमता विकास पर भी ध्यान दे रही है। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एसडीएमए) द्वारा सभी विभागों और स्टेकहोल्डर्स के साथ लगातार बैठकें की जा रही हैं। अधिकारी से लेकर फील्ड स्टाफ तक को हीटवेव से निपटने की विशेष ट्रेनिंग दी जा रही है। सीएम योगी ने खुद इस बात पर जोर दिया है कि सभी तैयारियां समय से पूरी होनी चाहिए ताकि किसी भी स्थिति से निपटा जा सके।
इन शहरों पर सबसे ज्यादा खतरा, खास प्लान तैयार
राज्य सरकार की रिपोर्ट के अनुसार, इस बार आगरा, लखनऊ और झांसी हीटवेव से सबसे ज्यादा प्रभावित हो सकते हैं। इसलिए इन शहरों के लिए अलग से सिटी एक्शन प्लान बनाया गया है। इसमें अस्पतालों में विशेष व्यवस्था, पेयजल की आपूर्ति, कूलिंग सेंटर, ट्रैफिक व्यवस्था और अन्य सभी आवश्यक तैयारियों को शामिल किया गया है। साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में भी जलसंकट से निपटने के लिए विशेष कदम उठाए जा रहे हैं।
अस्पतालों में बढ़ाई गई सुविधाएं, स्वास्थ्य विभाग हाई अलर्ट पर
हीटवेव के चलते अस्पतालों में आने वाले मरीजों की संख्या में भारी बढ़ोतरी हो सकती है। इसे ध्यान में रखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने सभी अस्पतालों को पहले से तैयार रहने के निर्देश दे दिए हैं। अस्पतालों में कूलर, एसी, ORS, दवाइयों और स्वास्थ्य कर्मियों की संख्या में वृद्धि की जा रही है। जिला अस्पतालों से लेकर सीएचसी और पीएचसी तक विशेष व्यवस्था की गई है ताकि हीटवेव से प्रभावित मरीजों को तुरंत इलाज मिल सके।
स्कूलों और बच्चों के लिए भी विशेष गाइडलाइन
गर्मी की चपेट में सबसे अधिक बच्चे आ सकते हैं। इसको लेकर शिक्षा विभाग ने सभी स्कूलों के लिए गाइडलाइन जारी की है। इसमें स्कूल समय में बदलाव, बच्चों के लिए स्वच्छ और ठंडे पेयजल की व्यवस्था, खेल गतिविधियों पर रोक जैसे कई अहम निर्देश शामिल हैं। सीएम योगी ने स्पष्ट कहा है कि बच्चों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता होगी।
जल आपूर्ति और ट्रैफिक पर विशेष ध्यान
हीटवेव के दौरान जलसंकट सबसे बड़ी समस्या बन सकता है। इसे ध्यान में रखते हुए जल निगम और नगर निकायों को पर्याप्त पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही ट्रैफिक पुलिस को भीषण गर्मी में सड़कों पर तैनात कर्मियों की सुरक्षा के लिए खास प्रबंध करने को कहा गया है।
सचेत ऐप और अर्ली वार्निंग सिस्टम बना देगा लू से लड़ाई को आसान
प्रदेश सरकार द्वारा तैयार ‘सचेत’ मोबाइल ऐप और इंटीग्रेटेड अर्ली वार्निंग सिस्टम इस बार हीटवेव से मुकाबले में बड़ी भूमिका निभाएंगे। इस ऐप से आम जनता को समय रहते हीटवेव अलर्ट, सावधानियां और जरूरी उपायों की जानकारी मिलेगी। सरकार का मानना है कि यदि लोग अलर्ट पर ध्यान देंगे और जरूरी उपाय करेंगे तो हीटवेव से होने वाली हानि को काफी हद तक रोका जा सकता है।
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